वोटर आई डी कार्ड क्या है व आवेदन करने का तरीका Voter ID Card Apply Status Check in hindi
भारत दुनिया में सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में से एक है, जिसमे अरबों लोग रहते हैं. देश की विविधता को देखते हुए हर राज्य, जिला और शहर में कई असंख्य राजनीतिक दलों का गठन किया गया है. चुनाव भारत में एक विस्तृत मामला है और लोकतंत्र का एक बहुत ही अभिन्न अंग है. भारत में चुनाव हर 5 साल में आयोजित किये जाते है.राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, हमे अपना वोट देने का अधिकार होता है और यह हमारा कर्तव्य भी है. चूँकि यहाँ आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा शामिल है इसलिए चुनाव कभी आसान नहीं होता है. चुनाव में धोखाधड़ी के कई मामले सामने आते है. इसलिए कुछ हद तक चीजों को सुचारू बनाने के लिए, भारतीय चुनाव आयोग ने मतदाता पहचान पत्रों की प्रणाली शुरू की है. जिसके बारे में यहाँ दर्शाया गया है.
क्या हैं वोटर आई डी कार्ड (What Is Voter ID Card)
वोटर आईदी कार्ड, जिसे एलेक्टोर्स आइडेंटिटी कार्ड (इपिक) भी कहा जाता है. यह फोटो पहचान पत्र भारत के चुनाव आयोग द्वारा उन सभी व्यक्तियों को जारी किया जाता है, जो मतदान के योग्य हैं. फोटो चुनाव के समय देश के उन लोगो की सूची बनाना बहुत ही मुश्किल काम है जो चुनाव मे वोट देने के लिए योग्य है. वोटर आईडी कार्ड बनाने का मुख्य उद्देश्य उन लोगो को वोटिंग के लिए रजिस्टर करना है, जो वोटिंग के लिए योग्य है तथा इन लोगो को चुनाव के समय वोटिंग स्टेशन तक पहूँचाना है. जब चुनाव के समय वोटर वोट देने के लिए जाता है तो सबसे पहले वोटर का पहचान पत्र चेक किया जाता है. चेक करते समय व्यक्ति का नाम तथा उसका रजिस्ट्रेशन नंबर चेक किया जाता है. वोट देने के पहले व्यक्ति का वोटर कार्ड चुनाव ऑफिसर के पास उपस्थित लिस्ट से चेक किया जाता है तथा मैच होने पर ही व्यक्ति को वोट देने के लिए अनुमति दी जाती है. एक व्यक्ति द्वारा एक से अधिक फेक वोटिंग की संभावना को टालने के लिए व्यक्ति की उंगली पर निशान लगाया जाता है. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की जानकारी यहाँ पढ़ें.
वोटर आईडी कार्ड का फॉर्म भरने के लिए साधारण इन्सट्रक्शन (Easy Instruction For Applying Voter ID Card)
- कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष या इससे अधिक आयु का हो, वोटर आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है.
- अगर कोई व्यक्ति अपनी रहने की जगह बदलता है तो वह दोबारा अपना वोटर आईडी कार्ड बनवा सकता है.
- साल के किसी भी दिन व्यक्ति चाहे तो वोटर आईडी कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है.
वोटर आईडी कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज (Voter id card required documents)
मतदाता आईडी के लिए आवेदन करते समय आपको निम्न दस्तावेज जमा करना होता है-
- पहचान प्रमाण
- पते का प्रमाण
- फोटो
वोटर आईडी कार्ड के लिए पात्रता (Voter id card eligibility)
मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन करने या उसे प्राप्त करने के लिए व्यक्तियों को निम्न पात्रता के अनुरूप होना चाहिए.
- आवेदक 18 या उससे अधिक उम्र का होना चाहिए.
- हालाँकि, आवेदक जो किसी भी विशिष्ट विशेष श्रेणी से सम्बंधित होते हैं और जो वित्तीय रूप से दिवालिया हो जाते हैं, (चाहें वह 18 वर्ष से अधिक हो) वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करने के योग्य नहीं हैं.
वोटर आईडी के लिए अप्लाई कैसे करे (How to Apply For Voter ID Card Online/ Offline in hindi)
वोटर आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों प्रकार से अप्लाई किया जा सकता है.
- ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए स्टेप्स(Voter id card apply online)
वोटर कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है. हर राज्य की ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए अलग अलग साइट है. यह साइट बहुत ही सरल है तथा यह हर भाषा मे उपलब्ध है. इन साइट पर कोई भी व्यक्ति आसानी से काम कर सकता है.
- सर्वप्रथम चुनाव कमीशन की साइट खोले.
- खोलने के बाद एनरोल फॉर न्यू कार्ड पर क्लिक करे.
- अपना ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर तथा अपना स्टेट टाइप करे फिर आपको लॉग इन आईडी और पासवर्ड मिल जाता है.
- लॉग इन करने के बाद अपनी डीटेल भरिये.
- फॉर्म 6 सर्च करने के बाद इसमे दी गयी डीटेल भरना चाहिए.
- इसके साथ पासपोर्ट साइज़ फोटो लगाना चाहिए.
- इसके बाद आपको अपनी डीटेल कन्फ़र्म करने को कहा जाता है. अपनी डीटेल कन्फ़र्म करने के बाद फॉर्म सबमिट करना चाहिए.
- इसके बाद successful submission page खुलता है, और आपकी ईमेल आईडी पर मैसेज आता है.
इसके बाद आप अपने वोटर कार्ड के लिए अप्लाई कर चुके नहीं होते है. अपने वोटर कार्ड को कन्फ़र्म करने के लिए इस फॉर्म का प्रिंट आउट लेकर इसे ऑफिस मे सबमिट करना होता है. इसके बाद बस आपको अपने वोटर कार्ड के आने का इंतजार करना होता है.
- ऑफ़लाइन अप्लाई करने के लिए स्टेप्स (How to apply Voter id card offline)
यदि मतदाता ऑनलाइन अप्लाई नहीं करना चाहते या नहीं कर सकते हैं तो वे ऑफ़लाइन भी इसके लिए आवेदन दे सकते हैं –
- आवेदकों को राज्य चुनाव कार्यालय का दौरा करना होगा, और फॉर्म 6 के लिए अनुरोध करना होगा.
- आवश्यक विवरण भरने के बाद और सभी प्रासंगिक दस्तावेज जैसे पहचान प्रमाण और पते का प्रमाण प्रदान करने के बाद ग्राहक कर्यालय में फॉर्म जमा कर सकते हैं. सभी विवरणों के सत्यापन के बाद, ग्राहकों को निर्दिष्ट अवधि के बाद आईडी कार्ड जारी किया जायेगा.
- सेमीऑनलाइन अप्लाई करने के लिए स्टेप्स (Voter id card apply semi-online)
नागरिक सेमीऑनलाइन तरीके से भी वोटर आईडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
- राष्ट्रीय या राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म 6 डाउनलोड करना होता है.
- आवश्यक दस्तावेजों के साथ सारी जानकारी भरें.
- फॉर्म को व्यक्ति या पोस्ट के द्वारा चुनाव कर्यालय में जमा करें.
मतदाता पहचान पत्र केवल सभी दस्तावेजों और आवेदक द्वारा प्रदान किये गये विवरणों के आवश्यक सत्यापन के बाद जारी किये जाते हैं.
चुनाव कार्ड का उपयोग (Election card uses)
वोटर आईडी कार्ड का भारतियों के लिए विभिन्न उपयोग है –
- यह कार्ड व्यक्तिगत पहचान का एक स्वीकृत रूप है.
- मतदाता पहचान पत्र एक पावती के रोप में कार्य करता है, कि कार्डधारक एक पंजीकृत मतदाता है.
- कार्ड में कई पहचान विशेषताएँ शामिल हैं जैसे आवेदक के हस्ताक्षर, फोटो, फिंगरप्रिंट आदि जो कार्डधारक केम्लिये अतिरिक्त आश्वासन प्रदान करते हैं.
- किसी चुनाव के मामले में, धारक को कई बार मतदान करने से रोकने के लिए कार्ड (अंकन के माध्यम से) प्रावधान करता है.
- कम साक्षरता आबादी के साथ आबादी की चुनाव आवश्यकताओं के अनुरूप मतदाता पहचान पत्र तैयार किया जा सकता है.
- यह निश्चित रूप से निश्चित पते के साथ मतदाताओं के लिए पहचान के रूप में विशेष रूप से उपयोगी है.
वोटर कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के फायदे (Benefits Of Voter ID Card)
वोटर कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना एक बहुत ही सरल और टाइम बचाने वाली प्रक्रिया है. ऑनलाइन अप्लाई करने के बहुत सारे फायदे हैं जिससे कोई व्यक्ति ऑफलाइन को छोड़कर ऑनलाइन वोटर कार्ड के लिए अप्लाई करता है.
- ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया से आप एक लंबी लाइन मे लगने तथा समय खराब करने से बच जाते है.
- आप जब चाहे तब अप्लाई कर सकते है तथा वोटर कार्ड आपको अपने घर पर मिल जाता है.
- आप अपने वोटर कार्ड का स्टेटस चेक कर सकते है और जब आप ऑनलाइन अप्लाई करते है आप अपने वोटर कार्ड का ऑटोमैटिक स्टेटस प्राप्त करते है.
- अगर आप अपने कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करते है तो आपको अपना कार्ड 1 महीने के अंदर ही मिल जाता है इसके विपरीत जब आप ऑफलाइन अप्लाई करते है तो वोटर कार्ड प्राप्त करने के लिए 9 से 10 महीने लगते है.
वोटर आईडी कार्ड के लिए स्टेटस चेक करने का तरीका (How to check status of Voter id card)
हर पांच साल में चुनाव भारत में आयोजित किया जाता है. सभी नागरिकों की जिम्मेदारी चुनाव प्रक्रिया में बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योकि उन्हें अपने वोटों का निर्वाचन करके आदर्श नेता चुनने की जरुरत है. मतदाता पहचान पत्र, पात्र मतदाताओं को प्रदान की जाने वाली एक पहचान है, जिसका उपयोग वे भारत में चुनावों में अपना वोट दे सकते हैं. एक पहचान प्रमाण के रूप में भारत सरकार द्वारा मतदाता पहचान पत्र अधिकृत किया गया है. कार्ड के लिए आवेदन करने के बाद आप ऑनलाइन मतदाता पहचान पत्र का स्टेटस चेक कर सकते हैं.
- सबसे पहले राष्ट्रीय वोटर सेवा पोर्टल की वेबसाइट में जाकर लॉग इन करें.
- संदर्भ आईडी दर्ज करें जो आपको मतदाता पहचान पत्र और फॉर्म नम्बर के समय मिलती है.
- इसके बाद “ट्रैक स्टेटस” पर क्लिक करें.
- आपकी स्क्रीन पर आपके मतदाता पहचान पत्र की स्तिथि प्रदर्शित की जायगी.
वोटर आईडी कार्ड को सत्यापित करने का तरीका (How to verify Voter id card)
- आपको सरकार की अधिकारिक या सरकारी वेबसाईट पर लॉग इन करना होगा. इस विशेष वेबसाइट में सभी विवरण शामिल हैं जिन्हें आपको ऑनलाइन मतदाता पहचान आवेदन प्रक्रिया के बारे में पता होना चाहिए. आप प्रक्रिय के दौरान प्रस्तुत किये जाने वाले दस्तावेजों के बारे में भी जान सकते हैं.
- यदि आप पहली बार वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन कर रहें हैं, तो आपको फॉर्म 6 पर विवरण भरना होगा. आवश्यक दस्तावेज के साथ आपको विधिवत रूप से भरा फॉर्म जमा करना होगा. दस्तावेजों को स्कैन किया जाना चाहिए और आवेदन के पासपोर्ट आकर की छवियों को जहाँ भी आवश्यक हो, संलग्न किया जाना चाहिए.
- अधिकारिक दस्तावेजों की हार्ड कॉपी आपके निवास नजदीकी चुनावी कार्यालय में भेजी जानी चाहिए. यह सलाह दी जाती है कि आप ऐसे महत्वपूर्ण दस्तावेज जमा करते समय सावधानी बरतें.
- जब आप दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करते हैं तो उनकी ठीक से जाँच की जाती है. एक चुनाव अधिकारी आपके पड़ोसियों और समाज पडोस के अन्य सदस्यों से बात करके अपने पते की पुष्टि करता है.
वोटर आईडी कार्ड क्यों जरुरी हैं? (Why is Voter id card important)
विभिन्न कारणों से भारतीय नागरिकों के लिए वोटर आईडी कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं.
- पहचान का प्रमाण : यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है क्योकि यह पहचान प्रमाण का एक मान्य रूप है. वोटर आईडी कार्ड विभिन्न कार्यालयों और संस्थानों में स्वीकार किये जाते हैं, जिनकी आवश्यकता तब होती है जब व्यक्ति को बीमा कंपनियों, ऑनलाइन ट्रेवल कंपनियों, गैस कम्पनियां, बैंक आदि जैसे पहचान के एक वैध रूप को प्रस्तुत करना हो. इसके अलावा सभी सरकारी चलने वाली एजेंसियां, बीमा प्रदाता, दावे फर्म, बैंक जैसे बंधक प्रदाता, उनके अनुरोध पर कार्यवाही करने के लिए आवेदकों को एक वोटर आईडी नंबर प्रदान करने के लिए कहते हैं. एलपीजी गैस को बैंक से कैसे जोड़ें यहाँ पढ़ें.
- कास्टिंग वोट : वोटर आईडी आवश्यक है यदि आप किसी भी चुनाव के दौरान अपना मत डालना चाहते हैं. यदि आपके पास एक वैध मतदाता पहचान पत्र हैं, और आपका नाम आपके स्थानीय क्षेत्र के मतदाता सूची में मौजूद है तो आप अपना डालें.
- गैर निवासी राज्य के मतदाता सूची में पंजीकरण : वोटर आईडी कार्ड किसी भी व्यक्ति को अपने राज्य के निवास स्थान के अलावा अन्य राज्य के मतदाता सूची में अपना नाम पंजीकृत करने की अनुमति देने का एक और उद्देश्य है. यह विशेष रूप से उपयोगी है. यदि कोई व्यक्ति दूसरे राज्य से स्थानांतरित हो गया है, और अपने स्थानीय क्षेत्र / निर्वाचन क्षेत्र की चुनावी सूची में दाखिला लेना चाहता है.
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