सूरत डायमंड बोर्स बिल्डिंग न्यूज़ 2023-24, दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय, भवन, मालिक कौन है, उद्घाटन, कीमत,कॉस्ट, कहां पर है, कितनी बड़ी है, हाइट, फ्लोर (Surat Dimond Bourse Building News in Hindi) (World Largest Office, Owner, Architect, Share Price, Office Price, Cost, Inauguration, Height, Floor)
देश दुनिया की खबरों में एक ऐसी न्यूज़ सामने आई हैं जिससे आपको बहुत गर्व होगा. वह न्यूज़ हैं, कि हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी ने एक सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया हैं। जहाँ पर उन्होंने यह भी कहा हैं, कि इससे रोजगार में भी वृद्धि होगी और साथ ही साथ रत्न उद्योग जगत मे भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिद्वंदिता स्थापित कर पायेगा। चलिए सूरत डायमंड बोर्स के बारे में विस्तार पूर्वक अपने लेख में वर्णन कर लेते हैं। कि इस ऑफिस कंप्लेक्स की खासियत क्या हैं और रोजगार कैसे जनरेट करेगा।
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सूरत डायमंड बोर्स बिल्डिंग (Surat Diamond Bourse Building)
पूरा नाम | सूरत डायमंड बोर्स |
आधारशिला सब रखी | 2015 |
आधारशिला किसने रखी | पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन के द्वारा रखी गयी |
उद्देश्य | हीरे का आयात निर्यात और आभूषणों को मॉल रूप प्रदान करना |
क्षेत्रफल | 61000 वर्ग मीटर |
रोजगार में वृद्धि | अनुमानित 1.50 लाख तक |
उद्घाटन | 17 दिसंबर 2023 |
उद्घाटन किसने किया | माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने |
सूरत डायमंड बोर्स क्या हैं
भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज गुजरात के सूरत में दुनिया के सबसे बड़े ऑफिस कंप्लेक्स का उद्घाटन कर दिया है, यह एक इंटरनेशनल हीरे और आभूषण व्यवसाय के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिकतम केंद्र के रूप में उभर कर आने वाला है। एक्सचेंज में आयात और निर्यात के लिए एक अत्याधुनिक सीमा शुल्क क्लीयरन्स हाउस खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए एक आभूषण मॉल और इंटर नेशनल बैंकिंग के साथ-साथ सुरक्षित वॉल्ट के लिए एक सुविधा शामिल करने की भी योजना बनाई गई हैं। रत्नों में महंगा हीरा उसका केंद्र भारत में बनकर तैयार हो चुका हैं और वह व्यापार केंद्र ड्रीम सिटी सूरत गुजरात भारत आर्किटेक्चर फ़र्म द्वारा डिजाइन किया गया हैं, जिसका क्षेत्रफल 61,000 वर्ग मीटर हैं, साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय हीरा इमारत हैं।
सूरत डायमंड बोर्स का इतिहास
सूरत डायमंड बोर्स की आधारशिला को पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने 2015 के समय पर रखा था तब से वहाँ का निर्माणधीन कार्य शुरू हो गया था इसका कार्य बहुत तेजी से चल ही रहा था कि तब कोविड 19 की महामारी आने के बाद इस कंप्लेक्स के कार्य में रुकावट देखने को मिलने लगी और इसलिए इसका कार्य बाधित होता चला गया और समय बढ़ता चला गया जैसे ही कोविड 19 महामारी कम पड़ी उसके बाद इसकी गति और तेज कर दी गई 2022 में समग्र संरचना पूरी हो गई। फिर 2023 में पूर्ण रूप से यह कंप्लेक्स तैयार कर लिया गया था। इसकी आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे बड़ी इमारत के रूप में इसे नामित किया गया नवबर में 2023 में इसका उद्घाटन होना था मगर कुछ कारण वश नहीं हो पाया फिर उसके बाद 17 दिसंबर 2023 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा इस बड़ी इमारत का उद्घाटन किया गया।
Surat Diamond Bourse Architect
- डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल सिटी के केंद्र में स्थित हैं। जो एक आने वाले समय का व्यवसायिक जिला बनेगा।
- इसका निर्माण 61000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं, अगर एकड़ की बात की जाए तो 35.54 एकड़ में निर्माण हुआ हैं।
- बोर्स में 9 परस्पर जुड़े हुए टॉवर्स हैं जिसमें यह देखा जा सकता हैं कि प्रत्येक में 15 मंजिल बनी हैं।
- अगर देखा जाए तो इसमें से पाँच टॉवरों में प्रत्येक का क्षेत्रफल 500 वर्ग फुट वाले 900 कार्यालय हैं।
- बड़े कार्यालय की बात की जाए इसमें तो कुछ बड़े कार्यालय भी हैं जो 1000 वर्ग फुट वाले हैं।
- संरचना में नौ टावर एक बड़े 22 किलोमीटर लंबे केंद्रीय गलियारे से एक दूसरे से जुड़े हैं। जिससे इनके बीच में आवागमन की प्रक्रियाएं होती रहती हैं।
- अगर देखा जाए तो 9 इमारतों के बीच में नौपंचतत्व न्यायालय भी देखने को मिल सकते हैं और साथ ही साथ मनोरंजक एव्ं हरे भरे स्थानों के रूप में बनाए गये हैं जिससे आप आनंद पूर्वक स्ट्रेस फ्री रह सकते हैं।
- इनकी संरचना में यह भी बताया गया हैं कि 131 लिफ़्ट जिनकी गति 3 मीटर प्रति सेकंड है और दो स्तरीय भूमिगत पार्किंग भी दी गई हैं जो 4500 करो और 10000 दो पहिया को अपने अंदर खड़े रखने की कैपसिटी हैं।
- और इसके बाद इस इमारत में हीरे के आयात और निर्यात के लिए एक कस्टम क्लीयरन्स हाउस और साथ ही साथ राष्ट्रीय हीरा अनुसंधान संस्थान भी हैं।
- यहाँ पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र साथ है साथ अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सुविधा और पांच सितारा होटल भी आपको देखने को मिल सकता हैं। और दुनिया की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट इमारत भी कहा जा रहा हैं।
सूरत डायमंड बोर्स बनने से रोजगार में वृद्धि
क्योंकि रोजगार में वृद्धि इसलिए भी देखने को मिल सकती हैं कि यह इतना बड़ा है कि वहाँ पर सभी प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होंगी. जिससे उन सुविधाओं के कार्य को करने के लिए लोगों की आवश्यकता पड़ेगी और जब लोग वहाँ पर कर्मचारी के रूप में जाएंगे, तो इस हिसाब से रोजगार में भी वृद्धि होगी कहा जा रहा हैं कि डेढ़ लाख के आसपास लोगों को रोजगार प्राप्त होगा अगर देखा जाए तो परिसर कटर पोलिश करने वालों और व्यापारी सहित 65000 से अधिक हीरा पेशेवरों के लिए वन स्टॉप गंतव्य होगा। इस इमारत में 175 देशों के 4200 व्यापारी रह सकते हैं क्योंकि यहाँ पर होटल की भी सुविधा दी जायेगी जो इस पालिश किये गए हीरे खरीदने के लिए परिसर में आएंगे। इससे कामकाजी लोगों की संख्या 8 लाख से बढ़कर 10 लाख होने की पूरी संभावना हैं।
सूरत डायमंड बोर्स कितने तक का व्यापार हो सकता है
हाल ही में एक लेखक द्वारा यह बताया गया हैं कि सूरत डायमंड बोर्स की संरचना इसलिए की गई हैं कि विश्व में उन देशों से हम प्रतिद्वंदिता कर सकें जिन्होंने इस क्षेत्र में महारत हासिल की हुई है, और हमारी दुनिया की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट इमारत भी बनाई गई हैं और रिपोर्ट के अनुसार यह बताया गया हैं कि सालाना 200000 करोड़ का व्यापार कर सकती हैं यह राशि अनुमानित हैं।
सूरत डायमंड बोर्स – हीरे के आभूषण का मॉल
यह बताया गया है, कि इसे एक मॉल के रूप में बनाया गया हैं और इसी परिसर में डायमंड ज्वेलरी मॉल भी हैं जो दुनिया में पहला हैं। जिसका क्षेत्रफल 50000 वर्ग फुट हैं। सूरत बोर्स के जरिये और हीरे के आभूषणों की खुदरा बिक्री भी की जायेगी। इसमें 27 हीरे आभूषणों के शोरूम होंगे शोरूम की नीलामी S.D.B प्रशासनिक समिति द्वारा ही की जा सकती हैं।
सीमा शुल्क निकासी केंद्र कैसे कार्य करेगा
इसमें भारत का सबसे बड़ा सीमा शुल्क निकासी केन्द्र का निर्माण किया गया हैं इसके तहखने में रणनितिक रूप से सीमा शुल्क कार्यालय का निर्माण किया गया हैं विभिन्न देशों में मुल्यवान हीरो के निर्यात की देखरेख की जायेगी इसमें सीमा शुल्क अधीक्षक होंगे और साथ ही साथ निरीक्षकों सहित 11 अधिकारियों का स्टॉप होगा जो पहले 3 वर्षों के लिए SDB डायमंड एक्सचेंज समिति द्वारा प्रायोजित होंगे और अपने कार्यों को करेंगे। अगर सीमा शुल्क सुविधाओं के बारे में बात किया जाए तो यह कई सुविधाओं की मेजबानी करता हैं, जैसे एक प्रतिक्षा क्षेत्र दो सुरक्षित जमा वाल्ट एक सीमा शुल्क हाउस क्लीयरन्स एक डाक विभाग के कक्ष सीमा शुल्क अधिकारियों का कक्ष एक साथ सुविधा प्रदान करता हैं।
सूरत बनेगा सपनों का शहर
सूरत के हीरा उद्योग की क्षमता ने डायमंड रिसर्च एंड मर केनटाइल सिटी ड्रीम सिटी बनाने की ओर आकर्षित कर दिया हैं अब आने वाले भविष्य में यह देखा जा सकता है कि यहाँ पर अपने सपनों का शहर बनते देख सकते हैं क्योंकि धीरे-धीरे यहाँ पर क्राउड एरिया बढ़ने के साथ-साथ यहाँ के क्षेत्र में बदलाव भी देखने को मिल सकता है और परियोजना के तहत एक नई सिटी का निर्माण करने की बात कही जा रही है। जो लोगों के सपनों का शहर साबित हा सकता हैं।
पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता का ध्यान रखा गया हैं
पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता को देखते हुए इस इमारत का निर्माण किया गया है क्योंकि यहाँ पर जो पर्यावरण के लिए हमारे पास पाँच तत्व हैं, उनको देखते हुए ही इमारत का निर्माण किया गया हैं कि उनकी खपत ज्यादा ना हो सके बर्बादी ना हो। पर्यावरण का भी ध्यान रखा गया हैं, क्योंकि अगर देखा जाए तो परिसर के चारों तरफ अगल-बगल बीच में हरा भरा एरिया भी आपको देखने को मिल सकता हैं और ऊर्जा के रूप में हो सकता हैं की सौर ऊर्जा का भी प्रयोग किया जाएगा।
आवागमन के लिए कनेक्विटी
कनेक्विटी की बात की जाए तो लोग किसी भी साधन से यहाँ तक पहुँच सकते हैं अगर वह मेट्रो से जाना चाहे तो भी पहुँच सकते हैं या बस से जाना चाहे उसकी भी सुविधा ले सकते हैं और सड़क के माध्यम से भी जा सकते हैं। जिस भी कनेक्विटी से उन्हें सरलता लगे उसे कनेक्विटी से आसानी पूर्वक इन क्षेत्रों में जाया जा सकता हैं।
- मेट्रो
- बस सेवा
- सड़क
Surat Diamond Bourse Inauguration News
सूरत डायमंड बोर्स की चर्चा इसलिए की जा रही हैं, कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा 17 दिसंबर 2023 को इस डायमंड बोर्स को उद्घाटन करके शुरू करवा दिया गया हैं।
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FAQ
Ans : सूरत डायमंड बोर्स डायमंड का आयात निर्यात केंद्र हैं
Ans : गुजरात के सूरत में।
Ans : माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दमोदर दास मोदी जी के द्वारा।
Ans : 61000 वर्ग मीटर
Ans : सूरत डायमंड बोर्स दुनिया की सबसे बड़ी इमारत हैं.
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