Bill Gates Biography In Hindi बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमी में से एक है. ये अमेरिका के एक बड़े बिजनेसमैन है, जो कंप्यूटर प्रोग्रामर माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर है. माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़े सॉफ्टवेयर कंपनी है. 1975 में इस कंपनी की शुरुवात हुई थी, तब से बिल गेट्स ने इस कंपनी में अलग अलग पद में काम किया है, वे चेयरमैन, सीईओ एवं चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट रह चुके है. पर्सनल कंप्यूटर की दुनिया में एक क्रांति लाने के लिए बिल गेट्स का नाम इतिहास के पन्नों में अंकित है. वे उन महान उद्ययोगपतियों में से है, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन के बल पर पूरी दुनिया में अपना नाम बहुत ऊँचा उठा दिया.
1987 के बाद से लगातार बिल गेट्स का नाम दुनिया के सबसे अमीर आदमी की लिस्ट में आता रहा है. सबसे पहले 1987 में बिल गेट्स को दुनिया के अमीर आदमियों की लिस्ट में शामिल किया गया था, इसके बाद 1995 से 2007 तक लगातार वे दुनिया के सबसे अमीर आदमी रहे. इसके बाद वे फिर 2007 में इस लिस्ट में शामिल हो गए थे, जो 2014 तक रहे. अभी अगस्त 2016 में गेट्स फिर से दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए है, जिनकी आय 90 बिलियन डॉलर है. 2014 की अपेक्षा इनकी आय 15 बिलियन डॉलर बढ़ी है.
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बिल गेट्स जीवन परिचय ( Bill Gates Biography In Hindi )
क्रमांक | जीवन परिचय बिंदु | बिल गेट्स जीवन परिचय |
1. | पूरा नाम | विलियम हेनरी गेट्स 3 |
2. | जन्म | 28 अक्टूबर, 1955 |
3. | जन्म स्थान | सीटल, वाशिंगटन, अमेरिका |
4. | माता – पिता | मैरी मैक्सवेल गेट्स – विलियम एच गेट्स |
5. | बहन | लिब्बीगेट्स, क्रिस्टी गेट्स |
6. | पत्नी | मेलिंडा गेट्स (1994) |
7. | बच्चे |
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8. | जाने जाते है | माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर |
बिल गेट्स का जन्म 28 अक्टूबर 1955 को हुआ था. इनके पिता विलियम एच गेट्स एक अच्छे वकील थे, जबकि माता मैरी मैक्सवेल ‘फर्स्ट इंटरस्टेट बैंक सिस्टम’ एवं ‘यूनाइटेड वे’ की बोर्ड्स ऑफ़ डायरेक्टर्स में से एक थी. बिल की एक बड़ी एवं एक छोटी बहन है. बिल के पिता वकील थे, जिस वजह से उन्हें कम उम्र से ही प्रतिस्पर्धी होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता था.
बिल गेट्स 1989 में मेलिंडा फ्रेंच से मिले थे, जो उनसे उम्र में काफी छोटी थी. ये उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में ही कार्यरत थी. दोनों एक दुसरे के करीब आते गए, जिसके बाद बिल ने 1994 में मेलिंडा से शादी कर ली थी. इनके तीन बच्चे है.
बिल गेट्स शिक्षा (Bill Gates education) –
13 साल की उम्र में बिल गेट्स का दाखिला लेकसाइड स्कूल में करवाया गया था, यही से बिल की रूचि कंप्यूटर की तरफ बढ़ती गई. 13 साल की छोटी सी उम्र में बिल गेट्स ने, स्कूल के कंप्यूटर में खुद से एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बना दिया था. जब बिल गेट्स हाई स्कूल पहुंचे, तब इन्होने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर स्कूल के पेरोल प्रणाली को कंप्यूटरीकृत कर दिया था. यहीं से पता चलता है कि बिल गेट्स के दिमाग में बचपन से भी कंप्यूटर प्रोग्राम फीड थे, जो भगवान की तरफ से किसी गिफ्ट से कम नहीं थे.
पॉल एलन, जिनके साथ आगे चलकर बिल ने इतना बड़ा बिजनेस खड़ा किया था, स्कूल के समय उनके सीनियर हुआ करते थे. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई और स्कूल के समय में दोनों ने मिलकर यातायात काउंटर के लिए ‘ट्राफ़ ओ डाटा’ नाम का प्रोग्राम बनाया, जो इंटेल 8000 प्रोसेसर पर आधारित था. इस समय बिल की उम्र मात्र 17 साल थी. 1973 में बिल ने स्कूल की पढाई उत्तीर्ण कर ली. SAT की परीक्षा में बिल नेशनल स्कॉलर रहे थे, उन्हें 1600 में से 1590 अंक मिले थे. इसके बाद बिल ने हार्वर्ड कॉलेज में दाखिला लिया था. कॉलेज के समय में बिल अपना ज्यादातर समय कंप्यूटर में बिताते थे, वे अपने बाकि विषयों में बिलकुल ध्यान नहीं देते थे. उनके दोस्त एलन ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें कॉलेज छोड़ बिजनेस शुरू कर देना चाहिए.
बिल गेट्स करियर (Bill Gates Career Highlights) –
- बिल गेट्स और उनके दोस्त एलन ने मिलकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का निर्माण किया, जिसे शुरू में माइक्रो – सॉफ्ट के नाम से जाना गया. इन लोगों ने ‘बेसिक’ (BASIC) नाम के प्रोग्राम से शुरुवात की, यह माइक्रोकंप्यूटर की प्रसिध्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. यह प्रयोग सफल रहा, जिसके बाद इन्होने, दुसरे दुसरे सिस्टम के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज डेवलप करना शुरू कर दिया. थोड़े ही समय में बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट सफलता की सीढ़ी चढ़ने लगी. 5 साल से कम समय में ही माइक्रोसॉफ्ट कंपनी लोगों की नजर में आने लगी थी. कंप्यूटर पर निबंध यहाँ पढ़ें.
- 1980 में ‘इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (IBM)’ द्वारा माइक्रोसॉफ्ट को एक डील ऑफर की गई. IBM ने माइक्रोसॉफ्ट से कहा कि वे उनके आने वाले पर्सनल कंप्यूटर के लिए ‘बेसिक इंटरप्रीटर’ लिखें. माइक्रोसॉफ्ट ने IBM के लिए PC DOS ओपरेटिंग सिस्टम बनाया, जिसके बदले में IBM ने एक समय की फीस 50 हजार डॉलर दी.
- जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट ओपरेटिंग सिस्टम पूरी दुनिया में फेमस होने लगे, जिसके बाद 20 नवम्बर 1985 को बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने ‘विंडोज’ (Windows) नाम के एक ओपरेटिंग वातावरण को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया. यह ‘माइक्रोसॉफ्ट डोस (DOS)’ के लिए ओपरेटिंग सिस्टम शेल की तरह काम करता था. इसके बाद कुछ सालों में ही विंडोस ने समस्त दुनिया के पर्सनल कंप्यूटर मार्किट में पूरी तरह कब्ज़ा कर लिया था. पर्सनल कंप्यूटर के 90% शेयर विंडोज के नाम थे. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने अभूतपूर्व वित्तीय सफलता प्राप्त कर ली थी. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बिल गेट्स थे, तो कंपनी के सफल होने का पूरा फायदा बिल गेट्स को मिलता गया. बिल गेट्स ने इस कंपनी से एक बड़ी राशी अपने नाम कर ली थी, जिस वजह से 1987 में पहली बार वे दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में भी शामिल हो गए थे. महज 11 साल के करियर में इतनी बड़ी उपलब्धि बिल गेट्स ने अपने नाम की.
- 1989 में माइक्रोसॉफ्ट ने ‘माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस’ की शुरुवात की. यह माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक पैकेज की तरह था, जिसमें बहुत सारी एप्लीकेशन जैसे माइक्रोसॉफ्ट वर्ड एवं एक्सेल एक साथ एक ही सिस्टम में चल सकती थी. साथ ही किसी भी माइक्रोसॉफ्ट प्रोडक्ट में चल सकती थी. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ने एक बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की, जिसके बाद पर्सनल कंप्यूटर की दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट के ओपरेटिंग सिस्टम का एकाधिकार हो गया था.
- 1990 के दशक में जब इन्टरनेट पूरी दुनिया में एक मकड़ी के जाले की तरफ फ़ैल रहा था, तब बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट में ध्यान दे रहे थे, और उसके विकास के लिए तेजी से कार्य कर रहे थे, ताकि वे अपने उपभोक्ता को इन्टरनेट के द्वारा सॉफ्टवेयर का समाधान दे सकें. ‘विंडोस CE ओपरेटिंग सिस्टम प्लेटफार्म’ एवं ‘दी माइक्रोसॉफ्ट नेटवर्क’ उस समय के महान डेवलपमेंट में से एक थे. इन्टरनेट की आवश्कता पर निबंध यहाँ पढ़ें.
- सन 2000 में बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन वे चेयरमैन के रूप में अभी भी पदस्थ थे. उन्होंने अपने लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में एक नया पद ‘चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट’ बना दिया.
- अगले कुछ सालों में बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट में अपने काम दूसरों को देने लगे, और खुद वे परोपकारी कार्यों में अधिक समय बिताने लगे.
- फ़रवरी 2014 में बिल ने चेयरमैन पद से भी इस्तीफा दे दिया, और अब वे माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ‘सत्या नादेला’ के टेक्नोलॉजी एडवाइजर के रूप में कार्यरत है.
अन्य काम (Bill Gates other work) –
- सन 1999 में बिल गेट्स ने MIT कॉलेज को कंप्यूटर लैब बनाने के लिए 20 मिलियन डॉलर दान में दिए. कॉलेज वालों ने इसका नाम बिल गेट्स के सम्मान में ‘विलियम एच गेट्स बिल्डिंग’ रखा.
- अपनी पत्नी के साथ मिलकर बिल ने सन 2000 में ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ का निर्माण करवाया. यह दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट फाउंडेशन में से एक है, जिसका उद्देश्य समाज में लोगों के स्वास्थ्य में वृद्धि और दुनिया भर में अत्यधिक गरीबी को कम करना है.
- सन 2010 में बिल गेट्स ने एक बड़े इन्वेस्टर ‘वारेन बुफ्फेट’ और फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ मिल कर, एक अग्रीमेंट साइन किया, जिसके तहत वे अपनी कमाई का आधा हिस्सा दान में दिया करेंगें. फेसबुक का इतिहास जानने के लिए पढ़े.
बिल गेट्स को मिले अवार्ड्स (Bill Gates Awards) –
- सन 2002 में बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा को अच्छे सामाजिक काम करने के लिए ‘जेफ़र्सन अवार्ड’ दिया गया.
- सन 2010 में गेट्स को माइक्रोसॉफ्ट में मिली उपलब्धि और उनके परोपकारी कार्य के लिए फ्रेंक्लिन इंस्टिट्यूट द्वारा ‘बोवेर अवार्ड’ दिया गया था.
- गेट्स और उनकी पत्नी का एक फाउंडेशन भारत में भी है, जिसके द्वारा वे यहाँ के गरीबों के लिए कार्य करते है. इस महान कार्य के लिए बिल गेट्स और उनकी पत्नी मिलिंडा को सन 2010 में भारत सरकार द्वारा भारत के तीसरे बड़े सम्मान ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था.
- बिल गेट्स पर बहुत सी फिल्म, डॉक्यूमेंटरी, विडिओ क्लिप्स बन चुकी है. इन पर बहुत सी किताबें भी लिखी गई है, जिसे बिजनेस स्कूल में मुख्य रूप से पढ़ाया जाता है. दुनिया के सभी युवाओं के लिए बिल गेट्स एक बहुत बड़े प्रेरणास्रोत है.
बिल गेट्स के बारे में अनजानी बातें (Bill Gates interesting facts in hindi) –
- बिल गेट्स का बचपन में निकनाम ‘ट्रे’ था.
- पहला कंप्यूटर प्रोग्राम जिसे बिल गेट्स ने लिखा था, वो था ‘टिक-टैक्-टू’ गेम.
- स्कूल के दिनों में बिल अपने दोस्तों के सामने हमेशा ऐसा बोला करते थे कि वे 30 साल की उम्र में मिलेनियर होंगें. उनकी यह कही बात सच रही, 31 साल की उम्र में बिल गेट्स सचमुच मिलेनियर बन गए थे.
- 1977 में न्यू मैक्सिको में बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने के अपराध में बिल गेट्स को गिरफ्तार कर लिया गया था.
- 1994 में लियोनार्दो दा विंसी द्वारा लिखित पेजों का कलेक्शन ‘कोडेक्स लेस्टर’ को बिल गेट्स ने 30.8 मिलियन डॉलर में, एक नीलामी में ख़रीदा था.
- बिल गेट्स को इस बात का बहुत पछतावा है कि उन्हें कोई भी फोरेन लैंग्वेज नहीं आती है.
- फेसबुक के को-फाउंडर मार्क से मिलने के बाद, पहली बार बिल गेट्स ने फेसबुक में अपना अकाउंट बनाया था, इसके पहले वे सोशल मीडिया में एक्टिव नहीं थे.
- अगर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी फ़ैल हो जाती तो बिल गेट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एक खोजकर्ता होते.
- बिल गेट्स के पास इतना अपार धन होने के बावजूद उन्होंने कहा है कि उनके हर बच्चे के नाम उनकी जायदाद में से 10 मिलियन डॉलर निहित है. इसके अलावा कोई अतिरिक्त राशी उनके बच्चों को नहीं दी जाएगी.
- बिल गेट्स की पसंदीदा बिजनेस बुक ‘बिजनेस ऐडवेंचर’ है.
- सन 2007 में हारवर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बिल गेट्स को हॉनर की डिग्री से सम्मानित किया गया था. यह वही यूनिवर्सिटी है, जिसे 32 साल पहले बिल गेट्स ने बीच में ही छोड़ दिया था.
- गेट्स के पास कोई भी एजुकेशन डिग्री नहीं है.
- बिल गेट्स लगभग हर साल भारत यात्रा में आते है, और यहाँ गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करते है.
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