अचानक से ही आई एक खबर ने दुनिया के कई देशों के कान खड़े कर दिए हैं। दरअसल यह खबर लाल सागर से आई हुई है। जानकारी के अनुसार लाल सागर में गुजरने वाले जहाज पर यमन के आतंकवादी संगठन के लड़ाको के द्वारा हमला कर दिया गया है। इन लड़कों को हूथी विद्रोही कहा जाता है। हूथी विद्रोहियों के द्वारा जहाज पर मिसाइल के साथ ही साथ ड्रोन से भी भीषण हमला किया जा रहा है। अब ऐसी भी खबर सामने निकल करके आ रही है कि, हाल ही में हूथी विद्रोहियो के द्वारा लाल सागर में एक और जहाज को अपना निशाना बनाया गया है। यह खबर अमेरिकी आर्मी के AFP के हवाले से सामने निकल करके आ रही है। जिस जहाज पर हमला किया गया है उस जहाज पर भारत का झंडा लगा हुआ था ऐसा कहा जा रहा है। यह भी कहां जा रहा है कि भारत के झंडे वाले कच्चे तेल के टैंकर पर हूथी विद्रोहियों के द्वारा ड्रोन के माध्यम से हमला किया गया है। बताना चाहते हैं कि, केंद्रीय कमांड के द्वारा शेयर की गई सोशल मीडिया पोस्ट में यह कहा गया है कि, इस हमले में किसी भी व्यक्ति या कर्मचारी के घायल होने की कोई भी खबर अभी तक नहीं मिली हुई है।
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अमेरिका ने चार ड्रोनों को मार गिराया
अमेरिकन सेंट्रल कमांड के द्वारा जानकारी दी गई है कि, इसके पहले लाल सागर में विद्रोहियो के द्वारा छोड़े गए ड्रोन को अमेरिकन आर्मी के द्वारा मार दिया गया है। अमेरिकन आर्मी ने तकरीबन चार ड्रोन का खात्मा किया है। इन ड्रोन को शनिवार को यमन के हूथी विद्रोहियों के क्षेत्र से आतंकवादियों के द्वारा लांच किया गया था।
क्यों हुआ भारत के जहाज पर हमला
आपको हम बताना चाहते हैं कि, यमन के जो अधिकतर इलाके हैं, वहां पर हूथी विद्रोहियों के द्वारा ही अपना कंट्रोल रखा जाता है। हूथी विद्रोहियों के द्वारा लाल सागर के दक्षिणी छोर Bab al-Mandab Strait पर से जो भी जहाज गुजर रहे हैं उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, जिसकी वजह से कई हफ्तों से वर्ल्ड ट्रेड को काफी ज्यादा रूकावटों का सामना करना पड़ रहा है। हम आपको यह भी बताना चाहते हैं कि, हाल ही में यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के द्वारा तीन दिन पहले ही ऑपरेशन प्रोस्पेरिटी गार्जियन को लांच किया गया था। इसके बारे में अमेरिका ने कहा है कि 12 से भी ज्यादा देश इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपनी रजामंदी जता चुके हैं।
कंपनियों ने Suez Canal से शिपमेंट भेजना किया बंद
आतंकवादियों के इन अटैकों की वजह से स्वेज कैनाल में काफी ज्यादा हलचल मची हुई है। यह वह कैनाल है जहां से वर्ल्ड बिजनेस का तकरीबन 12 परसेंट का ट्रेड होता है। लाल सागर में होने वाले हमलो की वजह से यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि, इससे तेल की कीमतों में भी इजाफा होगा, साथ ही शिपमेंट और इंश्योरेंस की कास्ट में भी बढ़ोतरी होगी। इन हमलों की वजह से दुनिया के कई देशों के साथ ही साथ भारत भी चिंता में पड़ गया है, क्योंकि BP, Equinor ASA जैसी कंपनियों के द्वारा अपने शिपमेंट को भेजना बंद कर दिया गया है। हमलो की वजह से कई कंपनियों के जहाज अब अपने रास्ते को बदलने पर मजबूर हो चुके हैं।
कौन है हूथी विद्रोही
यमन के रहने वाले प्रभावशाली मौलाना बद्र अल दीन अल हूती के द्वारा अपने बेटे हुसैन अल हूती के साथ मिलकर के साल 1990 में इस विद्रोही संगठन की स्थापना की गई थी। यह दोनों ही पिता पुत्र 1979 में हुई ईरानी क्रांति और 1980 में हुई दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला के उदय से काफी ज्यादा प्रभावित थे। दोनों ही पिता पुत्र के द्वारा यमन के जायदियों के बीच में अपना धार्मिक नेटवर्क बढ़ाया गया और आगे चलकर के यह संगठन यमन की सरकार के खिलाफ विद्रोह पर उतर आया, जिसकी वजह से यमन में गृह युद्ध भी छिड़ गया था। इन विद्रोहियों के द्वारा यमन की सरकार की तानाशाही का विरोध किया जा रहा था। इस प्रकार से यह संगठन लगातार आगे बढ़ता गया और आज यमन का प्रमुख विद्रोही संगठन बन गया।
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