Swati Maliwal Biography: कौन हैं स्वाति मालीवाल, जिसने खोल दिया है अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा, जानिए इसने जुड़े विवाद क्या हैं

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स्वाति मालीवाल एक ऐसा नाम है जो इस समय चर्चा में है। अगर आप इनके नाम को लेकर अब भी असमंजस में हैं, तो जान लें कि वह आम आदमी पार्टी (आप) की नेता हैं और वर्तमान में पार्टी से राज्यसभा सदस्य हैं। हाल ही में वह तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया। स्वाति ने इस मामले में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद पुलिस ने विभव कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके चलते लोग स्वाति मालीवाल के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, जैसे कि राजनीति में आने से पहले वह क्या करती थीं और उनकी राजनीतिक एंट्री कैसे हुई।

Swati Maliwal Biography: कौन हैं स्वाति मालीवाल, जिसने खोल दिया है अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा, जानिए इसने जुड़े विवाद क्या हैं

Swati Maliwal Biography

विषयविवरण
नामस्वाति मालीवाल
जन्म तिथि15 अक्टूबर 1984
जन्म स्थानगाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
शिक्षाएमिटी इंटरनेशनल स्कूल, जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से आईटी में बैचलर डिग्री
प्रारंभिक करियरएक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी
सामाजिक कार्य‘परिवर्तन’ एनजीओ से जुड़ीं, अन्ना हजारे के ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ आंदोलन में भाग लिया
राजनीतिक करियरअरविंद केजरीवाल की सलाहकार, 2015 में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त, 2023 में राज्यसभा सदस्य मनोनीत
विवादपिता पर यौन शोषण के आरोप, दिल्ली महिला आयोग में अवैध नियुक्तियों के आरोप, नवीन जयहिंद के विवादास्पद बयान पर सार्वजनिक निंदा
अनशन2018 में महिलाओं की सुरक्षा के लिए अनशन,

कौन है स्वाति मालीवाल

स्वाति मालीवाल का जन्म 15 अक्टूबर 1984 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा एमिटी इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की और फिर जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से आईटी में बैचलर डिग्री प्राप्त की। बैचलर डिग्री हासिल करने के बाद, स्वाति ने एक मल्टिनैशनल कंपनी में नौकरी की। कुछ समय बाद, उन्होंने नौकरी छोड़कर ‘परिवर्तन’ नामक सामाजिक संस्था से जुड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद, वे अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ का हिस्सा बनीं और अरविंद केजरीवाल की करीबी सहयोगी हो गईं। नवीन जयहिंद भी इस आंदोलन में शामिल थे और आम आदमी पार्टी ने उन्हें हरियाणा का संयोजक बनाया, जिसके नेतृत्व में पार्टी ने 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा।

स्वाति मालीवाल की अध्यक्षता का सफर

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद, स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2015 में उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया और वे 2018 तक इस पद पर रहीं। अपने कार्यकाल के दौरान, स्वाति ने एक व्यक्तिगत अनुभव साझा किया और बड़ा खुलासा किया। उन्होंने अपने पिता पर यौन शोषण का आरोप लगाया, बताते हुए कहा कि उनके पिता गुस्से में उनकी चोटी पकड़कर पिटाई करते थे। इस वर्ष जनवरी में, आम आदमी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनीत किया।

स्वाति मालीवाल और नवीन जयहिंद का वैवाहिक जीवन

स्वाति मालीवाल ने नवीन जयहिंद से शादी की थी। महिला अधिकारों की मुखर समर्थक, स्वाति मालीवाल ने 2018 में अपने पति के विवादास्पद बयान पर सार्वजनिक रूप से निंदा की थी। नवीन जयहिंद ने भाजपा की महिला नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था कि जो कोई भाजपा नेता 10 लोगों से यौन उत्पीड़न करवाएंगी, उन्हें वे 20 लाख रुपये देंगे। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में, स्वाति मालीवाल ने अपने पति के इस बयान की कड़ी आलोचना की। फरवरी 2020 में, स्वाति मालीवाल और नवीन जयहिंद ने तलाक ले लिया।

स्वाति मालीवाल और विभव कुमार के बीच विवाद

राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal Case) के साथ सीएम हाउस में हुई मारपीट के मामले में आरोपी विभव कुमार (Vibhav Kumar) को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने विभव कुमार को अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के सीएम हाउस से हिरासत में लिया। दरअसल, दिल्ली पुलिस की एक टीम शनिवार, 18 मई को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची और वहां से विभव कुमार को हिरासत में लिया।

आम आदमी पार्टी ने जारी किया नया वीडियो

इस मामले में एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें सीएम आवास में मौजूद सिक्योरिटी अधिकारी स्वाति मालीवाल का हाथ पकड़कर उन्हें बाहर निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर जारी किया है। पार्टी ने यह वीडियो जारी कर यह दिखाने की कोशिश की है कि स्वाति मालीवाल के आरोप झूठे हैं। 32 सेकंड के इस वीडियो में एक महिला सिक्योरिटी अफसर स्वाति मालीवाल के हाथ को पकड़कर अंदर से बाहर ले जा रही है और सीसीटीवी फुटेज में 13 मई की सुबह 9:41 बजे का समय दिखाया जा रहा है। इससे पहले भी AAP ने एक और वीडियो जारी किया था।

क्या है पूरा मामला (Latest News)

स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि 13 मई, 2024 को उनके साथ विभव कुमार ने मारपीट की। इसके साथ ही उन्होंने विभव कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।

विभव कुमार के खिलाफ दर्ज एफआईआर के अनुसार, 13 मई की सुबह 9:00 बजे स्वाति मालीवाल, सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके सिविल लाइंस स्थित सीएम हाउस पहुंचीं। ऑफिस में स्वाति ने सीएम के पीए विभव कुमार को कॉल किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। फिर स्वाति ने विभव कुमार के वॉट्सऐप पर मैसेज किया, जिसका भी कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद वे सीएम आवास की ओर चली गईं और वहां मौजूद स्टाफ से सीएम केजरीवाल तक अपना संदेश भिजवाया कि वे उनसे मिलना चाहती हैं।

स्वाति मालीवाल को 7-8 थप्पड़ मारे थे विभव कुमार

स्टाफ ने स्वाति को बताया कि सीएम केजरीवाल उनसे थोड़ी देर में मिलेंगे और तब तक वे ड्राइंग रूम में इंतजार करें। एफआईआर के मुताबिक, स्वाति मालीवाल ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, तभी विभव कुमार वहां आए और उन पर चिल्लाने लगे।

स्वाति का आरोप है कि विभव कुमार ने उनके साथ बदसलूकी की। उन्होंने स्वाति को 7-8 थप्पड़ मारे, पेट और सीने पर लात मारी और उनका सिर सेंट्रल टेबल पर दे मारा। इस दौरान उनकी शर्ट के बटन खुल गए। किसी तरह खुद को छुड़ाकर स्वाति सोफे पर बैठ गईं और 112 पर कॉल किया।

स्वाति मालीवाल की नियुक्ति और भ्रष्टाचार के आरोप

स्वाति मालीवाल को 2015 में अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इससे पहले, वे मुख्यमंत्री केजरीवाल की सलाहकार के रूप में कार्यरत थीं और जन शिकायतों के निपटारे में उनकी मदद करती थीं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनने के बाद, स्वाति मालीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। दिल्ली पुलिस की एंटी-करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने आयोग में अवैध नियुक्तियों के आरोप में स्वाति के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की। एसीबी ने दावा किया कि आयोग में कम से कम 91 नियुक्तियों में नियमों का पालन नहीं किया गया था। इस पर स्वाति मालीवाल ने कहा कि यदि वे जेल भी चली जाएं, तो भी उनका काम नहीं रुकेगा और वे जेल से ही महिलाओं की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर दिल्ली सरकार को सौंपती रहेंगी।

स्वाति मालीवाल का महिला सुरक्षा के लिए अनशन

2018 में स्वाति मालीवाल ने देश के विभिन्न हिस्सों में युवतियों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अनशन शुरू किया। वे महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्वासन मांग रही थीं। स्वाति ने महिलाओं के यौन उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के जरिए छह महीने में निपटाने, दिल्ली पुलिस में 66,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती और बेहतर फॉरेंसिक लैब की व्यवस्था जैसी कई मांगें की थीं।

स्वाति मालीवाल का पिता पर आरोप और विवाद

स्वाति मालीवाल को पिछले वर्ष कठोर प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा जब उन्होंने अपने पिता पर अत्याचार के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि बचपन में उनके पिता उनका यौन शोषण करते थे, जिससे उनमें महिला अधिकारों के लिए लड़ने का जज्बा पैदा हुआ। स्वाति ने बताया, “मेरे पिता बचपन में मेरा यौन उत्पीड़न करते थे और मारते थे। तब मैं बहुत छोटी थी। उनसे बचने के लिए पलंग के नीचे छिप जाया करती थी। वे मेरी चोटी पकड़कर मेरा सिर दीवार में मारते थे और मैं लहूलुहान हो जाया करती थी। यह तब तक होता रहा जब मैं चौथी कक्षा में थी।”

इस पर कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने स्वाति का 2016 एक ट्वीट दिखाया, जिसमें स्वाति ने लिखा था, “मैं एक आर्मी मैन की बेटी हूं। मैं आर्मी में पली-बढ़ी हूं। मुझे देश सेवा और देश पर न्योछावर होने की शिक्षा मिली है। मैं किसी से नहीं डरती।” बीजेपी नेता प्रीति गांधी ने भी एक ट्वीट में सवाल उठाया, “2016 में स्वाति मालीवाल को अपने पिता पर नाज था और 2023 में वही पिता यौन उत्पीड़क बन गया?” हालांकि, सोशल मीडिया पर स्वाति को काफी समर्थन भी मिला।

स्वाति मालीवाल की महिलाओं के अधिकारों पर संवेदनशीलता

स्वाति मालीवाल महिलाओं पर टिप्पणियों के मामले में काफी संवेदनशील रहती हैं। पिछले वर्ष, उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया था। गहलोत ने कहा था कि जब से कानून में बलात्कारियों को मौत की सजा का प्रावधान किया गया है, तब से लड़कियों की हत्या की जाने लगी है ताकि वे आरोपी के खिलाफ बयान न दे सकें। उन्होंने कहा कि बलात्कारी सबूत मिटाने के लिए अपने शिकार की हत्या कर देते हैं।

इस पर स्वाति मालीवाल ने गहलोत की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बलात्कारियों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। उन्होंने निर्भया का जिस तरह मजाक उड़ाया है, उससे रेप पीड़ितों की संवेदनाओं को बहुत चोट पहुंची है। हमने छोटी-छोटी बच्चियों का बलात्कार करने वालों को फांसी की सजा दिलाने वाले कानून के लिए संघर्ष किया है। इस तरह के फालतू बयान देने के बजाय, सीएम गहलोत की जिम्मेदारी है कि वे राजस्थान में कानून को कड़ाई से लागू करें, जहां बलात्कार के बहुत ज्यादा मामले होते हैं।”

स्वाति मालीवाल के विवाद

स्वाति मालीवाल अक्सर रातों में औचक निरीक्षण पर निकल जाती हैं। हाल ही में उन्होंने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बस स्टॉप का जायजा लेने के बाद कहा था कि बस स्टॉप पर पर्याप्त रोशनी नहीं है, जिससे आपराधिक वारदात की गुंजाइश बढ़ जाती है। पिछले वर्ष जनवरी में एम्स के पास निरीक्षण के दौरान स्वाति ने अपने साथ छेड़छाड़ का एक वीडियो साझा किया था। उस वीडियो में वे एक कार चालक से बात करती नजर आ रही थीं। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया था कि “देर रात एक गाड़ी वाले ने नशे की हालत में छेड़छाड़ करने की कोशिश की। जब उन्होंने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो गाड़ी वाले ने शीशा बंद कर उन्हें 10 से 15 मीटर तक घसीटा।” स्वाति के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।

हालांकि, बाद में पूरा वीडियो सामने आने पर लोगों ने स्वाति की मंशा पर सवाल उठाए थे।

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