विजय कुमार कार्णिक का जीवन परिचय, मूवी, कहानी, फिल्म भुज, उम्र, धर्म, जाति, मृत्यु, अवार्ड्स एवं मैडल, नेटवर्थ [Vijay Kumar Karnik Biography, Story in Hindi] (Bhuj Movie, Age, Religion, Caste, Death or Alive, Awards, 1971 War, Awards, Medal, Net Worth)
आपने पिछले दिनों टीवी पर “भुज” फिल्म का ट्रेलर अवश्य देखा होगा और आपने ट्रेलर में अभिनेता अजय देवगन को देख कर तालियां भी बजाई होंगी। भुज फिल्म के ट्रेलर मे सुपरस्टार अजय देवगन ने स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक का किरदार निभाया है। जिन्होंने साल 1971 की लड़ाई में जो किया था उसे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। साल 1971 की जंग में पाकिस्तान ने इंडियन एयर फोर्स के बेस पर तकरीबन 14 दिनों तक बम बरसाए थे। उस ऑपरेशन को चंगेज खान नाम के व्यक्ति ने अंजाम दिया था। जानिए क्या थी वह घटना और कैसे किया था स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक ने उसका सामना. साथ ही उनके जीवन के बारे में पूरी जानकारी भी आपको यहाँ मिलेगी.
Table of Contents
विजय कुमार कार्णिक का जीवन परिचय (Vijay Kumar Karnik Biography)
पूरा नाम | विजय कुमार कार्निक |
जन्म तारीख | 6 नवंबर साल 1939 |
उम्र | 80 साल |
जन्म स्थान | नागपुर, महाराष्ट्र, इंडिया |
कद | 6 फुट |
वर्तमान शहर | नागपुर |
प्रोफेशन | रिटायर्ड इंडियन एयर फोर्स ऑफिसर |
आर्मी ट्रेनिंग | एनडीए, खड़कवासला, पुणे |
सेवा वर्ष | 26 मई 1962 से 14 अक्टूबर 1986 तक |
ऑफिसर रैंक | विंग कमांडर |
नागरिकता | भारतीय |
जाति | महाराष्ट्रियन चंद्रसेनिया कायस्थ प्रभु (CKP) समुदाय |
धर्म | हिंदू |
शौक | गोल्फ खेलना, किताबें पढ़ना |
किस लिए फेमस है | 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध |
इनकम | अज्ञात |
कुल आय | पता नहीं |
राशि | स्कार्पियो |
चेस्ट | 44 इंच |
बाईसेप्स | 14 इंच |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला एवं सफ़ेद |
विजय कुमार कार्णिक जन्म, जाति, शिक्षा (Education)
विजय कुमार कार्णिक का जन्म महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर में महाराष्ट्रियन चंद्रसेनिया कायस्थ प्रभु (CKP) समुदाय में हुआ था। विजय कुमार कार्निक ने अपने स्कूल की पढ़ाई नागपुर शहर से की है और उन्होंने अपने कॉलेज की पढ़ाई वर्धा शहर में रहकर नागपुर यूनिवर्सिटी से की है। इन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री इन साइंस हासिल की है।
विजय कुमार कार्णिक परिवार (Family)
पिता का नाम | श्रीनिवास कार्णिक |
माता का नाम | ताराबाई कार्णिक |
भाई | विनोद, लक्ष्मण एवं अजय |
बहन | वसंती |
पत्नी | उषा कार्णिक |
बेटी | शलाका कार्णिक |
बेटा | परेश कार्णिक |
विजय कुमार कार्णिक परिवारिक बैकग्राउंड, पत्नी एवं बेटे (Family Background, Wife and Son)
जैसा कि हमने आपको बताया विजय कुमार कार्णिक महाराष्ट्रीयन चंद्रसेनिया कायस्थ प्रभु (CKP) समुदाय से हैं। उनका जन्म श्रीनिवास कार्णिक (एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी) और ताराबाई कार्णिक के घर हुआ था। विजय कुमार कार्णिक के तीन भाई हैं जिनका नाम विनोद कार्णिक (मेजर जनरल), लक्ष्मण (विंग कमांडर), और अजय कार्णिक (एयरमार्शल) और एक बहन का नाम वसंती है। इन्होंने साल 1965 में 20 फरवरी को उषा कार्णिक (शहनाज हुसैन फ्रेंचाइजी की मालिक) से शादी की थी। इनकी एक बेटी शलाका कार्णिक (वीकैनडूइट एक थिएटर ग्रुप में निदेशक) और एक बेटा परेश कार्णिक (द टाइम्स ग्रुप में काम करता है) है।
विजय कुमार कार्णिक करियर (Career)
विजय कार्णिक को साल 1962 में 12 मई को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया था। विजय कार्णिक ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भुज में एक स्क्वाड्रन लीडर के रूप में काम किया। विजय कुमार कार्णिक ने साल 1962 में हुए भारत और चाइना युद्ध तथा भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 में हुए युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया था। विजय कुमार कार्णिक साल 1965 की युद्ध और विशेष तौर पर साल 1971 में हुए इंडिया और पाकिस्तान में युद्ध में दिए गए उनके योगदान के लिए जाने जाते हैं। साल 1967 में विजय कुमार को 6 स्क्वायरफीट में तैनात किया गया था।इसके बाद साल 1985 में 1 अक्टूबर को विजय कुमार कार्णिक को विंग कमांडर के पद पर प्रमोशन दिया गया था, तथा साल 1986 में 14 अक्टूबर के दिन विजय कुमार कार्णिक अपने पद से रिटायर हो गए थे।
विजय कार्णिक 1971 की लड़ाई, कहानी (Vijay Karnik 1971 War, Story)
साल 1971 के आसपास पाकिस्तान और हमारे देश के बीच एक युद्ध हुआ था, जिसे बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के नाम से भी पहचाना जाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए इस युद्ध में इंडियन एयर फोर्स के भुज शहर में मौजूद एयरवेज को संचालित करने का काम विजय कुमार कार्निक ने अपने ऊपर लिया था। इसमें इंडिया के मित्रों वाहिनी बल और पाकिस्तान के बीच एक भयंकर और खतरनाक युद्ध हुआ था। भारत और पाकिस्तान के बीच यह युद्ध पूर्वी पाकिस्तान में हुआ था, जो कि साल 1971 में 3 दिसंबर के दिन चालू हुआ था, जो 1971 में ही 16 दिसंबर के दिन बंद हुआ। पाकिस्तान की तरफ से इस युद्ध की शुरुआत ऑपरेशन चंगेज खान के नाम से की गई थी, जिसके अंतर्गत पाकिस्तान ने भुज एयरबेस पर लगातार कई दिनों तक हवाई हमले किए थे।
पाकिस्तान की तरफ से भुज एयरवेज पर किए जा रहे हमले के कारण इंडियन विमानों को उड़ान भरने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, जिसके बाद भुज के इंडियन एयरवेज की मरम्मत करने के लिए पास के ही गांव माधवपुर के लोगों ने एयर फोर्स के सैनिकों की सहायता की है। एयरफोर्स की मरम्मत करने का मुख्य श्रेय माधोपुर की महिलाओं को दिया गया। 72 घंटे की कड़ी मेहनत करने के बाद माधवपुर की महिलाओं ने भुज एयरवेज की मरम्मत कर दी। माधवपुर की 300 महिलाओं ने इस काम को अंजाम दिया था।
माधवपुर महिला सम्मान
जब वर्ष 1971 में हुए भारत और पाकिस्तान का युद्ध समाप्त हो गया, तो उसी दिन उस समय की वर्तमान प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी भुज एयरवेज पर गई और वहां पर माधवपुर की महिलाओं को “झांसी की रानी” कहकर संबोधित किया और हर महिला को उस समय ₹50,000 इनाम के तौर पर उनके काम के लिए दिए गए और उनका उत्साहवर्धन किया गया।
विजय कुमार कार्णिक एवं फिल्म भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया
आपको जानकर खुशी होगी कि विजय कुमार कार्णिक की जिंदगी पर एक Film बन रही है जिसका नाम Bhuj: The Pride of India है। इस मूवी में साल 1971 में हुए इंडिया और पाकिस्तान के बीच विजय कुमार कार्णिक और माधवपुर की महिलाओं की भूमिका दिखाई गई है। इस फिल्म में विजय कार्णिक का किरदार बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता अजय देवगन निभा रहे हैं। अजय देवगन के द्वारा अभिनीत इस पिक्चर में आपको यह देखने को और जानने को मिलेगा कि किस प्रकार माधवपुर की महिलाओ और विजय कुमार ने इस युद्ध को लड़ा था और कैसे माधवपुर की महिलाओं की सहायता से 72 घंटों में भुज के एयरबेस को तैयार किया था। और किस प्रकार हमारे भारत देश ने इस युद्ध में विजय प्राप्त की थी।
भुज फिल्म का ट्रेलर
भुज फिल्म का ट्रेलर 12 जुलाई साल 2021 में लॉन्च हो चुका है। आप इसे यूट्यूब पर जाकर देख सकते हैं।
भुज फिल्म रिलीज डेट
साल 2021 में 13 अगस्त को अजय देवगन के द्वारा अभिनीत फिल्म ‘भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया’ डिजनी प्लस हॉटस्टार ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ होगी।
विजय कुमार कार्णिक की पसंद (Likes)
पसंद | घूमना |
पंसदीदा खेल | क्रिकेट एवं गोल्फ |
पसंदीदा पॉलिटिशियन | श्रीमान नरेंद्र मोदी |
पसंदीदा आर्मी ऑफिसर | फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ |
विजय कुमार कार्णिक अवार्ड्स एवं मेडल्स (Awards and Medals)
इस एयरफील्ड ऑपरेशन के खत्म होने के बाद विजय कार्णिक जो ने आर्मी अधिकारीयों एवं सैनिकों को फ्लाइट में बैठकर सुरक्षित लैंड कराया था. इसके लिए भारत सरकार द्वारा उनका सम्मान भी किया गया था. और साथ ही उन्हें वायु सेना मैडल सन 1972 में प्रदान किया गया था.
विजय कुमार कार्णिक नेटवर्थ (Net Worth)
विजय कार्णिक की नेटवर्थ सन 2019 के डेटा अनुसार 60 लाख रुपये प्रतिवर्ष है. और अब ये रिटायर्ड हो चुके हैं और अब उन्हें प्रतिमाह 30 से 35 हजार रूपये पेंशन मिल रही है.
विजय कार्णिक की उम्र एवं मृत्यु (Age and Death)
विजय कार्णिक की उम्र 82 साल है और वे अभी भी जीवित हैं.
विजय कार्णिक की रोचक जानकारी (Facts)
- विजय कुमार कर्णिक को साल 1962 में 26 मई को इंडियन एयरफोर्स में कमीशनेड किया गया था।
- कमीशनेड होने के बाद इन्होंने 21 एनएवी कोर्स किया।
- साल 1986 में 14 अक्टूबर को विजय कुमार सर्विस से रिटायर हुए।
- इन्हें गोल्फ खेलना पसंद है।इनहे लगता है कि Golf प्राचीन भारतीय खेल है।
- कार्णिक नरेंद्र मोदी के प्रबल समर्थक हैं, और वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करते हैं।
- विजय कुमार कर्णिक साल 1967 में 6 स्क्वाड्रन में पुणे शहर में पोस्टेड थे।
- 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान, कार्णिक एक स्क्वाड्रन लीडर थे, और वे भुज में तैनात थे। वह भुज हवाई अड्डे के इंचार्ज थे।
- जब भारत और पाकिस्तान का युद्ध समाप्त हो गया, तो हवाई पट्टी के पुनर्निर्माण को “भारत का पर्ल हार्बर मोमेंट” नाम दिया गया।
- साल 1985 में 1 अक्टूबर को विजय कुमार को विंग कमांडर के पद पर प्रमोशन दिया गया।
- 19 मार्च 2019 को, फिल्म निर्माता भूषण कुमार ने घोषणा की कि वह अजय देवगन के साथ मिलकर विजय कार्णिक की 1971 की वीर गाथा और कैसे उन्होंने 300 महिलाओं की मदद से भुज हवाई पट्टी का निर्माण किया, के बारे में एक फिल्म बनाने के लिए सहयोग करेंगे। फिल्म में संजय दत्त, परिणीति चोपड़ा, सोनाक्षी सिन्हा और राणा दग्गुबाती जैसे फेमस आर्टिस्ट्स भी होंगे।
विजय कुमार कार्णिक के जीवन के बारे में आपने इस लेख में जाना, अब आप आने वाली फिल्म में इनकी स्टोरी को अच्छे से जान सकते हैं.
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FAQ
Ans : इंडियन एयरफ़ोर्स ऑफिसर
Ans : 80 साल
Ans : महाराष्ट्रियन चंद्रसेनिया कायस्थ प्रभु (CKP) समुदाय
Ans : ये अभी जीवित हैं
Ans : सन 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनकी भुज एयरफोर्स के दौरान हुई घटना में योगदान देने की कहानी है
Ans : भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया
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