राष्ट्रीय बाल स्वच्छता अभियान National Bal Swachhta Mission in hindi
हमारे देश में दूसरे देशों की तुलना में स्वच्छता बहुत जरुरी है जिसके लिए भारत सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इसके लिए भारत सरकार ने कई पहलें भी शुरू की. उन्हीं पहलों में से एक है राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन. यह मिशन भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया मिशन है. इस मिशन के तहत स्कूल जाने वाले बच्चों को स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है. यह मिशन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 2 अक्टूबर सन 2014 को शुरू किये गए “स्वच्छ भारत अभियान” के राष्ट्रव्यापी स्वच्छता पहल का एक हिस्सा है. जिसे महिला एवं बाल विकास के केन्द्रीय मंत्री श्रीमति मेनका गाँधी जी ने 14 नवंबर सन 2014 को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री जवाहरलाल नेहरु जी की 125 वीं जन्म तिथि एवं बाल दिवस पर लोंच किया. इस आर्टिकल में इसी मिशन की के बारे में बताया गया है.
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता अभियान (National Bal Swachhta Mission in hindi) –
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन को भारत के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देश में महिलाओं एवं बच्चों को स्वच्छता के लिए जागरूक करने के लिए लोंच किया. इस मिशन का सबसे मुख्य उद्देश्य स्वच्छ आंगनवाड़ी, स्वच्छ परिवेश जैसे खेल के मैदान, स्वयं की स्वच्छता (व्यक्तिगत स्वच्छता / बाल स्वाथ्य), स्वच्छ भोजन, स्वच्छ पेय जल और स्वच्छ शौचालय के लिए है. इस मिशन के तहत लक्ष्य यह है कि स्कूल जाने वाले बच्चों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान किया जा सके. स्कूल शिक्षा, शहरी विकास, पेय जल एवं स्वच्छता, और सूचना एवं प्रचार जैसे विभागों की मदद के साथ महिला एवं बाल विकास द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन का इम्प्लेमेंट किया गया है. इस योजना के तहत स्कूल जाने बाले बच्चों के प्रति घर, स्कूल और सार्वजानिक स्थानों पर साफ – सफाई रखने के लिए जागरूकता का निर्माण किया जा सकता है. कविता, कहानी, छोटे खेल और बच्चों के साथ बातचीत जैसे अनौपचारिक तरीके की मदद के साथ बच्चों के बीच जागरूकता फैलाई जा सकती है. इन सभी तरीकों की मदद से बच्चों में स्वच्छता की आदतों को इम्बिडेड होना चाहिए यह भी इस मिशन को लाने का एक उद्देश्य है.
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन को लोंच करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्रीमति मेनका गाँधी जी कहती है कि – बच्चे स्वच्छ भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. वे कहतीं हैं कि – बच्चे साफ – सफाई के एम्बेसडर बन सकते है, साथ ही वे घर, स्कूल और आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए दूसरों को प्रेरित कर सकते है. केन्द्रीय मंत्रालय ने इस अवसर पर बच्चों के मासूम प्रदर्शन के माध्यम से साफ – सफाई का सन्देश लोगों तक पहुँचाने का निर्णय लिया है. केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि – स्वच्छता अभियान एक राष्ट्रव्यापी प्रयास है और एक कंटीन्यूअस आधार पर इसके निरंतर उपायों को शामिल किया जाना चाहिए.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बाल स्वच्छता मिशन पर एक किताब का भी विमोचन किया, जोकि जन सहयोग एवं बाल विकास के राष्ट्रीय संस्थान (NIPCCD) द्वारा तैयार की गई है. बच्चे दर्शकों का मनोरंजन करते है और वे सांस्कृतिक कार्यक्रम और विविध वेशभूषा के माध्यम से स्वच्छता के सन्देश को उन तक पहुँचा सकते है. इस दौरान श्री मति मेनका गाँधी जी ने मैदान गढ़ी स्थित मॉडल आंगनवाड़ी हब केंद्र का भी दौरा किया.
राष्ट्रव्यापी बाल स्वच्छता मिशन में निम्नलिखित 6 थीम हैं –
- स्वच्छ आंगनवाड़ी
- स्वच्छ परिवेश जैसे खेल के मैदान
- स्वयं की स्वच्छता (व्यक्तिगत स्वच्छता / बाल स्वाथ्य)
- स्वच्छ भोजन
- स्वच्छ पेय जल
- स्वच्छ शौचालय
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन का इम्प्लीमेंटेशन
14 से 19 नवंबर तक राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन सप्ताह के दौरान, ऊपर दी हुई सभी थीम में से प्रत्येक को राज्य के सभी आंगनवाड़ी केंद्र में कवर किया गया है. इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग, शहरी विकास, पेय जल एवं स्वच्छता, और सूचना एवं प्रचार की मदद से बाल स्वच्छता मिशन लागू करने के लिए विभन्न राज्यों के महिलाओं एवं बाल विकास विभागों को कहा गया है. इस इवेंट को राज्य, जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर भी आयोजित किया गया है. इस तरह इस मिशन का इम्प्लीमेंटेशन सभी जगह किया गया है.
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन के लिए योग्यता (National Bal Swachhta Mission Eligibility) –
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन के लिए निम्न योग्यता हैं –
- यह मिशन भारत के सभी सरकारी स्कूलों के लिए योग्य है.
- इस मिशन के तहत पूरे भारत के सभी आंगनबाड़ीयों को कवर किया जाना है.
- सभी राज्य, जिला, ब्लॉक्स और ग्राम पंचायत के लिए भी राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन योग्य है.
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन के लाभ (National Bal Swachhta Mission Benefits)
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन के लाभ इस प्रकार हैं-
- इस मिशन से बच्चों में स्वच्छता की ओर जागरूकता फैलेगी.
- इससे बच्चों में अपने आसपास सफाई रखने की आदत बन सकती है.
- बच्चों के माध्यम से लोगों में भी स्वच्छता की ओर ध्यान केन्द्रित होगा जिससे वे भी अपने आसपास सफाई रख सकेंगे.
- उनके आसपास सफाई होगी तो इससे बीमारियाँ नहीं फैलेगी, और सभी स्वस्थ रहेंगे.
- स्वच्छ भोजन, स्वच्छ पेय जल और स्वच्छ शौचालय रखने की आदत बच्चों में बचपन से बनेगी तो उन्हें आगे जाकर किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं हो सकती.
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन से जुड़ी कुछ मुख्य बातें इस प्रकार है-
क्र. म. | बिंदु | मुख्य बातें |
1. | मिशन का नाम | राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन |
2. | मिशन क्षेत्र | स्वच्छता |
3. | मिशन लोंच की तारीख | 14 नवंबर सन 2014 |
4. | मिशन लोंच किया गया | श्री मति मेनका गाँधी |
5. | प्रबंधक मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
6. | महिला एवं बाल विकास मंत्री | श्री मति मेनका गाँधी |
Update
5/9/2018
2014 में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की इसी आशा से की गई थी कि आने वाले समय में देश एक स्वच्छ एवं स्वस्थ्य भारत बनकर सामने आएगा। इस अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वच्छता मिशन भी शुरू किया गया, जिससे देश के बच्चों को भी एक स्वस्थ स्वच्छ जीवन दिया जा सके. देश में कुपोषण जैसी समस्याओं में कमी आयी है, इस अभियान के चलते देश जागरूप हो रहा है
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