संतुष्ट जीवन ही ईश्वर का प्रसाद हैं
कहानी :संतुष्ट जीवन ही ईश्वर का प्रसाद हैं एक गाँव में एक व्यक्ति था जिसका एक छोटा सा घर था और वो बस आज में जीने जितना कमाता था उसे कल का कोई भय ना था | उसकी ईश्वर में अपार भक्ति थी उसका मानना था ईश्वर जो करता हैं भले के लिए करता हैं …