नेशनल सीनियर सिटीजन दिवस कब आता हैं निबंध, कैसे मनाये, National Senior Citizen Day Essay in hindi
सीनियर सिटीजन मतलब बुजुर्ग वर्ग जो 60 साल के उपर है. बुजुर्ग, किसी भी परिवार के हो, वो गहरी जड़ होते है, जिस पर पूरा परिवार टिका हुआ होता है. जिस तरह किसी पेड़ को मजबूत होने के लिए उसका जमीन में गहरी जड़ होना जरुरी है, जैसे किसी घर या बिल्डिंग को ऊंचाई में पहुँचने के लिए, गहरी नीव जरुरी है. उसी तरह परिवार को फलने, फूलने व एक साथ रहने के लिए बुजुर्ग की जरूरत है. बुजुर्ग वो है जो परिवार को एक धागे में पिरो के रखते है. अगर हमारी जड़े मजबूत होंगी तो बड़ी से बड़ी परेशानी से हम लड़ सकते है. वे परिवार के हर सदस्य को सही गलत का फर्क बताते है, अपने अनुभव से ज़िन्दगी जीने की नयी सीख देते है.
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नेशनल सीनियर सिटीजन दिवस पर निबंध
National Senior Citizen Day in hindi
कब मनाया जाता है नेशनल सीनियर सिटीजन डे (When is national senior citizen day celebrated)–
हर साल 21 अगस्त को नेशनल सिटीजन डे मनाया है. इसकी शुरुवात अमेरिका में हुई थी, और अभी अमेरिका के ही ज्यादातर देशों में इसे मनाया जाता है. इस दिन बहुत से कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य बुजुर्ग वर्ग (senior citizen) को सम्मान देना है. इस दिन के द्वारा उन्हें स्पेशल फील कराया जाता है, और साथ में उनके द्वारा किये गए कार्य को याद किया जाता है.
नेशनल सीनियर सिटीजन डे इतिहास (National senior citizens day history) –
1935 में अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रेंक्लिन रोसवैल्ट ने सामाजिक सुरक्षा अधिनियम पर साइन किया था, जिसके अनुसार नेशनल सीनियर सिटीजन डे 14 अगस्त को मनाया जाता था. 1988 तक इसे 14 अगस्त को ही सेलिब्रेट किया गया. 1988 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 21 को नेशनल सीनियर सिटीजन डे घोषित किया. इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका में वरिष्ठ नागरिकों, जो अपने समुदायों में सकारात्मक योगदान देते है, उनको सम्मान देना था. वरिष्ठ नागरिको को प्रभावित करने वाले सामाजिक, स्वास्थ्य और आर्थिक मुद्दे को सबके सामने जागरूपता लाने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
क्यों जरुरी है नेशनल सीनियर सिटीजन डे मनाना (Importance of senior citizens in the society) –
भारत देश हो या कोई और देश, हर जगह वरिष्ठ वर्ग को सम्मान देना बहुत जरुरी है. भारत में तो फिर भी बड़े बुजुर्ग को आज भी सम्मान दिया जाता है, उनसे पूछे बिना कोई कार्य नहीं किया जाता है, और सबसे बड़ी बात भारत में दुसरे देशों की तुलना में उतना अधिक बुजुर्ग को वृधाश्रम नहीं भेजा जाता है. अमेरिका या दुसरे देशों में वृद्ध को वृद्धाश्रम में रखने का प्रचलन है. वहां की संस्कृति यहाँ से अलग है. वहां तो अगर बच्चे कमाने लायक हो जाएँ तो उन्हें घर से बाहर रहना पड़ता है. वहां सब अपनी लाइफ में बिजी होते है, अपने परिवार के बड़ो पर ध्यान ही नहीं देते है. बच्चे कमाने के दुसरे शहर या देश में रहने लगते है, जिससे वरिष्ठ लोग या तो घर में अकेले रहते है, या साथ पाने के लिए वृधाश्रम चले जाते है. कुछ ऐसे भी लोग है जिन्हें उनके बड़े लोग बोझ लगने लगते है, और उनके बुढ़ापे की लाठी बनने के बजाय उन्हें घर से निकाल देते है.
सीनियर सिटीजन डे मनाने से लोगों को एक दिन मिल जाता अपने बड़ों को याद करने का. और इसके साथ ही बुज़ुर्ग वर्ग को उनके परिवार के साथ समय बिताने का एक दिन मिल जाता है.
नेशनल सीनियर सिटीजन डे कैसे मनाया जाता है (How to celebrate national senior citizens day)
बुढ़ापे में दवाई से ज्यादा अपनों के साथ की जरूरत होती है. वे बस यही चाहते है कि उनको सम्मान मिले, उनको वो महत्व मिले जिसके वो अधिकारी है. उम्र के इस दौर में जब शरीर भी उनका साथ नहीं देता है, ऐसे में उनको मानसिक आराम देने की बहुत जरूरत होती है.
- इस दिन अपने परिवार के वरिष्ठ के साथ काफी, लंच या डिनर पर जाएँ. उनसे, उनके जीवन के कुछ पुराने किस्से पूछें, उनके गर्व क्षण के बारे में उनसे पूछे, उनकी बातों को ध्यान से सुन, उनकी सराहना करें.
- उनकी पसंदीदा जगह पर ले जाएँ, और उनकी प्रेम कहानी के बारे में पूछें. दादा-दादी या नाना-नानी, कैसे मिले, कैसे उनकी शादी हुई, क्या क्या हुआ, सब जाने. इससे आप भी जानेगें की रिश्तों को कैसे निभाया जाता है, रिश्ते में मजबूती कैसे लाइ जाती है. अपने वरिष्ठ के इतने सालों के रिश्तों से हम बहुत सीख सकते है.
- किसी वृद्धाश्रम में जाकर सभी बुजुर्ग के साथ समय बिताएं, वहां किसी कार्यक्रम का आयोजन करें. जिससे सभी बड़े बुजुर्ग साथ में खेल, कूद, मस्ती कर सकें.
- अपने दादा दादी या नाना नानी या किसी फॅमिली फ्रेंड जो बड़े है, उन्हें अपने दोस्तों से मिलवायें, एक पार्टी आयोजित करें.
- कॉलोनी या सोसाइटी के सभी वरिष्ठ को इक्कट्ठा कर, एक पार्टी आयोजित करें, जिसमें उनकी पसंद का लेकिन हेल्थी खाना हो.
- अपने हाथ से केक बनायें, या आर्डर करें.
- हाथ से कार्ड बनाएं या बाजार से लेकर उन्हें दें, उन्हें थैंक यू बोलें, उनकी महत्ता को शब्दों में लिखें.
- कोई जरूरत का समान उन्हें गिफ्ट करें.
- बड़े बुजुर्ग के लिए एक फिजिकल टच दवाई की तरह काम करता है. उन्हें गले लगायें, इससे उनका तनाव कम होगा, साथ ही उनके अंदर आत्मविश्वास जागेगा.
- बड़े बुजुर्ग को अपने नाती पोते (grantchildren) के साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है. नौजवान की जिम्मेदारी होती है, कि वो अपने बिजी काम से समय निकाल उनके साथ समय व्यतीत करें.
- पुरानी फोटो, विडियो का एक नया विडियो बनायें, उसमें आपके बुजुर्ग (senior citizen) का क्या महत्त्व है, ये बताएं. पुरे परिवार को इसमें सम्मलित करे, और इसे सबके सामने प्ले करें.
- अगर आपके परिवार के वरिष्ठ आपसे दूर है, तो इस दिन उन्हें समय निकालकर जरुर कॉल करे, और ढेरों बात करें. हो सके तो विडियो चैट करें, आपको देख कर उन्हें बहुत ख़ुशी मिलेगी.
- आजकल बुजुर्ग इन्टरनेट, स्मार्टफोन चलन भी सीख गए है, उन्हें अच्छा मेसेज करे, उनके साथ वाली फोटो को अपनी सोशल मीडिया साईट पर शेयर करें.
- अगर आपके घर या पहचान में कोई वरिष्ठ नहीं है, तो अपने घर के आस-पास गार्डन में किसी भी बुजुर्ग से दोस्ती करें, उनके लिए एक स्माइल ही काफी होती है.
- आप बिना बताये उनसे मिलने जाएँ, जिससे वो अचानक आपको देख खुश हो जायेगें.
उपर बताये गए तरीके नेशनल सीनियर सिटीजन डे के लिए है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं की आप सिर्फ एक दिन ऐसा करें, आपको हमेशा अपने बुजुर्गो को सम्मान देना चाइये.
बुजुर्गों के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी –
- घर में उन्हें हमेशा सम्मान दें, उनकी बात सुनें और घर के हर फैसले में उनकी सलाह लें.
- उन्हें बोझ समझ घर से न निकालें, बल्कि उन्हें अपनी ज़िम्मेदारी समझें.
- किसी कारणवश अगर आप उनसे दूर रहते है तो भी उनसे बात करने के लिए समय निकालें, समय समय पर उनसे मिलने जाएँ. उन्हें अकेलापन महसूस न होने दें.
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