अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा जारी फर्जी बाबा के नाम की सूची और अपराध | List of Fake Baba Name in India Released by Akhil Bharatiya Akhara Parishad in hindi
भारत में कई सारे धर्म मौजूद हैं और यहां पर लोगों का भगवान पर काफी विश्वास भी हैं और लोगों के इसी विश्वास का फायदा कई फर्जी बाबाओं द्वारा उठाया जा रहा है. ये बाबा खुद को भगवान रूप बताकर लोगों से पैसे ठगने का काम करते हैं और आस्था के नाम पर कई अपराधों को अंजाम भी देते हैं. इन्हीं बाबाओं से लोगों को सावधान रखने के लिए ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा एक सूची भी जारी की जा चुकी है. जिसमें हमारे देश के फर्जी बाबाओं के नाम हैं. इस लिस्ट में शामिल किए गए अधिकतर बाबाओं पर कोई ना कोई केस कोर्ट में चल रहा है और कुछ बाबा तो अपने अपराधों की सजा जेल में काट भी रहे हैं.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक (Akhil Bharatiya Akhara Parishad Meeting )
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सितम्बर 2017 में अपने एक बैठक में एक सूची में बाबाओं के नाम दिए हैं, जोकि फर्जी बताये जा रहे हैं. इस बैठक के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी थे. इस बैठक के अंतर्गत परिषद में महामंत्री और जुना अखाड़ा के तात्कालिक महंत श्री हरी सिंह के अनुसार बैठक में कुल 16 प्रस्ताव पारित किये गये हैं. इन 16 प्रस्तावों में इलाहाबाद का नाम परिवर्तन, वर्ष 2019 अर्धकुम्भ के दौरान उत्तरप्रदेश में प्रवेश पर साधूओं का टोल टैक्स माफ़ करना, वेनिमधाव दर्शन सुलभ कराना आदि है.
फर्जी बाबाओं के नाम और उनके द्वारा किए गए अपराध-
संख्या | बाबा का नाम | अपराध |
1 | आसाराम बापू | रेप के आरोपी |
2 | राधे मां | दहेज लेने के लिए उत्तेजित करने का आरोप |
3 | स्वामी नित्यानंद | रेप का मामला |
4 | निर्मल बाबा | अंधविश्वासफैलाने का आरोप |
5 | इच्छाधारी भीमानंद बाबा | सेक्स रैकेट चलाने का आरोप |
6 | स्वामी असीमानंद | अजमेर शरीफ दरगाह और मक्का मस्जिद के बाहर हुए बम धमकों के आरोपी |
7 | सच्चिदानंद गिरी | धोखाधड़ी और जमीने से जुड़ा आरोप |
8 | गुरमीत राम रहीम सिंह | रेप केस में काट रहे हैं सजा |
9 | स्वामी ओमजी | चोरी का आरोप |
10 | रामपाल | हत्या का आरोप |
11 | आचार्य कुशमुनि | भ्रष्टाचार का आरोप |
12 | बृहस्पति गिरी | मंदिर के पैसे हड़पने का आरोप |
13 | मलखान बाबा | पैसे लूटने और लड़की को अगवा करने का आरोप |
14 | ओम नमः शिवाय बाबा | – |
15 | दाती महाराज | रेप का आरोप |
हमारे देश के फर्जी बाबाओं के नाम और उनके अपराध (List of Fake Babas) –
आसाराम बापू उर्फ असुमल सिरुमलानी (Asaram Bapu)
आसाराम बापू काफी चर्चित बाबाओं में से एक हैं और इनका नाम कई सारे अपराधों के साथ भी जुड़ा हुए है. एक गरीब परिवार से आने वाले आसाराम ने साल 1973 में गुजरात राज्य में सबसे पहले अपना एक आश्रम खोला था. जिस वक्त इन्होंने अपना ये आश्रम खोला था उस वक्त इनके केवल 10 ही फॉलोअर्स थे. लेकिन इस वक्त इनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में हैं .
इस वक्त आसाराम के पूरे भारत में 420 से भी ज्यादा आश्रम और 50 से भी ज्यादा गुरूकुल हैं. लेकिन कुछ साल पहले ही इनको इनके द्वारा किए गए अपराधों के चलते सजा सुनाई गई है और इस वक्त ये जेल में बंद हैं.
आसाराम बापू के साथ जुड़े अपराध और विवाद ( Asaram Bapu Case)
रेप केस में पाए गए आसाराम दोषी
गुजरात में रहने वाली दो बहनों ने इनपर और इनके पुत्र पर आरोप लगाया कि इन दोनों ने उनका शोषण किया. जिसके बाद आसाराम को उनके बेटे सहित गिरफ्तार कर लिया था और इन दोनों पर कोर्ट में केस चलाया गया था. जिस वक्त इनपर ये केस चल रहा था उस वक्त इस केस से जुड़े दो गवाहों की हत्या भी कर दी गई थी. हालांकि गवाहों की हत्या करवाने के बावजूद भी इन दोनों पर रेप के आरोप सिद्ध हो गए थे और इन दोनों को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी और इस वक्त ये जेल में अपने सजा काट रहे हैं. इस रेप केस से पहले भी आसाराम के ऊपर काला जादू करने जैसे कई आरोप लगाए गए थे लेकिन वे इन सभी आरोप से बरी हो गए थे.
दिल्ली गैंगरेप पर दिया विवादित बयान
वर्ष 2016 में दिल्ली में हुए गैंगरेप पर आसाराम ने कॉन्ट्रोवर्शियल स्टेटमेंट दी थी और अपनी स्टेमेंट में इन्होंने बोला था कि इस गैंगरेप के लिए लड़की भी उतनी जिम्मेदार थी जितने की लड़के थे. अपने इस बयान में इन्होंने आगे कहा था कि लड़की के साथ जो गैंगरेप कर रहे थे, उनको लड़की भाई बुला सकती थी और उन्हें गैंगेरेप ना करने के लिए आग्रह कर सकती थी.
जमीन हथियाने का आरोप
- इनपर और इनके पुत्र के खिलाफ जबरन जमीन हथियाने का आरोप भी लग चुका है. कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में इन बाप बेटे द्वारा करीब 700 एकड़ जमीन पर कब्जा करने की शिकायत दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद इन पर इस मामले पर केस भी चलाया गया था.
- साथ ही इन दोनों पर साल 2008 में दो बच्चों की हत्या करने का भी आरोप लगा था. ये दोनों बच्चे इनके गुरुकुल के छात्र थे और इन दोनों बच्चों की लाशा नदी के पास मिली थी.
राधे मां (सुखविंदर कौर) (Radhe Maa)
पंजाब में जन्मी सुखविंदर कौर ने खुदको राधे माँ कहकर लोगों से परिचित हुई. लेकिन बाद में ये मुंबई में जाकर रहने लगी थी. मुंबई आकर ही इन्होंने अपना नाम राधे मां रख लिया था और लोगों को खुद को माता रानी का रूप बताकर धार्मिक सभाओं का आयोजन करना शुरू कर दिया. इस वक्त भी ये बोरीवली में स्थित ‘राधे मां भवन’ में नियमित धार्मिक सभाओं का आयोजन करती हैं और लाल रंग के वस्त्र पहन कर दर्शन देती हैं और इनके साथ डांस करती हैं. राधे मां के जीवन के बारे में यहाँ पढ़े.
राधे मां के साथ जुड़े विवाद
- साल 2015 में राधे मां के खिलाफ एक व्यक्ति ने लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खेलने का एक केस दर्ज करवाया था. अपनी शिकायत में पंजाब में रहने वाले इस व्यक्ति ने कहा था कि ये खुद को माता रानी बताकर लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खेलती हैं और उनसे पैसे लूटती हैं.
- कुछ साल पहले ही मुंबई में रहने वाले एक महिला ने राधे मां के खिलाफ दहेज से जुड़ा एक मामला दर्ज करवाया था. निकी नामक इस महिला का आरोप था कि राधे मां, निकी की फैमिली को उनसे दहेज लेने के लिए उत्तेजित करती थी. जिसके चलते निकी के फैमिली वाले उन्हें दहेज के लिए परेशान करते थे.
- इसके अलावा राधे मां पर लोगों को धमकी देने सहित आईपीसी धारा के तहत कई और मुकदमें भी दायर कराए गए हैं.
स्वामी नित्यानंद (Swami Nithyananda)
स्वामी नित्यानंद का असल नाम राजशेखरन है और ये एक हिंदू आध्यात्मिक गुरू हैं, जो कि भारत के अलावा अन्य देशों में भी काफी प्रसिद्ध हैं. 40 वर्षीय स्वामी नित्यानंद ने ‘नित्यानंद ध्यानपेटम’ नामक एक गैर सरकारी संगठन की स्थापन भी कर रखी है और इस संगठन द्वारा संयुक्त राज्य में हिंदू धर्म से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. स्वामी नित्यानंद का दावा है कि उनके पास कई सारी आध्यात्मिक शक्तियां हैं और ये तीसरी आंख भी जागृत कर सकते हैं. लेकिन अन्य बाबाओं की तरह ही इनका नाम भी कई तरह के अपराधों से जुड़ा हुआ है और इनके खिलाफ कई केस भी चल रहे हैं.
स्वामी नित्यानंद के साथ जुड़े विवाद
आपत्तिजनक वीडियो से जुड़ा विवाद
साल 2010 में इनकी एक आपत्तिजनक वीडियो सबके सामने आई थी और इस वीडियो में ये एक तमिल अभिनेत्री के साथ दिख रहे थे. इस वीडियो को लेकर काफी विवाद भी हुआ था, लेकिन स्वामी नित्यानंद ने कहना था कि इस वीडियो में वो नहीं है. वहीं जब इस मामले की जांच की गई तो इस वीडियो टेप के लिए अन्य लोगों को जिम्मेदार पाया गया था.
रेप से जुड़ा चल रहा है केस
कर्नाटक ट्रायल कोर्ट में इस वक्त स्वामी नित्यानंद के खिलाफ रेप से जुड़ा एक केस चल रहा है. इनपर आरोप है कि इन्होंने अपनी एक शिष्या का रेप किया था, जिस वक्त वो इनके आश्रम में आध्यात्मिक शिक्षा ले रही थी. इस केस को लेकर इन पर कोर्ट में पांच धारों के तय आरोप दर्ज किए हुए हैं और अगर ये दोषी सिद्ध होते हैं तो इन्हें सजा हो जाएगी.
आश्रम में हुई थी मौत
- साल 2014 में स्वामी नित्यानंद के आश्रम में इनकी 24 साल की शिष्या संगीता अर्जुनन की मृत्यु हो गई थी. स्वामी नित्यानंद और इस आश्रम में रहने वाले लोगों ने संगीता अर्जुनन की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई था. वहीं इस युवती की मां ने अपनी बेटी की मौत का जिम्मेदार स्वामी नित्यानंद को ठहराया था. युवती की मां का आरोप था कि इनकी बेटी के साथ जबरदस्ती की गई थी, जिसके कारण उसकी मौत हुई है.
- हाल ही में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने यहां की स्थानीय पुलिस को संगीता अर्जुनन की मौत की जांच से संबंधित एक हलफनामा दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं. उम्मीद है इस युवती की मौत की असली वजह जल्द ही पता चल जाएगी.
निर्मल बाबा (Nirmal Baba)
- अन्य बाबाओं की तरह ही लोगों को ठगने के लिए निर्मलजीत सिंह नारुला ने अपना नाम बदलकर निर्मल बाबा रख लिया था. इन्होंने बाबा बन लोगों की समस्या को हल करने का कार्य करना शुरू कर दिया था.
- 66 वर्षीय निर्मल बाबा अपने भक्तों से मिलने के लिए बाकायदा एक दरबार का आयोजन करते हैं और इस दरबार में आने के लिए भक्तों से अच्छी खासी फीस लेते हैं.
- इनके दरबार में आकर इनके भक्त इन्हें अपनी परेशानी बताते हैं और निर्मल बाबा उस परेशानी से किसी तरह से निकाला जाए, इस चीज का उपाए अपने भक्तों को बताते हैं.
- इनके द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस दरबार का टेलीकास्ट टी.वी चैनलों पर भी किया जाता था और टी.वी पर इनका ये कार्यक्रम ‘थर्ड ऑय ऑफ निर्मल बाबा’ के नाम से आता था. निर्मल बाबा का ये शो 40 से अधिक चैनलों पर दिखाया जाता था, ताकि इनके भक्तों की संख्या और बढ़ सके.
निर्मल बाबा से जुड़े विवाद
- साल 2012 में निर्मल बाबा के आने वाले कार्यक्रम ‘ थर्ड ऑय ऑफ निर्मल बाबा” को लेकर एक याचिका कोर्ट में दायर की गई थी. जिसमें कहा गया था कि ये अपने इस कार्यक्रम के जरिए लोगों में अंधविश्वास फैलाने का काम कर रहे हैं. इस याचिक पर सुनवाई करते हुए जजों की एक बेंच ने टी.वी चैनलों को इनके कार्यक्राम को टेलीकास्ट नहीं करने के आदेश दिए थे.
- साल 2017 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग को निर्देश दिए थे, कि इनके द्वारा अंधविश्वास फैलाने वाले कार्यक्रम की जांच की जाए और उन चैनलों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए, जो इस तरह के कार्यक्रम को ब्रॉडकास्ट कर रहे हैं.
इच्छाधारी भीमानंद बाबा (शिवमूर्ति द्विवेदी) Ichchadhari Bhimanand (Shivmurti Dwivedi)
शिव मूरत द्विवेदी यानी इच्छाधारी बाबा का नाम भी फर्जी बाबाओं की सूची में शामिल है और ये खुद को साईं भगवान का रूप बताया करते थे. लेकिन वर्ष 2010 में इनका असली रूप तब सबके सामने आया, जब इन्हें दिल्ली पुलिस द्वारा सेक्स रैकेट के एक केस में अरेस्ट किया गया था. पुलिस के मुताबिक खुद को बाबा बताने वाले शिव मूरत द्विवेदी द्वारा चलाए जाने वाले, इस सेक्स रैकेट में 500 से भी अधिक लड़कियां शामिल थी.
स्वामी असीमानंद (Swami Aseemanand)
- अखिल भारतीय अखाड़ परिषद ने जिन ‘नकली बाबा’ की एक सूची बनाई थी उसमें स्वामी असीमानंद भी शामिल है. स्वामी असीमानंद खुद को एक बाबा बताते हैं और ये भगवा रंग के कपड़ों में ही नजर आते हैं.
- लेकिन इनका नाम कई गंभीर अपराधों के साथ जुड़ा हुआ है. इन्हें अजमेर शरीफ दरगाह और मक्का मस्जिद के बाहर हुए बम धमकों में आरोपी बनाया गया था. लेकिन सबूतों के अभाव के कारण इनपर बम धमाका करवाने का आरोप साबित नहीं हो पाए थे और ये बरी हो गए थे.
सच्चिदानंद गिरी (Sachchidanand Giri)
- सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद गिरी को ‘बिल्डर बाबा’ के नाम से भी जाना जाता हैं. इनके नाम कई सारी संपत्ति मौजूद है और इनका एक नाइट क्लब भी है.
- साल 2015 में दत्त और अन्य सात लोगों पर धोखाधड़ी से बैंक से ऋण प्राप्त करने का आरोप लगा था. जिसके बाद इनके खिलाफ एक केस दर्ज किया गया था और इस मामले में इनको आरोपी भी पाया गया था. हालांकि ये पहली बार नहीं था कि जब इनपर इस प्रकार का कोई केस दर्ज किया गया हो. इससे पहले भी जमीन की धोखाधड़ी को लेकर इन पर कई सारे आरोप लगे हुए हैं.
गुरमीत राम रहीम सिंह (Gurmeet Singh)
- गुरमीत राम रहीम सिंह भारतीय सामाजिक समूह डेरा सच्चा सौदा के मुख्य हैं और इनके भक्तों की संख्या लाखों में है.
- इन्होंने लोगों से कई सारे पैसे लूटकर अपने लिए एक बहुत बड़ा आश्रम डेरा सच्चा सौदा भी बनाया हुआ है. इसके अलावा इन्होंने खुद से कई सारी फिल्म भी बना रखी हैं और इन फिल्म में कार्य भी किया है.
- इनके नाम कई सारी संपत्ति भी मौजूद है और इन्होंने कई सारे समाजिक कार्य भी किये हैं. इनके डेरा सच्चा सौदा द्वारा तीन अस्पताल और 13 शैक्षणिक संस्थान भी चलाई जाती हैं. लेकिन इन सबके बावजूद भी इनके द्वारा किए गए गलत कामों के चलते इनका नाम भारत के नकली बाबाओं में शामिल है. ये अपनी एक शिष्या हानिप्रीत सिंह इंसा के साथ मिल कर धोखा धडी को अंजाम दे रहे थे.
रेप केस में पाए गए दोषी
इन पर दो लड़कियों के साथ रेप करने का आरोप था और इस मामले में इनको पंजाब और हरियाणा के उच्च न्यायालय द्वारा दोषी पाया गया था. जिसके चलते इन्हें 20 साल की सजा सुनाई गई थी और इस वक्त ये जेल में अपनी ये सजा काट रहे हैं. वहीं इनकी सारी संपत्ति सरकार ने जब्त कर रखी है.
स्वामी ओमजी (Swami Omji)
- खुद को भगवान का अवतार बताने वाले स्वामी ओम का असल नाम विनोद आनंद झा है और इनका नाम भी फर्जी बाबाओं की सूची में शामिल है. इनपर इस वक्त कोर्ट में कई सारे केस चल रहे हैं, जिनमें से एक केस साईकल की चोरी से जुड़ा हुआ है. इन पर ये केस इनके छोटे भाई प्रमोध झा द्वारा ही किया गया है.
- आप लोगों ने स्वामी ओम को बिग बॉस 10 में भी देखा है और बिग बॉस में रहने के दौरान इनके साथ काफी विवाद भी जुड़े थे. जब ये बिग बॉस से बाहर आए थे तो कई लोगों ने इनको पीटा भी था.
बाबा रामपाल (Rampal)
रामपाल एक भारतीय धार्मिक गुरू है और इनका दावा है कि ये कबीर का अवतार और उनके उत्तराधिकारी हैं. वहीं आखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इन्हें भी फर्जी साधु की सूची मे शामिल कर रखा है. हालांकि इसके बावजूद भी इनकी भक्तों की संख्या लाखों में है और इनपर लोगों की काफी आस्था है.
रामपाल के साथ जुड़े विवाद
- साल 2006 में इन्होंने आर्य समाज की आलोचना की थी, जिसके कारण इनके फॉलोअर्स और आर्य समाज के फॉलोअर्स के बीच एक हिंसा हो गई थी. इस हिंसा के दौरान आर्य समाज के एक फॉलोअर की मौत हो गई थी.
- इस मौत को लेकर रामपाल पर एक केस फाइल किया गया था और इसी केस के चलते इन्हें वर्ष 2008 में अरेस्ट किया गया था. लेकिन कुछ समय बाद बेल मिलने के कारण रामपाल रिहा हो गया था.
- जमानत पर रिहा होने के बाद, इन्होंने कोर्ट में अपनी पेशी देना बंद कर दिया था. जिसके बाद साल 2014 में, अदालत ने इन्हें गिरफ्तार करने के आदेश पुलिस को दिए थे.
- वहीं जब पुलिस इनको गिरफ्तार करने इनके आश्रम पहुंची थी, तो इनके भक्तों ने पुलिस को आश्रम के अंदर जाने नहीं दिया था. जिसके कारण पुलिस को इनके भक्तों पर लाठियां चार्ज करनी पड़ी और आश्रम को खाली करवाना पड़ा था. आश्रम में कार्यवाही के दौरान कुछ पुलिस वालोँ को भी चोटे आई थी.
- इन्हें गिरफ्त में लेने के बाद जब पुलिस ने इनके आश्रम के कमरों की जांच की थी, तो इनके आश्रम से पांच महिलाओं और एक डेढ़ साल के बच्चे की बॉडी भी मिली थी.
- इस वक्त रामपाल जेल में ही हैं और इनके ऊपर कई केस की सुनवाई अभी चल रही है. अगर इन केस में ये दोषी पाए जाते हैं तो इन्हें सजा हो जाएगी.
- आज 16 अक्टूबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बाबा स्वयंभू संत रामपाल को उम्र कैद की सजा सुनाइ गई है.
आचार्य कुशमुनि (Acharya Kushmuni)
- आचार्य कुष्मुनी अखिल भारतीय दांडी सान्यासी प्रभु समिति के प्रवक्ता हैं और ये भी हमारे देश के एक फर्जी बाबा है.
- जब इनका नाम अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा निकली बाबाओं की बनाई गई लिस्ट में जोड़ा था, तो इन्होंने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पर ही सवाल खड़े करना शुरू कर दिया थे और इस परिषद के लोगों को भ्रष्टाचारी बताया था.
बृहस्पति गिरी (Brahaspati Giri)
आचार्य कुशमुनि की तरह ही जब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा जारी की गई सूची में आचार्य बृहस्पति गिरी को फर्जी बाबा बताया गया था तो इन्होंने इस परिषद के लोगों पर मंदिरों के पैसे हड़पने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इनकी जान को खतरा है.
मलखान बाबा (Malkhan Baba)
मलखान बाबा को भी कई लोगों ने भगवान का दर्जा दे रखा है. लेकिन ये भी एक फर्जी बाबा हैं और इनपर कई सारे आरोप भी लग चुके हैं. मलखान बाबा पर एक लड़की को अगवा करने, मंदिर की संपत्ति को खराब करने और फर्जी संस्था के जरिए लोगों से पैसे लूटने सहित कई आरोप लगे हैं.
ओम नमः शिवाय बाबा (Om Namah Shivay Baba)
- खुद को खूब ज्ञानी समझने वाले ओम नमः शिव बाबा का नाम भी अखिल अखाड़ परिद्ष ने फर्जी बाबाओं को लिस्ट में शामिल कर रखा है.
- हालांकि फर्जी बाबा की लिस्ट में इनका नाम होने के बावजूद भी लोग इनको अपना गुरू मानते हैं और इनकी सेवा करते हैं.
दाती महाराज
- दाती महाराज शनि देव के बहुत बड़े भक्त हैं और इन्होंने दिल्ली में शनि देवा का बहुत बड़ा मंदिर भी बना रखा है. इसके अलावा ये कई न्यूज चैनल्स पर लोगों को उनका भाग्य भी बताते हुए नजर आ चुके हैं.
- इनपर कुछ महीने पहले ही एक महिला ने दुष्कर्म का इल्जाम लगाया है और ये इल्जाम लगाने वाली महिला इनकी शिष्या रहे चुकी हैं. इनकी इस शिष्या का आरोप है कि दाती ने अपने आश्रम में इनके साथ रेप किया था.
- इस वक्त दाती पर लगे इस इल्जाम की इन्वेस्टिगेशन सीबीआई कर रही है और इस केस में पुलिस, दाती महाराज से पूछताछ करने में लगी हुई है.
हमारे देश के लोगों को इन फर्जी बाबाओं के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये बाबा आस्था के नाम पर लोगों से पैसे लूटते हैं और लोगों के इन्हीं पैसों पर ही अपने काले कामों को अंजाम देते हैं.
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