लालू प्रसाद यादव का जीवन परिचय, फॅमिली डिटेल, अभी कहां हैं, पुत्रियां, एजुकेशन क्वालिफिकेशन, बच्चे, भाषण, शिक्षा, चुटकले (Lalu Prasad Yadav Biography in Hindi) (Age, History, Age Height, Family Background, Children, News, Wife, Net Worth, Release Date)
लालू प्रसाद यादव एक भारतीय राजनेता हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर भारतीय राजनीति में अपनी एक पहचान बनाई है. लालू ने कई सारे अहम पदों पर कार्य भी किया हुआ है और इनकी पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता दल है और ये इस पार्टी के अध्यक्ष और फाउंडर भी हैं. साथ ही ये बिहार के पूर्व चीफ मिनिस्टर, पूर्व रेलवे मंत्री और लोकसभा के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं. लालू प्रसाद यादव के अलावा इनकी पत्नी और बच्चे भी राजनीति से जुड़े हुए हैं. इनकी पत्नी भी बिहार की सीएम रह चुकी हैं और इनके दोनों बेटे भी बिहार के मंत्री रह चुके हैं. लालू के परिवार का नाम राजनीति के साथ भ्रष्टाचार से भी जुड़ा हुआ है और इस वक्त इनके परिवार के अधिकतर सदस्यों पर कई भ्रष्टाचार के केस चल रहे हैं.
Table of Contents
लालू प्रसाद यादव जीवन परिचय (Lalu Prasad Yadav Biography in Hindi)
नाम (Name) | लालू प्रसाद यादव |
निक नेम (Nick Name) | लालू |
जन्मदिन (Birthday) | 11 जून 1948 |
जन्म स्थान (Birth Place) | फुलवारिया, गोपालगंज, बिहार, भारत |
राशि (Zodiac) | मिथुन |
नागरिकता (Citizenship) | भारतीय |
गृह नगर (Hometown) | बिहार |
शिक्षा (Education) | कला स्नातक और लॉ स्नातक |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
घर का पता (Home Address) | – |
भाषा का ज्ञान (Language) | हिंदी |
पेशा (Occupation) | राजनीतिज्ञ |
पार्टी का नाम | राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) |
कुल संपत्ति (Net Worth) | 3 करोड़ |
ट्विटर पेज (Twitter Page) | – |
फेसबुक पेज(Facebook Page) | – |
इन्स्टाग्राम अकाउंट(Instagram Account ) | – |
लालू प्रसाद यादव का जन्म और परिवार (Birth and Family)
- सन् 1948 में पैदा हुए लालू प्रसाद यादव का नाता बिहार स्टेट के फुलवारिया गांव से है और इसी गांव में इनका शुरूआती जीवन बिता हुआ है.
- लालू के पिता कुंदन राय बेहद ही गरीब हुआ करते थे और वो एक किसान थे. इनकी मां का नाम मराचिया देवी है और वो एक गृहणी हुआ करती थी. लालू अपने माता पिता की कुल छह संतानों में से दूसरी नंबर की संतान है.
- लालू प्रसाद यादव सन् 1973 में राबड़ी देवी के साथ विवाह के बंधन में बंधे थे और इस विवाह से इन दोनों को कुल 9 बच्चे हुए थे, जिनमें से इनके सात बेटियां और दो बेटे हैं.
राजनीति से जुड़ा हुआ है परिवार
- राबड़ी देवी एक भारतीय राजनेता हैं जो कि काफी समय तक अपने राज्य यानी बिहार की सीएम रह चुकी हैं. राबड़ी देवी का नाता भी काफी गरीब परिवार से हुआ करता था और लालू की वजह से ही ये सीएम बन पाने में कामयाब हुई थी.
- लालू यादव के बच्चे भी राजनीति से जुड़े हुए हैं और इनके दोनों बेटे अपनी पार्टी का कार्य संभाल रहे हैं.
- इनकी सबसे बड़ी बेटी जिनका नाम मीसा है वो अपर हाउस की सदस्य हैं, जबकि इनकी अन्य बेटियों के विवाह राजनीतिक घरों से ताल्लुक रखने वाले परिवारों में हुए हैं.
लालू यादव की पत्नी, बच्चे परिवारिक जानकारी (Wife, Children and Family Information)
पिता का नाम (Father’s name) | कुंदन राय |
माता का नाम (Mother’s name) | मराचिया देवी |
कुल भाई बहने | पांच |
पत्नी का नाम | राबड़ी देवी |
कुल बच्चे | 7 बेटी और दो बेटे |
बच्चों के नाम | बेटों के नाम
बेटियों के नाम
|
लालू प्रसाद यादव की शिक्षा (Education)
- एक किसान परिवार में जन्मे लालू के लिए शिक्षा हासिल करना किसी कठिन काम से कम नहीं था. दरअसल जिस गांव में इनका जन्म हुआ था, वहां पर उस समय लोग शिक्षा को लेकर इतने जागरूक नहीं हुआ करते थे. साथ ही लालू के माता पिता के हालात भी इतने अच्छे नहीं थे, कि वो अपने सभी बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठा सकें. लेकिन लालू की पढ़ाई में काफी रुचि हुआ करती थी और इस रुचि के कारण वो एक शिक्षित व्यक्ति बन सके.
- लालू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के ही स्कूल से हासिल की हुई है, जबकि उच्च हासिल करने के लिए ये अपने बड़े भाई के साथ पटना जाकर रहने लगे थे.
- पटना में जाकर इन्होंने, यहां के बी एन विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया और यहां से इन्होंने बैचलर ऑफ लॉ और पॉलिटिकल साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की थी.
- अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद लालू पटना के बिहार वेटरनरी कॉलेज से अपने करियर की शुरुआत की थी और इस कॉलेज में इन्हें बतौर एक क्लर्क के रुप में कार्य किया था. इसी कॉलेज में लालू के बड़े भाई भी कार्य किया करते थे और वो एक चपरासी हुआ करते थे.
लालू प्रसाद यादव का लुक (Look)
- लालू प्रसाद यादव का शारीरिक संरचना आम लोग की तरह ही है और इनके लुक की जानकारी इस प्रकार है:
रंग (color) | गेहुँआ |
लम्बाई (Height) | 5’ 6 फीट इन्च |
वजन (Weight) | 80 किलो |
आंखों का रंग (Eye color) | काला |
बालों का रंग (Hair color) | सफेद |
बॉडी साइज (Body Measurements) | छाती (Chest Size) – 37 इंच
कमर (Waist Size) – 33 इंच बाईसेप्स (Biceps Size) – 13 इंच जूतों का नंबर (Shoe Size) – 8 इंच |
लालू प्रसाद यादव की निजी जानकारी (Personal Information)
- लालू यादव का जन्म किस दिन हुआ था इसके बारे में किसी को भी सही से जानकारी नहीं हैं. यहां तक की लालू यादव को भी स्वयं अपनी जन्म तारीख ज्ञात नहीं है. हालांकि अपने दस्तावेजों में ये अपने जन्म तारीख 11 जून लिखते हैं.
- लालू यादव को शिक्षा हासिल करने में और पहली नौकरी दिलवाने में इनके बड़े भाई ने इनकी मदद की थी. कहा जाता है कि लालू के भाई पटना में रहते थे और जैसे ही लालू ने अपना स्कूल पास कर लिया था, तो इनके भाई इनको अपने साथ पटना लेकर आ गए थे.
- मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (मिसा) की मांग को लेकर ही इमरजेंसी के दौरान लालू को जेल हुई थी और इन्होंने इसी अधिनियम के ऊपर अपनी बड़ी पुत्री का नाम रखा हुआ है.
- इतने बड़े राजनेता होने के बावजूद भी लालू के दोनों बेटे पढ़े लिखे हुए नहीं है और इनके दोनों बेटों ने बीच में ही अपना स्कूल छोड़ दिया था.
लालू प्रसाद यादव राजनीतिक करियर की शुरुआत (Political Career)
- इंडियन पॉलिटिक्स में कदम रखने से पहले लालू प्रसाद यादव ने अपने कॉलेज में होने वाले कई सारे छात्र चुनावों को लड़ा था और जीता भी था. इन चुनावों को लड़ने के कारण ही लालू को देश की राजनीति में कदम रखने में मदद मिली थी.
- साल 1970 में लालू ने पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (पीयूएसयू) के महासचिव बनने की लिए चुनाव लड़ा था और इस चुनाव को जीता भी था. इस चुनाव के तीन साल बाद, लालू ने पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (पीयूएसयू) के अध्यक्ष के लिए भी चुनाव लड़ा था और ये चुनाव भी लालू ने जीत लिया था.
- साल 1974 में जय प्रकाश नारायण द्वारा स्टार्ट किए गए ‘बिहार आंदोलन’ में लालू ने हिस्सा लिया था और इसी दौरान लालू को कई भारतीय राजनेताओं से मिलने का मौका मिला.
- ‘बिहार आंदोलन की मदद से ही लालू जनता पार्टी में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो सके थे और इस पार्टी के साथ जुड़कर ही इन्होंने अपना राजनीति का सफर शुरू किया था.
लालू प्रसाद यादव का राजनेता बनने का सफर (Political Career)
साल 1977 में पहली बार लड़ा चुनाव
जनता पार्टी की ओर से लालू को छपरा जिले से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका मिला था और इस चुनाव को लालू ने बेहद ही आसानी से जीत भी लिया था. 6 वीं लोकसभा के लिए साल 1977 में हुए इस चुनाव को लालू ने महज 29 वर्ष की आयु में जीता था और कम आयु में ही लोकसभा का सदस्य बन गए थे. साल 1979 में जनता पार्टी सरकार किन्ही कारणों के चलते गिर गई थी, जिसके बाद लालू प्रसाद यादव ने इस पार्टी को छोड़ दिया था.
जनता दल पार्टी को किया ज्वाइन
जनता पार्टी को छोड़ने के बाद लालू प्रसाद यादव जनता दल में शामिल हो गए और इस पार्टी में शामिल होने के बाद लालू ने बिहार विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा था.
बिहार असेंबली के लिए लालू ने इस पार्टी की ओर से साल 1980 में पहली बार चुनाव लड़ा था और इस चुनाव को जीत भी लिया था. इस दौरान लालू यादव को बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने का मौका भी मिला था.
साल 1990 में पहली बार बने मुख्यमंत्री
साल 1990 में लालू पहली बार बिहार स्टेट के मुख्यमंत्री बनने में कामयाब हुए थे और वो इस पद पर साल 1997 तक बने रहे थे. इसी दौरान किन्ही कारणों के चलते इन्हें अपनी ये पोस्ट छोड़नी पड़ी थी.जिसके बाद इन्होंने बिहार के सीएम की पोस्ट अपनी पत्नी को सौंप दी. भारत के सबसे बड़े घोटालों में से एक चारा घोटले में लालू की भूमिका को लेकर सीबीआई द्वारा कई तरह की जांच की गई और बाद में इन्हें इस घोटाले के चलते गिरफ्तार भी कर लिया गया था. लालू के गिरफ्तार होने के बाद उनकी पार्टी ने उन्हें पार्टी से अलग कर दिया था.
बनाई अपनी खुद की पार्टी
जनता दल पार्टी से रास्ता अलग होने के बाद, लालू ने खुद की एक पार्टी बनाई. सन् 1977 में बनाई गई इस पार्टी का नाम इन्होंने राष्ट्रीय जनता दल रखा. काफी कम टाइम के अंदर ही इस पार्टी ने अपनी जगह बिहार के लोगों के दिलों में बना ली थी. साल 1998 में 12 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में लालू ने मधुपुरा सीट से चुनाव लड़ा था और इस सीट से ये चुनाव जीत भी लिया था. ये चुनाव जीतते ही लालू तीसरी बार लोकसभा के सदस्य बनने में कामयाब हुए थे.
लोकसभा चुनावों में लालू की पार्टी का अच्छा प्रदर्शन होने के चलते, इन्हें धीरे धीरे केंद्रीय राजनीति में भी पहचान मिलने लगी थी. लोकसभा का सदस्य बनने के दौरान लालू को लोकसभा द्वारा गठित की गई गृह मामलों की समिति, सामान्य उद्देश्य पर समिति, सूचना और प्रसारण मंत्रालय की सलाहकार समिति का सदस्य भी बनाया गया था.
साल 2002 में बने राज्यसभा के सदस्य
- साल 2002 में लालू यादव को राज्यसभा के चुनाव सभा में का सदस्य बनाने के लिए नॉमिनेट किया गया था और ये साल 2004 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे चुके हैं.
- लालू की पार्टी ने साल 2002 में बिहार में हुए असेंबली चुनाव में विजय हासिल की थी और इन्होंने फिर से अपनी पत्नी को इस राज्य का सीएम बना दिया था. हालांकि साल 2005 तक ही लालू की पत्नी इस पद पर बनी रही थी और कन्हीं कारणों के चलते इन्हें अपना ये पद छोड़ना पड़ा था.
साल 2004 में बने रेलवे मंत्री
- साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में लालू ने बिहार की दो सीटों से चुनाव लड़ा था और इन दोनों सीटों पर उन्हें जीत मिली थी. इन चुनावों में लालू की पार्टी ने कुल 21 सीटें जीती थी.
- लोकसभा में लालू की पार्टी को मिली जीत के बाद इन्होंने, कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दिया था और इस तरह से ये यूपीए में शामिल हो गए थे.
- यूपीए पार्टी को समर्थन देने के चलते साल 2004 में लालू को कांग्रेस पार्टी द्वारा रेलवे मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. इस मंत्रालय को लालू ने काफी अच्छे से चलाया था और भारतीय रेलवे को नुकसान से बाहर निकालने के लिए कई सारे कार्य भी किए थे.
- लालू प्रसाद यादव ने जिस तरह से रेलवे मंत्रालय को संभाला था, उसकी तारीफ हर किसी के द्वारा की गई थी.
चुनाव लड़ने पर लगा प्रतिबंध
- साल 2013 में चारा स्कैम में लालू को कोर्ट द्वारा दोषसिद्धि किया गया, जिसके कारण लालू अगले आने वाले छह साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इस प्रतिबंध के कारण लालू साल 2013 से अभी तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ पाए हैं.
- साल 2015 में बिहार असेंबली के लिए हुए इलेक्शन को लालू के परिवार के सदस्यों द्वारा लड़ा गया और इन चुनावों में लालू और उनकी अलायन्स को जीत भी हासिल हुई.
- इस वक्त लालू अपने अपराधों की सजा जेल में काट रहे हैं और उनकी पार्टी का कार्य उनके बेटों द्वारा संभाला जा रहा है.
लालू यादव की पसंदीदा चीजें (Likes) –
इतने बड़े नेता होने के बावजूद भी लालू प्रसाद यादव एक साधारण जीवन जीना पसंद करते हैं और इनकी पसंद भी आम लोगों के जैसे ही है.
पसंदीदा खाना (Favourite Food) | लिट्टी चोखा और सत्तू |
पसंदीदा फल (Favourite Fruit) | – |
पसंदीदा स्वीट डिश (Favourite Dessert) | – |
पसंदीदा एक्टर (Favourite Actor) | अमिताभ बच्चन |
पसंदीदा अभिनेत्री (Favourite Actress) | – |
पसंदीदा त्योहार (Favourite Festival) | होली का त्यौहार |
लालू यादव से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी (Interesting Facts)
- लालू प्रसाद बचपन में अपने गांव में भैंसे चराया करते थे और इस वक्त भैंस के खाने से जुड़े ‘चारा घोटाले’ के चलते ही इन्हें जेल जाना पड़ा है.
- काफी लोग लालू प्रसाद को अनपढ़ समझते हैं, मगर ऐसा बिलकुल नहीं है और लालू प्रसाद यादव काफी पढ़े हुए व्यक्ति हैं और इनके पास पॉलिटिकल साइंस और लॉ की डिग्री है. साथ ही इनके पास सुप्रीम कोर्ट के बार एसोसिएशन की मेम्बरशिप भी थी.
- लालू प्रसाद यादव ने भारतीय प्रबंधन संस्थान और विश्व की कई प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी जैसे हार्वर्ड, व्हार्टन में जाकर वहां के बच्चों को संबोधित भी किया हुआ है.
- जिस तरह से लालू ने रेलवे को नुकसान से निकाला था उस चीज पर प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान द्वारा केस स्टडी की गई थी.
- लालू यादव अपने भाषण के चलते हमेशा से ही हेडलाइन्स में रहते हैं और अपनी एक स्पीच के दौरान इन्होंने कहा था कि वे अपने स्टेट की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा बना देंगे. इस भाषण के कारण इनका काफी क्रिटिसिज्म भी हुआ था.
- साल 2013 में लालू प्रसाद को चारा घोटाले में सजा सुनाने वाले जज, लालू प्रसाद यादव के कॉलेज टाइम में जूनियर हुआ करते थे.
- बतौर अपने राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए लालू ने जाने माने राजनेता आडवाणी को अरेस्ट भी करवा दिया था.जिस वक्त लालकृष्ण आडवाणी को जेल में डाला गया था, उस वक्त वो अयोध्या में राम मंदिर बनवाने को लेकर रथ यात्रा निकाल रहे थे.
- बिहार स्टेट से साल 2000 में जब झारखंड स्टेट को अलग किया जा रहा था, तो उस समय लालू झारखंड स्टेट बनाने के पक्ष में नहीं थे और लालू ने तब कहा था कि उनकी मृत्यु के बाद झारखंड स्टेट बन पाएगा.
लालू यादव के पास कुल संपत्ति (Net Worth) (Till July 2018)
लालू यादव के ऊपर आय से अधिक संपत्ति होने के कई केस चल रहे हैं और इन पर भ्रष्टाचार के भी कई आरोप लगे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद लालू के पास कुल तीन करोड़ की संपत्ति ही मौजूद है.
1. साल 2009 में कुल नेट वर्थ (Net Worth)
2. साल 2009 में कुल देयताएँ (Total Liabilities) | 3 करोड रुपए
16 लाख |
1. साल 2004 में कुल नेट वर्थ (Net Worth)
2. साल 2004 में कुल देयताएँ (Total Liabilities) | 87 लाख
2 करोड़ रुपए |
अन्य संपत्तियां (other assets) | 60 गाय और 36 बछड़े जिनकी कीमत 10 लाख रुपए की है.
आभूषण और कीमती पत्थरों 6 लाख रुपए के आसपास |
लालू यादव के साथ जुड़े विवाद (controversy)
चारा घोटाला (Fodder scam)
- जिस वक्त लालू यादव अपने स्टेट के सीएम थे, उस वक्त इन्होंने चारा घोटाले को अंजाम दिया था. लालू पर आरोप लगे है कि इन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर पशुओं को दिए जानेवाले चारे के नाम पर कई करोड़ रुपए का घपला किया था और करीब 900 करोड़ रुपए सरकारी खजाने से लुटे थे.
- इस स्कैम को लेकर इस वक्त कोर्ट में कई मामले चल रहे हैं और इन्हीं मामलों में से छह मामलों में लालू को अभियुक्त बनाया गया है. इन छह केस में से दो केस में इन्हें अपराधी भी करार दे दिया गया है, जबकि अन्य चार केस में इनकी सुनवाई अभी बाकी है.
- चारा स्कैम के पहले केस में इन्हें पच्चीस लाख रुपए के जुर्माने के साथ 5 साल की सजा सुनवाई गई है. जबकि दूसरे केस में इन्हें 3.5 वर्ष की सजा सुनवाई गई है.
आय से अधिक संपत्ति मामला
- आज से करीब 20 वर्ष पूर्व लालू और उनकी पत्नी के खिलाफ इनकम से अधिक संपत्ति केस को लेकर भी केस चलाया गया था और इस केस में इन दोनों को दोषी पाया गया था. इस केस के चलते लालू और उनकी पत्नी राबड़ी को सरेंडर भी करना पड़ा था.
- हालांकि उस समय राबड़ी इस राज्य की सीएम थी इसलिए उन्हें बेल मिल गई थी, जबकि लालू को 11 दिनों तक रिमांड में रखा गया था और बाद में जेल भेज दिया गया था. लेकिन इस केस में इन दोनों के खिलाफ कोई भी प्रूफ नहीं मिलने के कारण, साल 2006 में सीबीआई अदालत से इन्हें रिहा कर दिया गया था.
भारतीय रेलवे टेंडर घोटाला
साल 2005 में लालू और इनके परिवारवालों पर घूस लेने का आरोप भी लगा था. सीबीआई ने अपनी इंस्पेक्शन में पाया था कि इन्होंने बतौर रेलवे मिनिस्टर रहते हुए कई कंपनियों को रेलवे टेंडर देने के लिए करोड़ रुपए वसूले थे.जिन कंपनियों को ये टेंडर मिले थे उन्होनें लालू और इनके परिवार के सदस्यों को रिश्वत के रूप में कई संपत्ति दी थी. इस वक्त इस मामले में लालू सहित उनकी पत्नी और बच्चों पर केस चल रहा है.
लालू यादव बिहार क जनता के बीच काफी फेमस हैं और इतने सारे आरोपों के बाद भी वो हर बार आसानी से चुनाव जीत जाते हैं. लालू उन राजनेताओं में से है जिन्हें पॉलिटिक्स की अच्छी खासी जानकारी है और इनके इसी अनुभव की मदद से अब इनके बेटे राजनीति में अपनी जगह बनाने में लगे हुए हैं.
लालू यादव जेल से बाहर कब आएंगे (Release Date)
जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव पर बहुत से घोटालों का आरोप लगे हुआ है जिसके चलते वे इस समय जेल में हैं. हालही में फरवरी 2022 में झारखंड के रांची में एक विशेष सीबीआई अदालत द्वारा डोरंडा ट्रेज़री से 139.35 करोड़ रूपये की अवैध निकासी का दोषी ठहराया गया है. आपको बता दें कि फरवरी 2022 में सीबीआई की एक अदालत ने लालू प्रसाद यादव पर पांचवें मामले में पांच साल जेल की सजा सुनाई हैं और साथ ही 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसलिए इनके जेल से निकलने की अभी कोई भी तारीख नहीं आई है.
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FAQ
Ans : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री
Ans : आरजीडी
Ans : राबड़ी देवी
Ans : 7 बेटी और 2 बेटे
Ans : चारा घोटाला
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