उमेश पाल एवं राजू पाल का हत्याकांड, मुख्य आरोपी, कैसे हुई हत्या, कहां हुई, कारण (Umesh Pal Raju Pal Murder Case in Hindi, Prayagraj Case)
बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्ड गवाह उमेश पाल पर जानलेवा हमला किया गया। जिसमें उमेश पाल और सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं आरक्षी राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके कारण उन्हें उपचार के लिए लखनऊ भेजा गया। वहां से उन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। ये सारी वारदात एक सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है। ये सीसीटीवी उनके घर के सामने लगा हुआ था। जिसमें देखा गया की कैसे कुछ लोगों ने आकर उमेल पाल पर गोलियों की बरसात कर दी। जैसे ही गोलियों की आवाज आई तो वहां पर लोगों की भगदड़ मच गई। जिसके कारण वहां खौफ का मंजर हो गया।
Table of Contents
उमेश पाल एवं राजू पाल हत्याकांड की जानकारी (Umesh Pal Raju Pal Murder Case in Hindi)
नाम | उमेश पाल एवं राजू पाल |
हत्या की तारीख | राजू पाल- 25 जनवरी 2005, उमेश पाल- 24 फरवरी 2023 |
कैसे हुई हत्या | गोली मारकर की गई हत्या |
हत्या की जगह | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश |
हत्या का कारण | आपसी दुश्मनी |
राजू पाल और उमेश पाल कौन हैं (Who is Raju Pal and Umesh Pal)
राजू पाल बीएसपी विधायक रह चुके थे। उन्होंने 2005 में विधायक की कुर्सी संभाली थी। लेकिन वो काम ज्यादा समय तक नहीं कर पाए थे। क्योंकि उनकी हत्या कर दी गई थी। उससे पहले वो एक विधायक के तौर पर काम किया करते थे। इसी के साथ उनका प्रॉपर्टी का भी बिजनेस रहा है। उमेश पाल राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था, जिसकी हालही में हत्या कर दी गई.
उमेश पाल और राजू मर्डर केस का मुख्य आरोपी
राजू और उमेश पाल का मर्डर का मुख्य आरोपी है अतीक अहमद। जिसके गैंग के कुछ लोगों ने 24 फरवरी को उमेश पाल की गोली मारकर हत्या की। वहीं अतीक अहमद की पत्नी का कहना है कि, इस हत्या के मामले में उनके पति का कोई हाथ नहीं है। वो इस समय अपने बेटे और भाई के साथ जेल में है। इसके अलावा हो सकता है किसी और ने उनकी हत्या की हो। जिसके कारण अब पुलिस ने अपनी पूछताछ औ जांच दोनों को शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि, ये पूरा मामला प्रॉपर्टी को लेकर शुरू हुआ था।
उमेश पाल और राजू का मर्डर की अहम कड़िया
- अतीक अहमद प्रयागराज वेस्ट में रहता है। वह इलाका उसके दबदबे से काफी फेमस है। हर कोई उसे जानता है।
- जिसके कारण वो कई दलों के जरिए विधायक और एमपी बनने में कामयाब भी रहा। उन्हें समाजवादी पार्टी और बीएसपी दोनों से टिकट मिला।
- साल 2005 में बीएसपी विधायक राजू पाल भी सत्ता में उतरे और उन्होंने अतीक अहमद के भाई को हराकर विधानसभा में अपनी जगह बनाई।
- जैसे ही उन्होंने विधायक की कुर्सी संभाली उसके ठीक 2 महीने बाद यानि 25 जनवरी 2005 को उनकी हत्या कर दी गई। जिसका आरोप अतीक अहमद पर लगाया गया।
- जब राजू पाल की हत्या हुई तो उस समय उमेश पाल उनके साथ ही थे। जिसके कारण वो एक ऐसे व्यक्ति थे, जो उसके मुख्य गवाह थे।
- जिसके बाद इसकी जांच हुई और केस कोर्ट में गया। इसके बाद अतीक अहमद की गिरफ्तारी की गई। जिसके केस पर चलता रहा।
- राजू पाल हत्याकांड में जिरह अपने अंतिम चरण पर ही थी। फैसला आने वाला था। लेकिव उससे पहले ही 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या कर दी गई। जिसके कारण केस दोबारा से जांच के लिए चला गया।
उमेश पाल और राजू मर्डर के बाद पूजा पाल ने मांगी सरकार से सिक्योरिटी
समाजवादी पार्टी एमएलए पूजा पाल ने अपनी जान बचाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से सुरक्षा की मांग की है। वहीं इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए। जिसके जवाब पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, गुंडों और माफियाओं को किसने पाला था। उनकी सरकार माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर कार्य कर रही है। जिसके कारण ये दशहत फैल रही है।
होमपेज | यहां क्लिक करें |
FAQ
Ans : राजू पाल की हत्या 25 जनवरी 2005 को की गई थी।
Ans : उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी 2023 को की गई।
Ans : अतीक अहमद को माना जा रहा है इन दोनों हत्या का आरोपी।
Ans : आपसी रंजीश है हत्या का कारण।
Ans : राजू और उमेश पाल का मर्डर की जांच बहुत तेजी से चल रही है।
अन्य पढ़ें –