Chakshu Portal 2024: साइबर क्राइम पर लगाम कसने शुरू हुआ यह नया पोर्टल, जानिए कैसे होगी कार्यवाही

Chakshu Portal in Hindi (Link, Login, website, App, Download, Objectives, Process)  चक्षु पोर्टल क्या है (एप, डाउनलोड, उद्देश्य, कार्यप्रणाली, वैबसाइट)

भारत सरकार ने साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के खिलाफ एक ठोस कदम उठाते हुए ‘चक्षु’ और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफार्म (DIP) नामक दो नवीन पोर्टल्स का सोमवार को शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य न केवल साइबर ठगी और धोखाधड़ी पर लगाम लगाना है बल्कि इससे पीड़ित व्यक्तियों को सहायता प्रदान करना भी है। आइए, इस लेख में हम चक्षु पोर्टल और DIP की विशेषताओं, कार्यप्रणाली, और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा करें।

Chakshu Portal 2024: साइबर क्राइम पर लगाम कसने शुरू हुआ यह नया पोर्टल, जानिए कैसे होगी कार्यवाही
Chakshu Portal 2024: साइबर क्राइम पर लगाम कसने शुरू हुआ यह नया पोर्टल, जानिए कैसे होगी कार्यवाही

चक्षु पोर्टल क्या है  

चक्षु पोर्टल एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे भारत सरकार द्वारा साइबर अपराधों और स्पैम संबंधी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए विकसित किया गया है। इस पोर्टल का उद्देश्य साइबर ठगी, अनचाहे कॉल्स, स्पैम मैसेजेज, फिशिंग अटैम्पट्स, और अन्य ऑनलाइन धोखाधड़ी की गतिविधियों को रोकना है। चक्षु पोर्टल नागरिकों को ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है, जिससे संबंधित अधिकारी समय रहते उचित कार्रवाई कर सकें।

चक्षु पोर्टल का मुख्य लक्ष्य साइबर सुरक्षा को मजबूत करना और डिजिटल स्पेस में उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से, सरकार साइबर अपराधों की त्वरित पहचान और निवारण में सक्षम होती है, जिससे इन अपराधों के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

चक्षु पोर्टल न केवल व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को, बल्कि संगठनों और व्यवसायों को भी साइबर खतरों से बचाने में मदद करता है। इससे डिजिटल इकोसिस्टम में विश्वास और सुरक्षा की भावना मजबूत होती है, और उपयोगकर्ता सुरक्षित रूप से इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं।

Chakshu Portal 2024 Complete Detail in Hindi

विशेषताविवरण
पोर्टल का नामचक्षु पोर्टल
उद्देश्यसाइबर ठगी, स्पैम कॉल्स, फिशिंग अटैक, और अन्य साइबर अपराधों पर नियंत्रण और रोकथाम करना।
लॉन्च की तारीखसोमवार (विशेष तारीख नहीं दी गई)
किसके द्वारा लॉन्च किया गयाकेंद्र सरकार, दूरसंचार विभाग
मुख्य विशेषताएँ स्पैम मैसेज और कॉल्स पर नियंत्रण. फिशिंग पर रोक, साइबर अपराधों के लिए त्वरित रिपोर्टिंग और कार्रवाई की सुविधा, धोखाधड़ी के मामलों में तत्काल हस्तक्षेप

डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफार्म (DIP)

DIP का उद्देश्य बैंकिंग धोखाधड़ी, सोशल मीडिया पर होने वाले अपराधों, और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर होने वाली साइबर गतिविधियों को रोकना है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से, सरकार साइबर अपराधियों के डाटा को संग्रहीत और साझा करने की प्रक्रिया को तेज करने में सक्षम होगी, जिससे इन अपराधों की जांच और निवारण में मदद मिलेगी।

 चक्षु पोर्टल की कार्यप्रणाली 

चक्षु और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफार्म (DIP) की कार्यप्रणाली साइबर अपराधों का मुकाबला करने के लिए एक उन्नत और व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करती है। इन प्लेटफॉर्म्स का उद्देश्य साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग, विश्लेषण, और कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल बनाना है, जिससे अपराधों को रोकने में और उन पर तेजी से कार्रवाई करने में मदद मिल सके।

चक्षु पोर्टल की कार्यप्रणाली निम्न है –

  1. रिपोर्टिंग: चक्षु पोर्टल उपयोगकर्ताओं को स्पैम मैसेज, अनचाहे कॉल्स, और फिशिंग अटैम्पट्स की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है। यह आम नागरिकों को एक आसान और सुलभ मंच प्रदान करता है, जहाँ वे अपने खिलाफ होने वाले साइबर अपराधों की शिकायत कर सकते हैं।
  2. विश्लेषण और प्रतिक्रिया: रिपोर्ट की गई शिकायतों का विश्लेषण करके, चक्षु पोर्टल उन्हें संबंधित अधिकारियों तक पहुँचाता है। यह प्रक्रिया साइबर अपराधों के खिलाफ त्वरित और कुशल कार्रवाई सुनिश्चित करती है।
  3. अवरोधन और निवारण: अंततः, चक्षु पोर्टल की कार्यप्रणाली साइबर अपराधों को अवरोधित करने और भविष्य में इनके होने की संभावना को कम करने के उपाय प्रदान करती है।

भविष्य की दिशा

दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, चक्षु और DIP प्लेटफॉर्म साइबर अपराधों की पहचान और उनके निवारण में मदद करेंगे। इन पहलों की मदद से, सरकार ने पहले ही 1,008 करोड़ रुपये की संभावित धोखाधड़ी को रोकने में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा, ये प्लेटफॉर्म अंतरराष्ट्रीय कॉलों के जरिए होने वाले साइबर अपराधों पर भी नजर रखेंगे, जिससे इन्हें रोकने में मदद मिलेगी।

साइबर अपराध एक वैश्विक समस्या है, और इसका मुकाबला करने के लिए सतत और समेकित प्रयासों की आवश्यकता है। ‘चक्षु’ और DIP प्लेटफॉर्म के शुभारंभ के साथ, भारत सरकार ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदमउठाया है। यह पहल न केवल साइबर अपराधों को रोकने में मदद करेगी बल्कि डिजिटल युग में हमारी सुरक्षा और गोपनीयता की रक्षा करने में भी एक निर्णायक भूमिका निभाएगी।

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