यह fact हैं| जिस पर गौर फरमाने की जरुरत हैं | एक Amit नाम का boy था उसने अपने एक relative Ayushman को जाकर कहा कि तुमने अपने दोस्त के बारे में कुछ सुना ? यह सुनकर Ayushman चुप था क्यूंकि वह एक गंभीर और बहुत सुलझा हुआ व्यक्ति था | जिसके किस्से famous थे |
कुछ देर चुप रहने के बाद Ayushman ने Amit से कहा कि ” मेरे friend के बारे में कहने से पहले क्या तुमने 3 गंभीर बातों के बारे में सोचा ?”
Amit थोड़ा shocked था और उसने Ayushman से पूछा “कैसी 3 बाते ?”
Ayushman ने कहा – “यह बहुत important 3 question बातें हैं जिनके बारे में विचार किये बिना कभी किसी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए |”
Ayushman ने पूछा –“तुम (Amit), जो मुझे मेरे friend के बारे में कहना चाहते हो क्या वह True हैं ?”
Amit थोड़ा डरते हुए हिचकिचा कर बोला –“नहीं, यह तो मैं नहीं जानता ”
Ayushman ने कहा – “मतलब तुम नहीं जानते जो तुम मेरे friend के बारे में बोल रहे हो वो true हैं भी या नहीं |”
Ayushman ने 2 question Amit से पूछा –“अच्छा यह बताओ Amit जो तुम मुझे मेरे friend के बारे में बता रहे थे क्या उसमे मेरे friend की कोई अच्छी बात(good factor) हैं? ”
Amit ने फिर संकुचाते हुए कहा “नहीं ”
Ayushman ने तीसरा question किया “Amit जो तुम कह रहे हो उसमे मेरे लिए कोई उपयोगी (usefull) बात हैं ”
Amit में सर झुकाते हुए कहा “नहीं”
Ayushman ने कहा “अब बताओं तुम मेरे friend के बारे में क्या कहने वाले थे ?”
Amit ने कहा “क्यूँ शर्मिंदा कर रहे हैं भाई ? और वहां से चला गया |”
Ayushman ने अपने इन तीन question में एक important बात Amit को सिखाई जिसे हम सबको याद रखना चाहिए|
Moral Of The Story:
किसी third person के बारे में कोई भी बात बोलने से पहले इन 3 questions के answer खुद को देना चाहिए क्यूंकि अगर आप यह नहीं जानते कि जो बोल रहे हैं वो सच हैं या नहीं|जिसे बोल रहे हैं उसे उस बात का कोई महत्व हैं या नहीं मतलब यह बात उस व्यक्ति को बताने में क्या उसका कोई लाभ हैं ? और जिसके बारे में बोल रहे हैं उसकी कोई अच्छी बात हैं या नहीं|
फिर खुद ही सोचे कि कहने वाली बात कहना सही हैं या नहीं |
इस तरह आप खुद ही निंदा रस से दूर हो जायेंगे |
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