डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट कार्यक्रम (Digital India Project Yojana in Hindi) [इस योजना की शुरुवात कब हुई एवं लाभ और हानि क्या हैं? साथ ही जाने जॉब के कितने सुगम अवसर हैं इस योजना के अंतर्गत.]
देश ने विकास के नए चरण पर पग रखा | बुधवार को डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट की घोषणा की गई | डिजीटल इंडिया Digital India नव भारत के निर्माण में एक अहम् फैसला हैं |मोदी सरकार ने देश में डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जिसके लिए जगह जगह पर डिजीटल इंडिया इवेंट्स हो रहे हैं |
डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य (Aim Of Digital India Project in Hindi)
डिजिटल इंडिया मोदी सरकार का एक अहम् प्रोजेक्ट के जिसके जरिये सभी ग्राम पंचायत को इंटरनेट ब्रोड्बैंड के जरिये जोड़ा जायेगा |जिसके तहत ई प्रशासन को बढ़ावा देने की साथ ही अर्थव्यवस्था सुधारने का लक्ष्य हैं |BSNL के उच्च अधिकारी ने बताया कि डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के अंतर्गत 335 गाँवों को हाई स्पीड इन्टरनेट के जरिये जोड़ा जायेगा |
डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट (Digital India Project) को प्रोत्साहन देने के लिए ‘Digital Week’ मनाया जा रहा हैं जिसके अंतर्गत जनता एवम स्कूल के छात्रो को न्यू टेलिकॉम सर्विस एवम e-गवर्नेंस के बारे में जानकारी दी जाएगी |
प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि जनता को जागरूक बनाने के लिए राजधानी दिल्ली में ‘Digital India Event’ मनाया जा रहा हैं जिसके तहत प्रतिदिन 10 हजार लोगो को इसका महत्व समझाया जायेगा | साथ ही प्रतिदिन e-गवर्नेंस प्रोजेक्ट की ओपनिंग की जाएगी |इस (Digital India Project) दिशा में प्रॉजेक्ट वाइब्रैंट मोदी जी द्वारा उनके कार्यकाल में गुजरात में लाया गया था | अब इस तरह की सोच को पुरे देश में लाने का प्रयास किया जा रहा हैं जिसके लिए सबसे पहले गाँव से शुरुवात की जा रही हैं जो कि एक उम्दा सोच हैं क्यूंकि देश के गाँव को डिजिटल दुनिया का ज्ञान सुई जितना भी नहीं हैं और यही कमजोरी हैं उनके विकास में |
डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट कब शुरू हुआ ?
डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट (Digital India Project) का विमोचन 1 जुलाई 2015 को इंदिरा गाँधी स्टेडियम में किया गया |डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट के इस इवेंट में कई कंपनियों के सीईओ ने भाग लिया |जिसमे मुकेश अम्बानी (रिलाएंस), सायरस मिस्त्री (टाटा ग्रुप), अजीम प्रेमजी (विप्रो), सुनील मित्तल (भारती ग्रुप) आदि सम्मलित थे | इसके अलावा यह भी सुनने में हैं बिल गेट्स भी इस डिजीटल इंडिया इवेंट में भाग ले सकते हैं |
डिजीटल इंडिया प्रोजेक्ट के लाभ (Benefits Of Digital India project):
Digital India Project तहत सभी को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जोड़ा जायेगा |साथ ही इसके फायदे समझाते हुए इसके प्रति जागरूक बनाया जायेगा | अब तक शहरो में लोग इंटरनेट को बहुत अच्छे से समझ चुके हैं लेकिन फिर भी e-shopping, e-study,e-ticket एवम e-banking के तरफ रुझान केवल महानगरों में हैं | छोटे शहर भी इस तरह की सुविधाओं के प्रति जागरूक नहीं हैं | जबकि यह सब डिजिटलाईजेशन के लिए बहुत जरुरी हैं | अगर गाँव का सोचे तो वे अब तक कंप्यूटर एवम लैपटॉप को भी आसानी से अपना पाने में असमर्थ हैं | अतः सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम जनता को डिजिटल दुनिया के प्रति जागरूक करेगा |
- ई-हॉस्पिटल पोर्टल : Digital India Project अंतर्गत जनता आसानी से डॉक्टर से कंसल्ट कर पायेगी | अपोइंटमेंट भी समय पर इसी पोर्टल के जरिये दिया जायेगा | संकट के समय किसी भी रोग के रोग के बारे में सभी जानकारी आसानी से इस पोर्टल के माध्यम से दी जाएगी |
- ई-बस्ता पोर्टल : इसके (Digital India Project) अंतर्गत छात्रों को बुक्स प्रोवाइड कराई जाएगी | जो भी पढाई संबंधी जानकारी चाहिये | वो इस ई-बस्ता पोर्टल के तहत छात्रों को दी जाएगी |जरुरी पढाई संबंधी नोट्स या अन्य मटेरियल भी इस पोर्टल के जरिये प्रोवाइड कराये जायेंगे | और इसका इस्तेमाल कोई भी कही से भी कर सकता हैं |
- नौकरी के लिए भी सभी जानकारी इन्टरनेट पर हैं इसके लिए भी कई गवर्नमेंट द्वारा संचालित पोर्टल लांच किये जायेंगे जिसके तहत रोजगार के संबंध में सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी |
- डिजिटल लाकर्स : सरकार द्वारा डिजिटल लॉकर्स प्रोवाइड कराये गये हैं जिसमे व्यक्ति अपने जरुरी दस्तावेज सुरक्षित रख सकता हैं | इसके बारे में पूरी जानकारी पढ़े :
- Digital India project के कारण सभी कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी | ऑनलाइन होने के कारण रिश्वत जैसे कार्य कम हो जायेंगे क्यूंकि सभी कार्य डिजिटल तरीके से होने के कारण सभी आँखों के सामने होंगे | अतः इससे कई हद तक भ्रष्ट्राचार रोका जा सकता हैं |
- Digital India project के कारण कोई भी काम आसानी से बिना तकलीफ के घर बैठे हो जायेंगे |
- इससे देश में रोजगार बढ़ेगा |लोगो का विकास कई गुना तेजी से बढ़ेगा |
- डिजिटलाइजेशन से लोगो के प्रति कार्ड पेमेंट या नेट बैंकिंग के प्रति नकारात्मक सोच कम होगी जिससे इनका प्रयोग बढ़ेगा और कालाबाजारी भी कम होगी | साथ ही अर्थव्यवस्था सुचारू होगी |
- गाँव को इस Digital India project में अहम् रखने से नीव मजबूत होगी जो कि बहुत जरुरी हैं क्यूंकि शहरी लोग आसानी से स्मार्ट दुनियाँ को अपनाते हैं लेकिन सुविधा की कमी के कारण गाँव के लोग पीछे रह जाते हैं |
डिजिटल इंडिया के अंदर आने वाली सर्विसेज (Services under Digital India)
सीएससी क्या है ? (What is CSC)
सीएससी का पूरा नाम कॉमन सर्विस सेंटर यानि आम सेवा केंद्र है. यह प्रोग्राम राष्ट्रीय ई – गवर्नेंस योजना का रणनीतिक आधार है. इसे मई, 2006 में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय की एक पहल के रूप में शुरू किया गया था. यह भारत के गांवों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सेवाओं देने के लिए पहुँच बिंदु है, जिससे समाज को डिजिटल और वित्तीय रूप से योगदान मिलता है. यह ई-गवर्नेंस, शिक्षा, स्वास्थ्य, टेलीमेडिसिन, मनोरंजन के साथ – साथ अन्य प्राइवेट सेवाओं के क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता एवं लागत प्रभावी वीडियो, वोईस एवं डेटा कंटेंट और सेवाओं प्रदान करता है. इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में वेब – इनेबल्ड ई-गवर्नेंस सेवाएं प्रदान करता है, जिसमे आवेदन पत्र, प्रमाण पत्र एवं बिजली, टेलीफोन और पानी के बिल जैसे उपयोगी भुगतान शामिल हैं. देश में अभी 3 लाख के ऊपर सीएससी सेंटर हैं. आजकल भारत सरकार अपनी सभी योजनाओं का लाभ और उससे जुड़ी जानकारी इन्हीं सीएससी सेंटर में देती है. प्रधानमंत्री आवास योजना के रजिस्ट्रेशन में ये सेंटर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इसके अलावा इसी साल आने वाली दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ बीमा योजना “आयुष्मान भारत” में भी सीएससी सेंटर का महत्वपूर्ण योगदान रहने वाला है.
बीपीओ यूनिट क्या है ? (What is BPO Unit)
बीपीओ यूनिट का पूरा नाम बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग यूनिट है. यह एक व्यावसायिक अभ्यास है, जिसमें एक संगठन किसी दूसरी कंपनी को कार्य को करने के लिए काम पर रखता है. उनके द्वारा दी गई सेवाओं से लागत को घटाने, गुणवत्ता सेवाओं को प्राप्त करने, बेहतर प्रोडक्टिविटी, कुशल श्रमिक, कोर व्यवसाय पर ध्यान केन्द्रीय करने की क्षमता, संसाधनों का बेहतर उपयोग जैसे और भी बहुत से लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं. व्यवसाय को सफलतापूर्वक चलाने के लिए यह आवश्यक होता है. बीपीओ को आम तौर पर बैंक ऑफिस आउटसोर्सिंग भी कहा जाता है. यह आंतरिक व्यवसाय के फंक्शन जैसे मानव संसाधन या वित्त या एकाउंटिंग और फ्रंट ऑफिस आउटसोर्सिंग भी होती हैं, जिसमें ग्राहक से सम्बंधित सेवाएं जैसे संपर्क केंद्र सेवाएं शामिल हैं. छोटे छोटे गांव में रोजगार बढ़ाने एवं देश को डिजिटल दुनिया से जोड़ने के लिए सरकार की ये मुहीम बहुत अच्छी है.
भारत बीपीओ प्रोमोशन योजना क्या है ? (What is India BPO Promotion Scheme)
भारत बीपीओ प्रमोशन योजना डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत शुरू की गई एक सब्सिडी योजना है, जोकि बीपीओ या आईटीईएस उद्योगों में लगभग 48,300 सीटों की स्थापना करना चाहती है. इस योजना को लागू करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 493 करोड़ रूपये का व्यय किये जाने का प्रावधान है. जिसमें देश के सभी राज्यों को शामिल किया गया है. अर्थात यह आईटी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर शुरू की गई एक ऐसी योजना है, जिसके तहत बेरोजगार युवाओं को बीपीओ या आईटीईएस सेक्टर में रोजगार के अवसर प्रदान किये जाते हैं. जिससे देश में बेरोजगारी को कम किया जा सके, और देश का विकास हो सके.
गाँव स्तर के उद्यमी क्या हैं ? (What is Village Level Entrepreneur)
यह मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐसी योजना है, जिसके तहत गाँव में रहने वाले लोगों को रोजगार प्रदान किया जाता है. गाँव में बहुत से ऐसे लोग होते हैं तो बेरोजगार होते हैं और रोजगार की खोज में वे गाँव छोड़कर शहरों में जाते हैं. ऐसे लोगों को गाँव में ही रोजगार प्रदान करने के लिए इनफार्मेशन एवं टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा कॉमन सर्विस सेंटर खोले जा रहे हैं. जिससे गाँव के बेरोजगार युवा कम से कम 25,000 रूपये प्रति माह कमा सकते हैं. और अपने कौशल को आगे बढ़ाते हुए अपनी कमाई को दोगुनी भी कर सकते हैं.
टेली मेडिसिन क्या है ? (What is Tele Medicine)
टेली मेडिसिन, एक दूरसंचार एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी है जोकि दूर से क्लिनिकल स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए होती है. इसका उपयोग दूरी की बाधाओं को कम करने और चिकित्सा सेवाओं तक पहुँच में सुधार लाने के लिए होता है. दरअसल अधिकतर ग्रामीण समुदायों में विशेष स्वास्थ्य देखभाल के लिए पहुँच नहीं होती है. क्योंकि विशेष चिकित्सा केंद्र की ग्रामीण आबादी के क्षेत्रों में स्थित होने की संभावना कम होती है. इसलिए इसका उपयोग गम्भीर देखभाल और आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन को बचाने के लिए किया जाता है. टेली मेडिसिन दवा की कोई अलग से विशेषता नहीं है. इस टेक्नोलॉजी ने पहले ही कई विकसित क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला है.
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान क्या है ? (What is PMGDISHA)
पीएमजीडीआईएसएचए का पूरा नाम प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान है. यह एक प्रोजेक्ट हैं, जिसे सन 2019 तक 6 करोड़ भारतीय ग्रामीण घरों को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने के लिए कौशल भारत मिशन के तहत शुरू किया गया है. इसका उद्देश्य पिछड़े या ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में युवाओं को थ्योरेटिकली एवं व्यावहारिक दोनों ही रूपों में पूर्ण गुणवत्ता वाला तकनीकी और डिजिटल प्रशिक्षण प्रदान करना है. ताकि उन्हें अमीर युवाओं के समान डिजिटल रूप से शिक्षित कर आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अवसर प्रदान किये जा सकें. इसके लिए सरकार ने कम से कम 200 – 300 उम्मीदवारों को पंजीकृत करने के लिए 2,50,000 ग्राम पंचायतों को इसमें शामिल किया है. इसका एक उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी युवाओं के बीच के अंतर को ख़त्म करना भी है.
Mygov क्या है ? (What is mygov)
मायगोव एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जोकि भारत के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए टेक्नोलॉजी की सहायता के साथ सरकार और नागरिकों के बीच साझेदारी बनाता है. सरकार का उद्देश्य इसके माध्यम से अच्छे गवर्नेंस की ओर नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है. ताकि वे अपने विचारों एवं सुझावों के माध्यम से अपना योगदान दे सकें. इस देश के इतिहास में यह पहली बार हैं कि जब भारत भर के नागरिक विभिन्न नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं से सम्बंधित क्षेत्रों में सरकार के साथ अपने विशेष विचार एवं सुझाव शेयर करने के लिए एक साथ आते हैं. अतः देश का कोई भी नागरिक राष्ट्र निर्माण की इस अनूठी पहल में भाग ले सकता है. इसका उद्देश्य नागरिकों को सरकार का साथ देने के लिए काम करने के लिए सशक्त बनाना भी है.
इस तरह डिजिटल इंडिया इवेंट में डेली एक नयी योजना लाई जाएगी जो जनता को इसका महत्व बताएगी | Digital India project in Hindi यह एक अच्छी शुरुवात हैं जिससे देश का विकास एक्सपोनेंशियल ग्राफ की तरह होगा लेकिन इसके लिए हमें इस तरह की व्यवस्थाओं से जुड़ना होगा | उन्हें सीखना होगा |
डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के तहत कई एडवांस टेक्नोलॉजी तेजी से देश में लाई जाएँगी जिसके लिए यह रिलायंस, विप्रो एवम टाटा जैसी कंपनिया इन्वेस्ट करेंगी | इन सभी दिग्गजों का मानना हैं इससे देश का बहुत अधिक विकास होगा | रोजगार में तीव्रता से वृद्धी होगी साथ ही पढाई के लिए भी दूर-दूर तक भटकना नहीं होगा | सभी नामी बिज़नेसमेन, चैरेमैन फाउंडर इस Digital India project के लिए बहुत उत्साहित हैं सभी ने इसकी जोर शोर से सराहना की |
भारत का नव निर्माण का सपना सच होता दिखाई दे रहा हैं क्यूंकि देश में बहुत ही कम लोग डिजीटल दुनियाँ से जुड़े हैं और यह एक बहुत बड़ी कमी हैं जिसके कारण देश के विकास की गति कम हैं |
Update
12/05/2018
डिजिटल इंडिया के सशक्तिकरण हेतु कई तरह के कार्य केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे हैं. उन्ही मे से एक हैं डिजिटल इंडिया इंटर्नशीप प्रोग्राम, जिसमे युवाओं को प्रेक्टिकल नॉलेज दिया जायेगा. साथ ही इस इंटर्नशीप मे प्रतिभागियों को 1000 रुपये तक की राशि स्टाईपेंड के रूप एवं प्रोत्साहन सर्टिफिकेट दिया जायेगा. यह इंटर्नशीप दो महीने की होगी जो कि दिसंबर- जनवरी एवं मई-जून में करवाई जायेगी.
डिजिटल इंडिया इंटर्नशिप में आवेदन करने के लिए प्रतिभागियों मे निर्धारित योग्यता के अनुसार चयन किया जायेगा. हर सेशन मे इनकी संख्या 25 तय की गई हैं
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