गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है, ताजा खबर, क्या निखिल गुप्ता ने किया है मर्डर? (Gurpatwant Singh Pannu Biography in Hindi)

गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है, बायोग्राफी, ताजा खबर, नेटवर्थ, न्यूज़, एक्सीडेंट, इंटरव्यू, क्या निखिल गुप्ता ने किया है मर्डर (Gurpatwant Singh Pannu (Pannun) Biography in Hindi) (Latest News, Family, Citizenship, Net Worth, Wife, Age, Twitter, Instagram, Accident)

साल 2020 में जुलाई के महीने में भारत के गृह मंत्रालय के द्वारा गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकवादी घोषित किया गया था और इंटरपोल के द्वारा इनके नाम पर रेड नोटिस भी जारी कर दिया गया था। इस आर्टिकल में हम आपको गुरपतवंत सिंह पन्नू की बायोग्राफी हिंदी में दे रहे हैं, ताकि आप यह जान सके कि, आखिर गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है

Gurpatwant Singh Pannun Biography

गुरपतवंत सिंह पन्नू बायोग्राफी (Gurpatwant Singh Pannun Biography in Hindi)

पूरा नामगुरपतवंत सिंह पन्नू
प्रोफेशनवकील, खालिस्तानी आतंकवादी
जन्म स्थानखानकोट गांव, अमृतसर, पंजाब भारत
नागरिकताकनाडियन
मजहबसिख
राशिकर्क
कॉलेजपंजाब यूनिवर्सिटी
पढ़ाईकानून में ग्रेजुएट
लंबाई5 फीट 7 इंच
वजन57 किलो
छाती43 इंच
कमर13 इंच
बाइसेप्स34 इंच
आंखों का रंगकाला
बालों का रंगहल्का सफेद
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पितामहेंद्र सिंह पन्नू
माताअमरजीत कौर
भाईमंगवंत सिंह

गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है, जन्म, प्रारंभिक जीवन‌

गुरपतवंत सिंह पन्नू का जन्म भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर के खानकोट गांव में हुआ था। वर्तमान में यह कनाडा में रहता है। इनके द्वारा एक अलगाववादी संगठन चलाया जाता है, जिसका नाम सिख फोर जस्टिस है। यह संगठन मुख्य तौर पर कनाडा में प्रभावशाली है। कनाडा में इस संगठन के साथ सिख समुदाय के कई बड़े आतंकवादी जुड़े हुए हैं। इस संगठन का काम मुख्य तौर पर दुनिया भर में सिख मजहब का विस्तार करना है और भारत में खालिस्तान जैसे अलग राज्य की अथवा देश की डिमांड की आवाज को प्रमुखता से उठाना है। खालिस्तान का आतंकवादी होने के अलावा गुरपतवंत सिंह पन्नू एक वकील भी है।

गुरपतवंत सिंह पन्नू की शिक्षा

इन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई पंजाब के ही एक विद्यालय से करी हुई है। इसके अलावा कॉलेज की पढ़ाई इन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से पूरी की हुई है। पंजाब यूनिवर्सिटी से इन्होंने कानून में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। इनके द्वारा सिख मजहब को फॉलो किया जाता है। अपनी एजुकेशन पूरी करने के बाद पन्नू विदेश चला गया और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर के उसने पंजाब में खालिस्तान मूवमेंट को आगे बढ़ाने का अभियान चलाया।

गुरपतवंत सिंह पन्नू का परिवार, वाइफ, विवाह

इनके पिताजी का नाम महेंद्र सिंह पन्नू है, जो की पंजाब स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के कर्मचारी थे, जो अब रिटायर हो चुके हैं। वहीं इनकी माता जी का नाम अमरजीत कौर है। इन दोनों की ही मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा इनके दो भाई हैं। इनके भाई का नाम मंगवंत सिंह है, जो की पंजाब छोड़कर अमेरिका चले गए हैं। वही इनके एक दूसरे कजिन भाई का नाम दिलजीत सिंह पन्नू है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। यह साल 1992 से लेकर के 1997 तक घाना में हाई कमिश्नर थे और साल 2005 से लेकर के 2007 तक Madagascar के एंबेसडर थे। इनका विवाह हो चुका है। हालांकि इनकी पत्नी का नाम और इनके बच्चों का नाम अज्ञात है।

एनआईए ने की कार्रवाई

नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के द्वारा सिख फोर जस्टिस के सरगना पन्नू पर तगड़ी कार्रवाई की गई है। एजेंसी ने पन्नू के घर के 1/4 हिस्से को सील कर दिया है। यह कार्रवाई UAPA के अंतर्गत करी गई है और इसके घर के बाहर एजेंसी ने संपत्ति जप्त करने का नोटिस भी चिपका दिया है। कनाडा में भारत विरोधी खालिस्तान आंदोलन को आगे बढ़ाने में पन्नू का सबसे बड़ा हाथ है। साल 2020 में भी एजेंसी के द्वारा इसकी संपत्ति कुर्क करी गई थी। सरकार ने सिख फॉर जस्टिस संगठन को गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम 1967 की धारा 3 (1) के अंतर्गत इलीगल घोषित कर दिया है।

कनाडा के हिंदुओं को दी धमकी

गुरपतवंत सिंह पन्नू अभी तक तो सिर्फ भारत के खिलाफ ही जहर उगलता था और खालिस्तान बनाने की बात करता था, परंतु पिछले कई समय से पन्नू के द्वारा लगातार हिंदू और हिंदू धर्म को भी टारगेट किया जा रहा है। अब अक्सर पन्नू के ऐसे वीडियो आते रहते है, जिसमें वह हिंदुओं को अपशब्द कहते हुए दिखाई पड़ता है। एक वीडियो में उसने कहा कि, भारत-कनाडाई हिंदुओं आपके द्वारा कनाडा और कनाडा के संविधान के प्रति अपनी निष्ठा को अस्वीकार कर दिया गया है। आपको दोबारा भारत जाना होगा।

गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ की पसंद

पसंदीदा खानाभारतीय खाना
पसंदीदा अभिनेताअमिताभ बच्चन
पसंदीदा फिल्मअग्निपथ
पसंदीदा फैशन डिजाइनरTom Ford and Georgi Armani
पसंदीदा परफ्यूमक्रूीड रॉयल वॉटर
पसंदीदा गानापंजाबी गाना
पसंदीदा सिंगरए आर रहमान, श्रेया घोषाल
पसंदीदा घूमने की जगहयूरोप, पेरिस, बाली, गोवा

गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ की कुल संपत्ति (Net Worth)

इंटरनेट से अलग-अलग वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार पन्नू के पास टोटल 2 से 3 करोड रुपए की संपत्ति है। इसकी कमाई का मुख्य जरिया इसके द्वारा किया जाने वाला बिजनेस है। इसके अलावा संगठन के अन्य लोगों के द्वारा संगठन चलाने के लिए जो पैसे दिया जाता है, उसमें से भी कभी कबार अपने पर्सनल इस्तेमाल के लिए यह पैसा निकाल देता है।

गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ से संबंधित बातें

  • गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ एक अमेरिकन वकील है, जिसने खालिस्तान आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस की स्थापना साल 2007 में की थी। सिख फॉर जस्टिस संगठन की स्थापना 1984 में भारत की पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगों के दौरान मृत्यु को प्राप्त सिखों के संबंध में न्याय की वकालत करने के लिए की गई थी।
  • पन्नू अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलने की वजह से सोशल मीडिया और समाचारों में छाया रहता है। साल 2023 की जून की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में इसका दिखना कम हो गया था।
  • अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद यह यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका चला गया था, जहां पर इसने अटॉर्नी के तौर पर अपने लीगल करियर की शुरुआत कर दी थी।
  • पन्नू के नेतृत्व में सिख फॉर जस्टिस संगठन के द्वारा साल 2011 में अमेरिका की लोकल कोर्ट में इंडियन नेशनल कांग्रेस के नेता कमलनाथ के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया‌ गया, जिसमें उन पर आरोप लगाया गया कि वह 1984 के सिक्ख विरोधी दंगे में शामिल थे। हालांकि कोर्ट ने मामले को खारिज कर दिया और कारण दिया कि यह मामला भारत का है।
  • पन्नू के संगठन ने सोनिया गांधी के खिलाफ साल 2013 में सितंबर के महीने में एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सोनिया गांधी 1984 के सिख दंगों से जुड़े व्यक्तियों की रक्षा कर रही है। हालांकि इस मामले को भी खारिज किया गया।
  • अमेरिका की एक कोर्ट में साल 2014 में फरवरी के महीने में सिख जस्टिस संगठन ने एक याचिका दायर की। इसमें कहा गया कि इंडिया के पूर्व प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह ने देश के वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारत में सिख समुदाय को दबाने के लिए जो ग्रुप काम कर रहे थे, उन्हें फाइनेंस किया।
  • सिख जस्टिस संगठन ने साल 2015 में नवंबर के महीने में एक अभियान की स्टार्टिंग की, जिसमें पंजाब के चीफ मिनिस्टर बेअंत सिंह की हत्या में शामिल जगतार सिंह की रिहाई को लेकर बात कही गई थी।
  • 2018 में अमेरिका में आयोजित एक खालिस्तान सपोर्टेड रैली में पन्नू के द्वारा कहा गया कि पंजाब को भारत से अलग करने के लिए रेफरेंडरम 2020 मूवमेंट शुरू की जाएगी और इसके लिए संगठन पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में जनमत संग्रह करवाएगा।
  • सिख जस्टिस संगठन पर प्रतिबंध इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा 10 जुलाई को साल 2019 में लागू कर दिया गया।
  • साल 2019 में ऐसी रिपोर्ट आई थी कि, भारत से सिख समुदाय के जो लोग पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाएंगे, उनका ब्रेनवाश करने के लिए पाकिस्तान ने पन्नू के साथ पाकिस्तान में खालिस्तान संबंधी सेमिनार आयोजित किया।
  • Sikhs For Justice संगठन ने साल 2020 में अक्टूबर के महीने में इंदिरा गांधी की डेथ एनिवर्सरी पर यह घोषणा की कि, पंजाब के जो विद्यार्थी इंदिरा गांधी और भारत के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाएंगे, उन्हें नगद इनाम और मोबाइल फोन दिया जाएगा।
  • पन्नू के द्वारा साल 2023 के आईसीसी वर्ल्ड कप में बाधा डालने से संबंधित घोषणा करी गई थी। इस पर साल 2023 में गुजरात पुलिस ने सितंबर के महीने में पन्नू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। यह FIR तब दर्ज की गई, जब देश भर में कई लोगों को पहले से रिकॉर्ड किए गए धमकी वाले मैसेज पन्नू के संगठन द्वारा सेंड किए गए। पन्नू ने कहा था कि, वह इस वर्ल्ड कप को रोक करके खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह की हत्या का बदला लेंगे।
  • कांग्रेस के नेता गुरसिमराम सिंह मंड के द्वारा साल 2022 में अगस्त के महीने में चंडीगढ़ में पन्नू के घर पर भारत के तिरंगे को हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत फहराया गया।

गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ मर्डर ताज़ा खबर

आपको बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ की हत्या का आरोप अमेरिका ने निखिल गुप्ता के ऊपर लगाया है. कहा जा रहा है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ की हत्या करने के लिए निखिल गुप्ता ने सुपारी ली थी. निखिल गुप्ता का अन्य नाम निक है जिसे चेक रिपब्लिक में अरेस्ट कर लिया गया है. उन पर आरोप लगा है कि भारत में बैठे CC-1 के कहने पर निखिल गुप्ता एक किलर को ढूंढ रहा था.

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FAQ

Q : गुरपतवंत सिंह पन्नू‌ कौन है?

Ans : एक वकील और खालिस्तानी आतंकवादी

Q : क्या पन्नू मर गया?

Ans : नही

Q : खालिस्तान का मतलब क्या होता है?

Ans : वो जमीन जो खालसा की हो

Q : खालिस्तान की मांग कब हुई?

Ans : 1969

Q : क्या सभी सिख खालिस्तान सपोर्टर है?

Ans : नहीं!

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