राजस्थान की प्रसिध्य मूंग दाल की खस्ता व राज कचौड़ी बनाने की विधि Moong Dal Khasta and Raj Kachori recipe in hindi
कचौड़ी, ये वह शब्द है जिसे सुनकर ही मुँह में पानी आने लगता है. कचौड़ी भारत के सभी क्षेत्र के लोग पसंद करते है. कचौड़ी आम तौर पर ऊपर से फुला तथा अन्दर से खोखला होता है. अन्दर जिस तरह का मसाला डाल दिया जाए कचौड़ी का नाम उस मसाले के अनुसार बदलता है. खस्ता कचौड़ी मुख्यतः भुरभुरा होता है, जो मुँह में जाते ही घुल जाता है.
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राज कचौड़ी बनाने की विधि (Raj Kachori recipe in hindi)
राज कचौड़ी एक मसालेदार चाट रेसिपी है, जिसमे एक साथ कई तरह के स्वाद का आनंद लिया जा सकता है. दोस्तों, अतिथियों या खुद भी कुछ चटपटा खाने का मन करे तो नाश्ते के लिए ये एक उत्तम विकल्प है. सबसे अच्छी बात ये है कि इसके बेहद आसानी से तैयार किया जा सकता है. यहाँ पर इसकी रेसिपी दी जा रही है.
राज कचौड़ी बनाने के लिए आवशयक सामग्री (Raj Kachori Ingredients)
प्रति बारह राज कचौड़ी के लिए आवश्यक सामग्रियां इस प्रकार हैं.
कचौड़ी के लोई के लिए :
आटा / मैदा | 1 कप |
तेल | 1 चम्मच |
नमक | ½ चम्मच |
गुनगुना पानी | ½ कप |
कचौड़ी के मसालें के लिए :
बेसन | 1/3 ग्राम |
हींग | 1 चुटकी |
नमक | ½ चम्मच |
लालमिर्च | ½ चम्मच |
अमचूर | ½ चम्मच |
तेल | 1 चम्मच |
राज कचौड़ी बनाने से पहले की प्रक्रिया (Raj Kachori Preparation)
नीचे दी जा रही प्रक्रिया का अनुशरण करके कम समय में उम्दा राज कचौड़ी बनायी जा सकती है.
लोई बनाने के लिए :
- सबसे पहले एक साफ़ बर्तन में मैदा डाल लें. इसमें थोडा सा नमक और तेल डाल दें.
- फिर धीरे धीरे गुनगुना पानी डालते हुए मैदा गूंथना शुरू करें. मैदा गूंथने में गुनगुने पानी के उपयोग का फ़ायदा यह होता है कि इसमें गुल्ठे नहीं पड़ते. पानी डालते हुए ध्यान रखें कि मैदा गीला न हो.
- मैदा गुंथे जाने पर इसे एक साफ़ बर्तन में रख कर एक भींगे हुए कपडे से ढँक कर रखें.
कचौड़ी के मसाले के लिए :
कचौड़ी के सभी मसालों को एक बर्तन में डाल कर मिला लें. इस मसाले को बनाने के लिए बेसन, नमक, मिर्च, हींग और अमचुर आदि चीजों को अच्छे से मिलाना पड़ता है.
नोट – सामग्री मिलाते समय नमक का विशेष ध्यान रखना होता है. नमक अधिक हो जाने पर कचौड़ी का जायका बिगड़ सकता है.
राज कचौड़ी बनाने की विधि (Raj Kachori recipe)
कचौड़ी तैयार करने के लिए निम्न बातो पर ध्यान दें.
- सबसे पहले गुंथे हुए मैदे को 12 बराबर भागों में बांट लें.
- इन सभी 12 भागों को गोल गोल करके लोई तैयार कर लें. लोई तैयार करते हुए अपनी हथेलियों में हकला सा तेल रखें ताकि मैदा हाथों में चिपके नहीं.
- इन लोई के अंदर बनाया हुआ मसाला भरें. प्रत्येक लोइ में एक चम्मच भर के मसाला भरें. लोई में मसाला भरने के बाद इसे अच्छे से सील करें. इस समय इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि मसाला लोई से बाहर न निकले.
- एक नॉन स्टिकी बर्तन में तेल डालें और गरम करें. तेल का तापमान जांच करने के लिए इसमें आटे का एक छोटा सा टुकड़ा डालें. यदि वह भुन गया तो ये समझ लें कि तेल गरम हो चूका है.
- तेल गरम हो जाने पर एक एक करके मसाला भरी कचौड़ी डालते रहें. एक बार में 3 से अधिक कचौड़ी ना डालें. इस दौरान कचौड़ी तेल में पलटते रहें. पलटते रहने से कचौड़ी का हर हिस्सा अच्छे से पक सकेगा.
- इस तरह सारे कचौड़ियों को तल लें, इससे कचौड़ी तैयार हो जाएगी.
मूँग दाल ख़स्ता कचौड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (Moong dal khasta kachori ingredients)
मूँग दाल ख़स्ता कचौड़ी की ख़ूबसूरती इसके खस्तापन और इसके विशिष्ट स्वाद में है. इसके लिए आवश्यक सामग्रियों का वर्णन नीचे किये जा रहा है.
प्रति बारह कचौड़ी के लिए (1 कप =250 ग्रा)
मैदा | 2 कप |
घी | ¼ कप |
नमक | आधा चम्मच |
मूंगदाल | आधा कप भिगोई हुई |
तेल | 2 चम्मच |
जीरा | 1 चम्मच |
हींग | ¼ चम्मच |
अदरक – मिर्ची का पेस्ट | 1 चम्मच |
मिर्ची पाउडर | 1 चम्मच |
हल्दी | ¼ चम्मच |
बेसन | 2 चम्मच |
गरम मसाला | 1 चम्मच |
अमचूर | 1 चम्मच |
सौंफ | 1 चम्मच |
मूंग दाल खस्ता कचौड़ी बनाने की विधि (Moong dal khasta kachori recipe )
ऊपर दिए गये सभी सामग्री उपलब्ध हो जाने पर सही विधि से इसका इस्तेमाल करके स्वादिष्ट मूँग दाल ख़स्ता कचौड़ी बहुत आराम से बनाई जा सकती है. विधि का संपूर्ण वर्णन नीचे किया जा रहा है :
कचौड़ी की लोई कैसे बनाएं
- सर्वप्रथम लिए गये मैदा को आवश्यकतानुसार पानी देते हुए अच्छे से गूँथ लें. मैदा गूँथते समय इसमें स्वादानुसार नमक डाला जा सकता है. इस समय आप तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि गुंथा हुआ मैदा बर्तन से चिपके नहीं.
- मैदा गूंथ लेने के बाद इसको एक भींगे हुए कपडे से ढक कर रख दें.
मूँगदाल मसाला कैसे बनाएं
- मूंगदाल मसाला बनाने के लिए सबसे पहले ओवन पर नॉन स्टिक पैन में तेल गर्म कीजिए.
- इस गर्म होते तेल में हींग, जीरा आदि डालने के बाद मूँग दाल डालें और 1 मिनट तक तलें.
- इसी समय इसमें हरी मिर्ची – अदरक का पेस्ट, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, नमक, और आवश्यकतानुसार जल (लगभग ¼ कप) डाल कर मिला दें. इसके बाद इसे ढक कर 6 से 8 मिनट तक छोड़ दें. इस बीच दाल को एक चम्मच के हिला सकते हैं.
- इसके उपरान्त आंच बंद कर दें तथा इसमें बेसन, गरम मसाला, आमचूर डाल कर अच्छे से मिला लें. इस समय मूँग दाल को बारीक़ करने के लिए पीस लें.
- इस मसाले को बारह अलग अलग लोई के लिए समान मात्रा में बराबर 12 भागों में बाँट लें.
अब आपके पास मूँग दाल मसाला तथा कचौड़ी के लोई बन चुके हैं. अतः अब कचौड़ी तलने तथा आगे की प्रक्रिया को जानने के लिए नीचें पढ़ें:
मूंग दाल खस्ता कचौड़ी बनाने की विधि (Moong dal khasta kachori recipe)
- पहले से बारह भाग में बांटे हुए लोई को अपने सामने रखें. अब एक एक लोई को लेकर गोल गोल बेलना शुरू करें.
- बेली हुई लोई के किसी एक तरफ मध्य में बनाया गया मूँग दाल मसाला एक दम मध्य में भरें. भर लेने के बाद बाक़ी सभी तरफ फैली लोई को इकट्ठे करके दाल इसके अन्दर पैक कर दें.
- इसके बाद धीमे धीमे इस भरी हुई लोई को फैलाएं. इस समय इस बात का ध्यान रखें कि दाल भरी हुई को तोड़ कर बाहर न निकल आये.
- इसी तरह कुल बारह लोई में अपने बनाये गये मूँग दाल का मसाला भर के तैयार कर लें.
- तेल पुनः गर्म होने के लिए ओवन पर चढ़ा दें. इस समय गहरी नॉन स्टिकी कढाई का इस्तेमाल करें. आवश्यकतानुसार तेल गर्म हो जाने पर एक समय में 3 कचौड़ियों की लोई तेल में डालें. इन तीन कचौड़ियों को गरम तेल में समय समय पर पलटते रहें.
- लगभग 3 से 4 मिनट के बाद आंच धीमी कर दें. इस धीमी आंच पर तीनों कचौड़ियों को पकने दें और आवश्यकतानुसार लाल होने का इंतज़ार करें.
- तीनों कचौड़ी तैयार हो जाने पर उसे एक तेल सोखने वाले पेपर पर रख दें. इस काग़ज़ पर कचौड़ी से संलग्न अतिरिक्त तेल सोख लिया जाता है. इसी तरह बाक़ी बची कचौड़ियों के लोई को भी तल लें.
- आपका मूँग दाल खस्ता कचौड़ी तैयार है. इसे विभिन्न प्रकार की चटनियों के साथ खा सकते हैं.
मूंगदाल खस्ता कचौड़ी रेसिपी के लिए आवश्यक नोट (Moong dal khasta kachori recipe note)
- इस कचौड़ी को बनाते समय घी की जगह तेल का भी प्रयोग मैदा गूंथने के दौरान किया जा सकता है.
- यदि भुने हुए मूँग दल को और भी बारीक बनाना हो तो इसे मिक्सर की सहायता से पीसा जा सकता है.
- स्वादानुसार विभिन्न तरह के मसालों का इस्तेमाल मूँग दाल मसाला बनाते समय किया जा सकता है.
- यदि आपके पास आमचूर न हो तो स्वादानुसार नीम्बू का प्रयोग किया जा सकता है.
- तेल के इस्तेमाल की जगह इस कचौड़ी को बेक भी किया जा सकता है. इसके लिए हीटिंग ओवन में लगभग 180 डिग्री सेंटीग्रेड की आवश्यकता होती है.
- इसका सेवन गरमा गरम टमाटर की चटनी, सौस, पुदीने की चटनी अथवा सिर्फ चाय के साथ भी किया जा सकता है.
कचौड़ी परोसने का तरीका (How to Serve Kachori)
खाना सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं अपितु देखने में भी लाजावाब होना चाहिए. अतः अच्छी तरह से परोसना खूब मायने रखता है. यदि अच्छी तरह से परोसा न जाए तो स्वादिष्ट व्यंजनों का भी लुत्फ़ आधा हो जाता है. राज कचौड़ी परोसते समय निम्न बातों का ध्यान रखें.
- कचौड़ी के मध्य में एक छोटा सा छिद्र बनाए. इस समय ध्यान रखें कि कचौड़ी टूट न पाए.
- इसमें अपनी पसंद के अनुसार हरी चटनी या टमाटर सौस डालें, साथ ही अन्य चीज़ें जैसे उबला आलू छोटे पीस में कटा हुआ, दही, प्याज, टमाटर और सेव आदि डालें. इसमें भुना हुआ या भिगोया हुआ मुंग भी डाला जा सकता है. दही के फ़ायदे एवं गुण यहाँ पढ़ें.
- आवश्यकता हो तो अतिरिक्त तौर पर मिर्ची, धनिया आदि चीज़े भी डाल सकते हैं.
इसे आप अच्छे से परोसने के बाद खुद खाए और अपने अजीजों को भी खिलाएं, और इस तरह से कम समय में एक बहुत अच्छी नाश्ते की डिश तैयार हो जाती है, जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में खाई जा सकती है.
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