Mumps Virus News: भारत में तेजी से फ़ैल रहा मम्प्स वायरस, सुनने की क्षमता हो रही प्रभावित, जानिए सुरक्षित रहने के क्या हैं उपाय

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मम्प्स वायरस का प्रकोप: राजस्थान में तेज़ी से फैलते इस नए संक्रामक रोग के कारण, जो नाक और गले से उत्सर्जित संक्रामक बूंदों के माध्यम से प्रसारित होता है, लोग बढ़ते मामलों में बहरापन की समस्या से जूझ रहे हैं। मम्प्स संक्रमण के लक्षण संक्रमण के 1 से 2 सप्ताह बाद प्रकट होते हैं। इस घातक वायरस ने, जिसे मम्प्स कहा जा रहा है, राजस्थान में गंभीर चिंता उत्पन्न कर दी है, जिसके फलस्वरूप कई व्यक्तियों, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, ने अपनी सुनने की क्षमता खो दी है। पूर्व में मासिक 5-7 मामलों से बढ़कर अब मासिक 50 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस विषय पर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए हैं।

Mumps Virus News: भारत में तेजी से फ़ैल रहा मम्प्स वायरस, सुनने की क्षमता हो रही प्रभावित, जानिए सुरक्षित रहने के क्या हैं उपाय

Mumps Virus News

विवरण जानकारी
नाम का नाममम्प्स वायरस
प्रकारवायरल संक्रमण
संक्रमण का कारणपैरामाइक्सोवायरस परिवार का वायरस
प्रभावित राज्यराजस्थान
प्रसारसंक्रामक ड्रॉपलेट्स के माध्यम से; खांसने, छींकने और निकट संपर्क से
प्रमुख लक्षणगालों और जबड़े में सूजन, दर्द, बुखार, सिरदर्द, थकान, भूख में कमी
जटिलताएंअंडकोष, स्तन, मस्तिष्क, अंडाशय, अग्नाशय में सूजन, बहरापन
बचावMMR वैक्सीन, आइसोलेशन, स्वच्छता बनाए रखना
उपचारआराम, दर्द निवारक दवाएं, सूजन कम करने के लिए आइस पैक, डॉक्टर की सलाह

मम्प्स वायरस क्या है (Mumps Virus)

मम्प्स एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से लार ग्रंथियों को प्रभावित करता है, जिसके कारण चेहरे की ग्रंथियां असामान्य रूप से सूज जाती हैं। इस स्थिति को आमतौर पर गलसुआ के नाम से जाना जाता है। पहले यह समस्या अधिकतर बच्चों में देखी जाती थी, किंतु अब वयस्क भी इसके प्रभाव में आ रहे हैं। मम्प्स वायरस नाक और गले से निकलने वाले संक्रामक बूंदों के माध्यम से जल्दी फैलता है, खासकर जब कोई व्यक्ति छींकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मम्प्स के लक्षण संक्रमण के 1 से 2 सप्ताह बाद प्रकट होते हैं और ये लक्षण फ्लू के समान होते हैं। इस वायरस के कारण चेहरे पर सूजन आ जाती है और पीड़ित को काफी असहजता महसूस होती है। इसलिए, इस वायरस के बढ़ते प्रकोप पर नजर रखना और संक्रमण से बचाव के उपाय करना जरूरी है।

मम्प्स वायरस के लक्षण क्या हैं (Mumps Virus Symptoms)

मम्प्स वायरस के संक्रमण से निम्नलिखित लक्षण उत्पन्न होते हैं:

  • गालों, जबड़े, और गले के क्षेत्र में सूजन देखने को मिलती है।
  • चेहरे, जबड़े और कान के निकट दर्द का अनुभव होता है।
  • हल्का बुखार, शारीरिक दुर्बलता और थकान महसूस होती है।
  • खाने की इच्छा में कमी आती है।
  • मुँह में सूखापन अनुभव होता है।
  • जोड़ों में दर्द और सिरदर्द होता है।
  • मांसपेशियों में अत्यधिक दर्द होता है।

मम्प्स वायरस से बचाव के उपाय (Mumps Virus Precautions)

1. मम्प्स के विरुद्ध बचाव के लिए बच्चों को समय पर MMR वैक्सीन लगवाना चाहिए।

2. यदि घर में किसी को मम्प्स हो जाए, तो उसे कम से कम सात दिनों तक अलग रखना चाहिए।

3. पूर्ण रूप से आराम करके और उचित देखभाल करके जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है।

4. नरम और तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें।

5. कठोर या चबाने वाली चीजों का सेवन न करें।

6. सूजन कम करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल करें।

7. मम्प्स के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और उचित उपचार प्राप्त करें।

मम्प्स वायरस से सुरक्षा कैसे करें (Mumps Virus Treatment and Protection)

मम्प्स, एक संक्रामक रोग, से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां जरूरी हैं:

1. MMR वैक्सीनेशन: बच्चों को मम्प्स वायरस से बचाने के लिए MMR (मीज़ल्स, मम्प्स, और रुबेला) वैक्सीन अवश्य लगवाएं।

2. आइसोलेशन: यदि कोई घर का सदस्य मम्प्स से संक्रमित हो, तो उसे कम से कम सात दिनों तक अलग रखना चाहिए।

3. आराम: तेजी से ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम करें।

4. नरम आहार: सॉफ्ट खाद्य पदार्थों का सेवन करें और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें।

5. चबाने से बचें: खाने में ऐसी चीजों को न खाएं जिन्हें चबाना पड़े।

6. आइस पैक: सूजन कम करने के लिए आइस पैक का प्रयोग करें।

7. चिकित्सकीय सलाह: मम्प्स के लक्षण दिखाई देने पर बिना देर किए चिकित्सक की सलाह लें और तत्काल उपचार शुरू करें।

ये उपाय मम्प्स वायरस से सुरक्षा में मददगार सिद्ध होंगे और संक्रमण के प्रसार को रोकने में योगदान देंगे।

मम्प्स कैसे फैलता है? (How does Mumps Spread)

मम्प्स वायरस, अन्य वायरसों की भांति, खांसने या छींकने के दौरान व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है। इसके अलावा, जिन वस्तुओं पर इस वायरस के कण होते हैं, उन्हें छूने से भी यह फैल सकता है। विशेष रूप से, कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले व्यक्ति इसके प्रकोप के लिए अधिक संवेदनशील होते हैं। बच्चे हो या वयस्क, मम्प्स कोई भेदभाव नहीं करता और सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसके नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन की अत्यधिक आवश्यकता है।

मम्प्स नियंत्रण पर स्वास्थ्य विभाग की नई पहल

मम्प्स, एक संक्रामक रोग, के उभरते मामलों को देखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह की सलाह पर विशेष दिशानिर्देश जारी किए हैं। इन दिशानिर्देशों के अनुसार, मम्प्स संक्रमण के लक्षण आमतौर पर 2 से 3 सप्ताह के बाद प्रकट होते हैं और 10 से 14 दिनों तक व्यक्ति पर असर डाल सकते हैं।

मम्प्स के कारण, मरीजों में अंडकोष, स्तन, मस्तिष्क, अंडाशय, अग्नाशय और रीढ़ की हड्डी में सूजन आ सकती है। विशेष रूप से गंभीर मामलों में, रोगी बहरेपन का अनुभव भी कर सकते हैं। इस स्थिति में, संक्रमित मरीजों को अन्य लोगों से अलग रखने और घर पर आराम करने की सलाह दी गई है।

यह दिशानिर्देश मम्प्स के प्रसार को नियंत्रित करने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये उपाय सामुदायिक स्वास्थ्य की रक्षा में सहायक होंगे।

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