जानिए क्या है FATF की ब्लैकलिस्ट, जिसमें पाकिस्तान का नाम भी हो सकता है शामिल

एफएटीएफ (FATF) क्या है, काली सूची, मुख्यालय पाकिस्तान, भारत, (What is FATF in Hindi) (Full Form, Blacklist, Members, Headquarter, Grey list, Pakistan, India)

आतंकवाद एक ऐसा खतरा है जो पूरी दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है और उससे निपटने के लिए सभी देश अपनी भरसक कोशिश करते हैं. इसी प्रकार एफएटीएफ (FATF) ऑर्गेनाइजेशन का गठन किया गया था. यहां बता दें कि इस गठन का मुख्य कार्य उन देशों पर नजर रखना होता है जो देश आतंकियों की वित्तीय सहायता करते हैं. अगर कोई देश आतंकियों की आर्थिक सहायता करता हुआ पाया जाता है तो उसको ग्रे लिस्ट या फिर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि FATF क्या है और जुड़ी हुई अन्य दूसरे महत्वपूर्ण बातें. तो इसलिए अगर आपको एफएटीएफ के बारे में जानकारी नहीं है तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें.

whatis FATF in hindi

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एफएटीएफ (FATF) फुल फॉर्म (Full Form)

एफएटीएफ का फुल फॉर्म फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) है और इसका हिंदी में पूरा नाम वित्तीय कार्यवाही कार्य बल है.

एफएटीएफ (FATF) क्या है (What is FATF)

यहां जानकारी के लिए बता दें कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स एक इंटर गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन है जिसका हेड क्वार्टर पैरिस, फ्रांस में बना हुआ है. बता दें कि यह ऑर्गेनाइजेशन 1989 में बनाई गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य उन सभी देशों पर नजर रखना है जो आतंकी संगठनों की आर्थिक मदद करते हैं और अगर यह देश किसी भी आतंकी संगठन की फंडिंग के माध्यम से सहायता करते हैं तो उन देशों को ग्रे लिस्ट या ब्लैक लिस्ट कर दिया जाता है. यहां जानकारी दे दें कि पहले एफएटीएफ का काम केवल मनी लॉन्ड्रिंग तक ही था, लेकिन साल 2001 में इसके साथ टेरर फाइनेंसिंग को भी जोड़ दिया गया था और बाद में साल 2012 में यह अधिकार भी मिला कि यह मास डिस्ट्रक्शन के वेपन बनाने के लिए फाइनेंसिंग पर नियम भी बना सकती है.

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एफएटीएफ (FATF) ग्रे लिस्ट (Grey List)

यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में वो देश शामिल किए जाते हैं जिन देशों पर आतंकी संगठनों को आर्थिक सहायता देने का आरोप लगा हुआ होता है. ‌यहां बता दें कि जिन देशों को इस ग्रे लिस्ट में रखा जाता है उनके लिए यह एक प्रकार की चेतावनी होती है कि वह आतंकी संगठनो के खिलाफ अगर कोई कदम नहीं उठाते हैं तो वह ब्लैक लिस्ट में शामिल कर दिए जाएंगे. अगर कोई देश ग्रे लिस्ट में शामिल हो जाता है तो उसे फिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बहुत ही ज्यादा समस्या होने के साथ-साथ वर्ल्ड बैंक व आईएमएफ IMF) से पैसों की मदद और लोन मिलने में भी बहुत ही ज्यादा कठिनाई होती है.

पाकिस्तान एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में

यहां यह बता दें कि साल 2018 में पाकिस्तान को एफएटीएफ (FATF)  ने ग्रे लिस्ट में शामिल कर दिया था और अब पाकिस्तान को 20 फरवरी 2021 तक का समय दिया गया है जिसके तहत उसे 27 सूत्रीय कार्य परियोजनाओं को पूरा करना होगा. बता दें कि पाकिस्तान को अभी 6 सूत्रीय कार्य परियोजनाएं और करनी है क्योंकि उसने अभी तक केवल 21 सूत्रीय कार्य परियोजनाओं को पूरा किया है.

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एफएटीएफ (FATF) ब्लैक लिस्ट (Blacklist)

इस ब्लैक लिस्ट में उन सभी देशों को शामिल कर दिया जाता है जो टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक कोई कदम नहीं उठाते हैं. इन्हें पहले एक बार चेतावनी दी जाती है लेकिन अगर तब भी यह देश अगर कॉर्पोरेट नहीं करते हैं तो तब इन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाता है. यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर कोई देश ब्लैक लिस्ट में शामिल कर दिया जाता है तो इसका यह मतलब होता है कि वह देश आतंकी संगठनों को सपोर्ट कर रहा है और उस बैंक को फिर आईएमएफ (IMF) या वर्ल्ड बैंक इत्यादि से लोन नहीं मिलता है. यहां बता दें कि उत्तर कोरिया और ईरान एफएटीएफ (FATF)  ब्लैक लिस्ट में शामिल है.

एफएटीएफ (FATF) में सदस्यों की संख्या (Members)

यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एफएटीएफ (FATF)  ऑर्गेनाइजेशन में 39 सदस्य हैं जिसमें से 37 तो देश हैं और बाकी 2 रीजनल संगठन हैं. बता दें कि हमारा देश भारत भी एफएटीएफ (FATF)  का एक सदस्य है. साथ ही आपको बता दें कि एफएटीएफ (FATF)  में कई ऑब्जर्वर भी होते हैं जिनमें से एक इंडोनेशिया भी है. ‌

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एफएटीएफ (FATF) के मुख्य कार्य

  • इसका काम आतंकी संगठनों के लिए मनी लॉन्ड्रिंग और फंडिंग को रोकना होता है. ‌
  • एफएटीएफ विभिन्न प्रकार की नीतियों को विकसित करता है जिससे कि आतंकी फंडिंग रोकी जा सके. ‌

अतः आतंकी संगठनों की मदद करने वाले देशों पर नजर रखने के लिए इस तरह का संगठन बनाया गया है. इसमें ग्रे लिस्ट एवं ब्लैक लिस्ट में शामिल होने वाले देश पर कड़ी नजर रखी जा रही है.

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