पुणे पोर्शे दुर्घटना – कार की रफ़्तार ने ली 2 लोगों की जान न्यूज़, मामला, कहानी, वायरल वीडियो, घटना, ताज़ा खबर, (Pune Porsche Accident News 2024) (Kya Hai, Violence Reason, Issue, Full Story, Incident, Viral Video, What Happened, News Today, Update, Details)
पुणे पोर्शे दुर्घटना मामला: इस मामले की चर्चा हर तरफ हो रही है। जबसे इस केस के नाबालिग आरोपी को जमानत मिली है, विभिन्न सवाल खड़े हो रहे हैं। आइए, हम इस मामले के आश्चर्यजनक खुलासों को विस्तार से जानें।
Table of Contents
Pune Porsche Accident News 2024
यहाँ पुणे पोर्शे कार दुर्घटना के बारे में एक संक्षिप्त तालिका दी गई है:
विवरण | जानकारी |
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दुर्घटना का स्थान | पुणे, कल्याणी नगर जंक्शन |
तारीख और समय | रविवार तड़के 3:15 बजे |
शामिल वाहन | पोर्शे कार |
पीड़ित | दो युवा इंजीनियर |
आरोपी | 17 वर्षीय नाबालिग, उसका पिता और उनका ड्राइवर |
मुख्य आरोप | नाबालिग ने शराब के प्रभाव में दो इंजीनियरों को कार से कुचल दिया |
वर्तमान स्थिति | जांच जारी है, आरोपी के दादा और पिता से पूछताछ की गई है, फोरेंसिक जांच की गई है |
अतिरिक्त जानकारी | आरोपी और उसके पिता ने ड्राइवर पर दोष मढ़ा है, ड्राइवर ने भी यह आरोप स्वीकार किया है |
पुणे पोर्शे दुर्घटना मामला 2024
महाराष्ट्र के पुणे शहर में, एक अमीर परिवार का नाबालिग सदस्य अपने मित्रों के साथ पार्टी का आयोजन करता है। पार्टी के बाद, वह शराब के प्रभाव में अपने पिता की महंगी पोर्शे कार लेकर निकल पड़ता है और एक मोटरसाइकिल से टकरा जाता है। इस भीषण हादसे में मोटरसाइकिल पर सवार दो युवा इंजीनियरों की मौत हो जाती है। नाबालिग होने के नाते, उसे महज 15 घंटों में ही जमानत दे दी जाती है, जिससे नए मोटर व्हीकल अधिनियम पर भी सवालिया निशान लग गया है
इस केस में लगातार हो रहे नए खुलासे बहुत ही चौंकाने वाले हैं। आरोपी के पिता की उच्च सामाजिक हैसियत के कारण, आरोपी को पुलिस हिरासत में विशेष सुविधाएँ दी गईं। उसे खाने के लिए पिज्जा और बर्गर उपलब्ध कराया गया। जमानत पर मिली शर्तें और उसके लिए दिया गया वीआईपी व्यवहार सवालों के घेरे में हैं।
दुर्घटना की कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों पर नजर डालते हैं
इस हादसे के वक्त, नाबालिग अपनी पूरी ताकत से शराब पिए हुए था और उसने अपने पिता की पोर्शे कार को 200 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ाया। इसी दौरान उन्होंने दो युवक-युवती जो कि मध्य प्रदेश से थे और पेशे से इंजीनियर थे, की जान ले ली। यह घटना पुणे के एक प्रभावशाली बिल्डर के लगभग 18 वर्षीय बेटे द्वारा की गई थी। दुर्घटना के बाद उसने भागने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
कार दुर्घटना का नया मोड़
पुणे में पोर्शे कार दुर्घटना का नया मोड़ सामने आया है। दो इंजीनियरों की मौत के मामले में नाबालिग आरोपी को बचाने के लिए उसके पिता ने एक बड़ी चाल चली है। नाबालिग और उसके पिता ने सारी जिम्मेदारी अपने ड्राइवर पर डाल दी है, और ड्राइवर ने भी यह आरोप स्वीकार कर लिया है। आरोपी ने दावा किया है कि दुर्घटना के समय उनका फैमिली ड्राइवर ही पोर्शे कार चला रहा था। इस दावे की पुष्टि उसके दो दोस्तों ने भी की है। इसके अलावा, उसके पिता का भी यही कहना है कि दुर्घटना के समय कार ड्राइवर चला रहा था।
इस दुर्घटना में, जो रविवार तड़के हुई थी, नाबालिग शराब के नशे में था और उसने पोर्शे कार से दो इंजीनियरों को कुचल दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल ने भी कहा है कि दुर्घटना के समय उनका घरेलू ड्राइवर कार चला रहा था और वह इसी काम के लिए उसे रखा गया है। ड्राइवर ने भी पुलिस की पूछताछ में इस बात को स्वीकारा है कि वह दुर्घटना के समय कार चला रहा था।यह घटना कल्याणी नगर जंक्शन पर हुई थी और उस समय विशाल अग्रवाल का बेटा अपने दोस्तों के साथ शराब के नशे में था।
आरोपी के दादा से भी हुई पूछताछ
पुलिस के अनुसार, विशाल अग्रवाल का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पोर्शे कार की दुर्घटना कैसे हुई और इस मामले में कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ। इसी सिलसिले में लड़के के दादा और उनके बेटे का आमना-सामना कराया गय #context. मामले से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियाँ पुष्ट करने की आवश्यकता थी। फॉरेंसिक टीम ने भी दुर्घटनाग्रस्त पोर्शे कार का निरीक्षण किया है। इसके अलावा, आरोपी किशोर के एक दोस्त और पूर्व ड्राइवर से भी पूछताछ की गई है।
बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ रही थी कार
जिस पोर्श कार से नाबालिग ने उक्त दुर्घटना की, वह कार बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ रही थी। यह जानकारी परिवहन विभाग से प्राप्त हुई। इस कार का अस्थायी पंजीकरण बंगलुरू में किया गया था और इसे पुणे लाया गया था। दरअसल, पुणे में हुई इस दुर्घटना में शामिल पोर्शे का स्थायी पंजीकरण लंबित था क्योंकि मालिक ने निर्धारित शुल्क 1,758 रुपये का भुगतान नहीं किया था। महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रोड टैक्स में छूट दी जाती है, इसीलिए इस पोर्शे टायकन मॉडल के पंजीकरण के लिए लगने वाली फीस महज 1,758 रुपये थी।
आइए देखते हैं इस घटना की मुख्य जानकारियाँ:
इस दुर्घटना के समय, नाबालिग ने शराब पी रखी थी और अपने पिता की महंगी पोर्शे कार को 200 किमी/घंटा की गति से चला रहा था। इसी दौरान उसने मध्य प्रदेश के दो युवा इंजीनियर, अनीश और अश्विनी को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद वह भागने की कोशिश करता है, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
वहीं, जिस पोर्शे कार से नाबालिग ने दुर्घटना की, उसे बिना पंजीकरण के सड़क पर चलाया जा रहा था। इस बात की जानकारी परिवहन विभाग से मिली। इस कार का अस्थायी पंजीकरण बंगलुरु में किया गया था, और इसे पुणे लाया गया था।
पुलिस का कहना है कि नाबालिग शराब के नशे में था और इसलिए उन्होंने उसके खून की जांच भी करवाई। वहीं, पीड़ित पक्ष ने यह आरोप लगाया कि नाबालिग को उसके पिता की संपत्ति के चलते पुलिस द्वारा वीआईपी व्यवहार दिया गया था। हादसे के बाद आरोपी को पुलिस थाने में पिज्जा खिलाया गया, जबकि पीड़ित पक्ष को कठिन प्रश्न पूछे गए।
नाबालिग को जमानत
कोर्ट ने बिना जांच के नतीजे के नाबालिग को जमानत दे दी। कोर्ट ने यह शर्त लगाई कि नाबालिग को 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर काम करना होगा, शराब छोड़ने के लिए मनोचिकित्सक से इलाज कराना होगा, और अगर वह भविष्य में किसी दुर्घटना का साक्षी बने तो उसे पीड़ितों की मदद करनी होगी। इसके अलावा, उसे सड़क दुर्घटनाओं के परिणामों पर कम से कम 300 शब्दों का निबंध लिखना होगा।
यह मामला मोटर व्हीकल एक्ट की नई व्यवस्था के तहत आता है, जिसे 2019 में मोदी सरकार ने पास किया था। इसमें ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना और नाबालिग के वाहन चलाने पर सख्ती की गई है।
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