केरल के दार्शनिक स्थल | Kerala Tourism Places To Visit In Hindi

Kerala Tourism Places To Visit In Hindi अगर आप अपनी छुट्टी के लिए ऐसी जगह देख रहे हो, जहाँ आपको शानदार प्राकतिक दृश्य के साथ, शांत वातावरण मिले, जहाँ जाकर आप रिफ्रेश फील करें, आपके शरीर एवं आत्मा दोनों ही शांत महसूस करें, तो ऐसी जगह भारत में सिर्फ एक है वो है केरला. केरल की ख़ूबसूरती को देखते हुए, उसको भगवान का देश कहा जाता है. केरल एक ऐसी जगह है, जहाँ किसी भी तरह की छुट्टी बिताई जा सकती है, यहाँ हनीमून, वेकेशन, होलीडे, फॅमिली ट्रिप कुछ भी किया जा सकता है.  यहाँ समुद्र किनारे के बीच है तो ऊँचे ऊँचे पहाड़ भी है, जिसकी ख़ूबसूरती देख कोई भी मंत्रमुग्ध हो जाये. केरल में नारियल के बड़े बड़े बागान है,  यह हाथियों और समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के देश की भूमि है. यहाँ दुनिया भर से हर साल कई लोग आते है. केरल भारत देश का एक राज्य है, जो 1 नवम्बर 1956 को बना था. इसकी राजधानी थिरुवनंतपुरम है.

वैसे पूरा केरल ही बहुत सुंदर और देखने लायक है, इसमें से बेस्ट प्लेस बताना थोडा मुश्किल है, लेकिन फिर भी मैं आपको केरल के चुनिन्दा प्लेस के बारे में जानकारी देती हूँ.

Kerala Tourism Places

केरल कैसे पहुंचे (How to Reach Kerala) –

  • एयरप्लेन के द्वारा (By air) – केरल में तीन बड़े एअरपोर्ट है, त्रिवेन्द्रम इंटरनेशनल एअरपोर्ट, कोचीन इंटरनेशनल एअरपोर्ट एवं कालीकट इंटरनेशनल एअरपोर्ट. यह देश के सभी बड़े एअरपोर्ट से जुड़ा हुआ है.
  • ट्रेन के द्वारा (By train) – केरल के सभी बड़े स्टेशन से देश की भारतीय रेल जुड़ी है. केरल का सबसे बड़ा स्टेशन थिरुवनंतपुरम सेंट्रल है.
  • रोड के द्वारा (By road) – केरल में रोड नेटवर्क भी बहुत अच्छा है, यहाँ 145,704 किलोमीटर की रोड है.

केरल जाने का बेस्ट समय (Best time to visit Kerala) –

केरल जाने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मार्च होता है, ये पीक सीजन होता है, इस समय यहाँ बहुत भीड़ होती है. इसके बाद अप्रैल से मई ऑफ सीजन होता है, लेकिन फिर लोग यहाँ जाते है, क्यूंकि देश में बहुत गर्मी पड़ती है, लेकिन यहाँ बहुत अधिक गर्मी नहीं होती है. जून से अगस्त मानसून सीजन होता है, बहुत से लोग मानसून का मजा लेने यहाँ जाते है.

केरल के दार्शनिक स्थल की जानकारी Kerala Tourism Places List To Visit In Hindi

क्रमांककेटेगरीनाम
1.बेकवाटर
  • अलाप्पुज्हा (कैनाल, कोच्ची क्रुज)
  • कोल्लम
  • अश्तामुद्दी
  • चंद्रगिरी फोर्ट एवं रिवर
  • चितारी
  • कव्वायी, पय्यानुर
  • कुमारकोम
  • कुम्बलंगी
  • कुत्तानद
  • मन्नानाम
2.समुद्र तट (Beaches)
  • अलाप्पुज्हा
  • बेकल
  • बेय्पोरे
  • चावाक्कड़
  • चेराई
  • चोवारा
  • कन्वातीर्था
  • कप्पद
  • कप्पिल
  • किज्हुन्ना
3.किले
  • अन्जेंगो फोर्ट, वर्कला
  • बस्तिओं बंगला
  • बेकल फोर्ट
  • चंद्रगिरी फोर्ट
  • होसदुर्ग फोर्ट
  • किलिमनूर पैलेस
  • कोयिक्कल पैलेस
  • कृष्णापुरम पैलेस
  • मत्तनचेरी डच पैलेस
  • नीलाम्बुर कोविलाकम
4.हिल्स
  • अगस्थ्यकूदम
  • अम्रिथामेदु
  • चारलकुन्नु
  • चेम्बर पीक
  • देविकुल्लम हिल्स
  • धोनी, पलक्कड़
  • इको पॉइंट इन मुन्नार
  • एडक्कल केव्स
  • गावी
  • ग्राम्पी
  • हिल्स ऑफ़ मुन्नार
5.वाटरफाल्स
  • अद्यांपारा
  • अरुविक्कुज्ही
  • अथिराप्पाली
  • अत्तुकड़
  • चीयाप्पारा
  • चेथलायम
  • धोनी इन पलक्कड़
  • कलाक्कायम
  • कन्थान्पारा
  • कीज्हर्कुथ
6.अभयारण्य
  • अरलम
  • बेगुर
  • चिम्मोन्य
  • चिन्नार
  • चूलान्नुर
  • एराविकुल्लम
  • इदुक्की
  • कदलुंदी
  • कुमारकोम
  • मुठुन्गा

केरल में घुमने योग्य जगह (Kerala Tourist Places) –

मुन्नार (Munnar) –

दक्षिण भारत के केरल का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन मुन्नार है. मुन्नार में तीन नदियाँ कुण्डले, मुद्रपुज्हा एवं नाल्लाथान्नी का मिलन होता है. यह पश्चिमी घाट पर 1524 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहाँ 80 हजार मील के क्षेत्र में हरी चाय के बागान है, जो ऊँची पहाड़ी के ढाल में स्थित है. आप इन बागानों को देख बहुत अच्छा महसूस करेंगें. हरे भरे परिदृश्य, झरने, झील, जंगल और चाय बागान इस जगह को पृथ्वी पर एक स्वर्ग बनाते हैं. यहाँ आप पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसे एडवेंचर का भी मजा ले सकते है.

केरल बेकवाटर्स (Keraka backwaters) –

अगर आपने केरल के बेकवाटर्स में क्रुज का मजा नहीं लिया तो आपका केरल ट्रिप अधुरा है. ये बेकवाटर्स केरल की बहुत सी नदी, नहर एवं झील को जोड़ते है. इन क्रूज के द्वारा केरल के बहुत से शहर एवं गाँव का भी भ्रमण कराया जाता है. इन क्रूज को हाउसबोट्स कहते है, ये यहाँ का मुख्य आकर्षण है. ये हाउसबोट्स किसी होटल से कम नहीं होते है, जिनमें सोना खाना पीना, बाथरूम सभी की व्यवस्था होती है. ये हाउसबोट का चुनाव आप अपने बजट के अनुसार कर सकते है, कई तरह की रेंज में होते है. इनमें आप जितने दिन चाहें उतने दिन रह सकते है. ये हाउसबोट आपको प्रकति के बहुत करीब ले जाते है, शहर के शोर शराबे से दूर आप प्रकति का पूरा मजा ले सकते है. इन हाउसबोट में बेडरूम, किचन, डायनिंग रूम सब होता है, आप अपना पर्सनल हाउसबोट बुक कर सकते है, या किसी के साथ शेयर भी कर सकते है. पानी में चलते चलते आप प्रकति में खो जायेंगें.

कुमारकोम (Kumarakom) –

कुमारकोम, कोट्टायम के पास में स्थित है. यह केरल का एक मुख्य आकर्षण में से एक है. यह 14 एकड़ का पक्षी अभयारण्य है, जहाँ तरह तरह की पक्षियों की प्रजाति पाई जाती है. यह प्रवासी पक्षीयों का पसंदीदा स्थान है. कुमारकोम भी एक शानदार बेकवाटर की जगह है और इसलिए आप एक नौका विहार की सवारी पर यहाँ जा सकते हैं. यहाँ आयुर्वेदिक स्पा की भी व्यवस्था है. जिसे लेकर लोगों को आत्मिक एवं मानसिक शांति मिलती है. यहाँ वेमबानाद लेक भी है, जिसे देखने लोग आते है. यह केरल का सबसे बड़ा लेक है, साथ ही ये भारत का सबसे लम्बा लेक है. इस लेक पर क्रुज से जाकर आप सूर्योदय या सूर्यास्त का मजा ले सकते है.

चेम्बर पीक (Chembra peak) –

ये मेप्पदी टाउन के पास स्थित है. यह 6990 फीट ऊंचाई पर स्थित है. यहाँ लोग ट्रेकिंग का मजा लेने के लिए जाते है. उपर ऊंचाई से नजारा देखने लायक होता है. उपर ऊंचाई के दोनों तरह घना जंगल है, जिससे यहाँ का व्यू और सुंदर हो जाता है.

ठेकड्डी (Thekkady) –

ठेकड्डी में आप क्रुज के द्वारा वन्य जीवन को करीब से देख सकते है. यहाँ हाथी, टाइगर, हिरन, जंगली भैंसा आदि जानवर देखने को मिलते है. हाथी की सफारी का मजा भी आप यहाँ ले सकते है, जो अपने आप में एक अलग तरह का अनुभव है. बागान और हिल स्टेशन की ये जगह एक सुगम्य सेटिंग प्रदान करती हैं, जिससे तरह तरह की फोटो आप ले सकते है. यहाँ ट्रेकिंग का भी मजा लिया जा सकता है. ठेकड्डी में सबसे मुख्य आकर्षण पेरियार रिवर, मुरिक्कड़ी एवं चेल्लार्कोवली है.

वर्कला बीच (Varkala beach) –

केरला में बहुत से लोग आयुर्वेद मसाज (स्पा) का मजा लेने के लिए जाते है, यहाँ की आयुर्वेदिक मसाज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. इस आयुर्वेदिक मसाज को आप वर्कला बीच में ले सकते है. वर्कला बीच की आयुवेदिक मसाज पूरी दुनिया में जानी जाती है. समुद्र तट और पहाड़ इस जगह को आकर्षक बनाते हैं. यहाँ सूर्यास्त बहुत सुंदर होता है. यहाँ का बीच बहुत साफ़ सुथरा और सुंदर है. यहाँ की अच्छी बात यह है कि यहाँ बहुत अधिक भीड़ नहीं होती है, जिससे आप आराम से रिलैक्स हो सकते है, आपको कोई डिस्टर्ब भी नहीं करेगा. समुद्र तट के सुंदर, शांत वातावरण में आप एक शानदार शाम व्यतीत कर सकते है.

कोवालम (Kovalam) –

कोवालम भी केरल की अच्छी जगहों में से एक है. यह त्रिवेन्द्रम से मात्र 16 किलोमीटर दूर है. कोवालम में तीन बीच है – लाइटहाउस बीच, हवाह बीच एवं समुद्र बीच. लाइटहाउस बीच इनमें सबसे बड़ा है.

चोत्तनिक्कारा भगवती मंदिर (Chottanikkara Bhagavathy Temple) –

केरल राज्य का यह प्रसिद्ध मंदिर है. यह कोच्चि के बाहरी इलाके में स्थित है. इस मंदिर में मुख्य रूप से 2 देवता वास करते है – राजराजेश्वरी एवं भद्रकाली. यहाँ के लोगों का इन देवी पर अत्याधिक विश्वास है. यह मंदिर यहाँ का मुख्य आकर्षण है, यहाँ जाने से बहुत शांति मिलती है.

केरल कत्थकली सेंटर (Kerala Kathakali Centre) –

अगर आप केरल की पारंपरिक संस्कृति को करीब से जानना एवं देखना चाहते है तो आपको यहाँ जाना ही चाहिए. केरल कत्थकली सेंटर का निर्माण 1990 में हुआ था, ताकि लोग केरल की शास्त्रीय कला को जान सकें, उससे जुड़ सकें. यहाँ नयी प्रतिभाओं को कठोर प्रशिक्षण एवं अनुशासित ढंग से प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे जीवन में अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें. इस सेंटर में कत्थकली, शास्त्रीय संगीत एवं नाच, कलरीपायट्टु और एक विशेष तरह का मार्शल आर्ट सिखाया जाता है. आप समय निकाल कर यहाँ जा सकते है, और तरह तरह की परफॉरमेंस का मजा ले सकते है. इनका पहनावा, मेकअप देखकर आप भाव विभोर हो जायेंगें. भारत देश के लोकनृत्य के इतिहास को यहाँ पढ़ें.

पूवर आइसलैंड (Poovar Island) –

यह भी केरल की सुंदर जगहों में से एक है, यहाँ झील, नदी, समुद्र सबकी सुन्दरता देखने को मिलती है. यहाँ भी क्रुज के द्वारा आप प्रकति में विचरण कर सकते है. समुद्र तट पर गोल्डन रेत बीच को सुंदर बना देती है, बेकवाटर में क्रूज का मजा लेना बहुत सुहावना होता है. ऐसा लगता है, प्रकति ये यहाँ कोई जादू कर दिया है. यहाँ पर भी झील में बोटहाउस कॉटेज का मजा लिया जा सकता है, साथ ही झील के किनारे भी कॉटेज बने हुए रहते है, जिसमें भी आप रुक कर प्रकति के मजे ले सकते है. केरल की यह जगह भी आयुर्वेदिक मसाज के लिए फेमस है.

इन सबके अलावा यहाँ थ्रिस्सुर, कोल्लम, आलेपेय, पेरियार एवं वायानद भी केरल के मुख्य टूरिस्ट प्लेस है. केरल की सुन्दरता अद्वितीय है, इसलिए इसे भगवान का प्रदेश कहते है, क्युकी लोगों का मानना है भगवान् ने अपने रहने के लिए इसे बड़े इत्मीनान से, सोच समझ कर इतना सुंदर बनाया है. यहाँ आकर आप एक ताजगी महसूस करेंगें, जो यहाँ से जाने के बाद आपको बहुत याद आएगी.

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