आईपीएल नीलामी में रिटेन और राइट टू मैच (जोकर कार्ड) कार्ड क्या है, इस्तेमाल कब होता है (Right to Match Card in IPL Auction in hindi, RTM)
आईपीएल के दर्शकों के लिए खुशखबरी है, आईपीएल मैच शुरू होने जा रहा है. शुक्रवार की शाम 7:30 बजे से इन मैच कब प्रारंभ हो जाएगा इसलिए सभी दर्शक उत्साह के साथ आज शाम के मैच का इंतजार कर रहे हैं। खिलाड़ियों की टीम बांट दी गई है और आज पता चलेगा यह कौन सी टीम किस तरह की शुरुआत करके आईपीएल में अपना नाम बनाने वाली है। आप ने आईपीएल के साथ राइट टू मैच कार्ड के बारे में सुना होगा परंतु क्या आप जानते हैं यह होता क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है? तो चलिए आज हम आपको विस्तार पूर्वक समझाने वाले हैं कि राइट टू मैच कार्ड का मतलब होता क्या है?
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आईपीएल का 13वा सीजन
2020 में प्रारंभ होने वाला इंडियन प्रीमियर लीग के इस 13वे सीजन का इंतजार सभी दर्शकों को बेसब्री से है। मुख्य रूप से टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली सभी टीमों के बीच दिल्ली कैपिटल्स के खिताब पर सबकी नजर टिकी हुई है। दिल्ली कैपिटल का नाम उन टीमों में शुमार है जो एक बार भी खिताब अपने नाम नहीं कर पाई है। लेकिन इस बार श्रेयस अय्यर की कप्तानी में पिछले साल प्लेऑफ का सफर तय करने वाली दिल्ली कैपिटल्स की निगाहें इस सीजन के ख़िताब पर है कि वह इस सीजन के खिताब को जीतना चाहती है। आपको बता दें कि 20 सितंबर को दुबई के मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स अपनी विरोधी टीम किंग्स इलेवन पंजाब के साथ मैच खेलेगी। उसके बाद 2 नवंबर को दिल्ली कैपिटल अबू धाबी में मौजूद स्टेडियम के अंदर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ मुकाबला करेगी।
राइट टू मैच क्या है?
दरअसल आईपीएल द्वारा जारी किया गया राइट टू मैच कार्ड आईपीएल टीम के लिए बहुत अहम है क्योंकि इस कार्ड के अनुसार यदि किसी टीम ने तीन खिलाड़ियों को रिटेन कर दिया है तो वह दो खिलाड़ियों को राइट टू मैच के तहत यदि चाहे तो अपनी टीम में वापस ले सकती है और अगर किसी टीम के द्वारा तीन से कम खिलाड़ियों को दोबारा से रिटेन किया गया है तो वह उन्हीं तीन खिलाड़ियों पर राइट टू मैच के कार्ड का इस्तेमाल करने में सक्षम होती है। इस कार्ड में इतनी पावर होती है कि खिलाड़ी तब तक नहीं बेचा जाएगा जब तक फ्रेंचाइजी उसके लिए बोली ना लगा जाए। इस नीलामी के दौरान जिन खिलाड़ियों की नीलामी नहीं हो पाती है उनके लिए दोबारा से बोली लगाई जाती है।
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राइट टू मैच कार्ड का क्या इस्तेमाल है –
राइट टू मैच के नियमों के अनुसार जो खिलाड़ी नीलामी में खरीदा जा चुका है तो नीलामी करने वाला व्यक्ति उस खिलाड़ी की पुरानी टीम से पूछताछ करता है कि उन्हें राइट टू मैच कार्ड के तहत वह खिलाड़ी अपनी टीम में वापस चाहिए या नहीं। यदि टीम उस खिलाड़ी को अपनी टीम में वापस चाहती है तो उस खिलाड़ी को उसी दाम पर वापस पुरानी टीम में भेज दिया जाता है। यदि वह टीम उस खिलाड़ी को अपनी टीम में नहीं लेना चाहती है तो उस खिलाड़ी की दोबारा से बोली लगवा कर उसे उस टीम में भेज दिया जाता है जो टीम उसके अच्छे दाम देती है।
कैसे लगाई जाती है आईपीएल में बोली –
आप यह तो जानते ही होंगे कि नीलामी के दौरान खिलाड़ियों को चुना जाता है और उनकी एक टीम तैयार की जाती है जिन्हें आईपीएल मैच के दौरान खेलने का मौका दिया जाता है। आईपीएल में सभी मंजे हुए खिलाड़ियों को उतारा जाता है और उनका बेस प्राइस निर्धारित किया जाता है इसके बाद बोली लगानी प्रारंभ की जाती है। और फिर शुरू होती है खिलाड़ियों की नीलामी और उनको अपनी टीम में शामिल करना जो भी टीम जिस खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल करना चाहते हैं वह पैदल उठाकर अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं। सबसे ऊंची बोली लगाने वाली टीम को उस खिलाड़ी को सौंप दिया जाता है।
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इस बार का सीजन सभी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि मैदान में दर्शक तो होंगे नहीं मैच पूरी तरह से डिजिटलाइज किया जाएगा केवल टीवी और बड़े पर्दे पर ही दर्शक मैच का लुफ्त उठा पाएंगे। कहीं ना कहीं दर्शकों की हौसला अफजाई खिलाड़ियों को नहीं मिल पाएगी. अब इस बात का सकारात्मक प्रभाव भी खिलाड़ियों पर पड़ सकता है और नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकता है। अंत में भले ही कुछ भी हो लेकिन कोविड-19 के बीच मनोरंजन का एक सहारा दर्शकों को आईपीएल की वजह से जरूर मिल पाएगा।
FAQ –
Ans: टीम के मालिक को
Ans: अधिकतम तीन
Ans: किसी भी टीम के सदस्य की बोली के पहले
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