मोहम्मद गौरी का जीवन परिचय (जीवनी, जन्म तारीख, जन्म स्थान, शासन, धर्म, मृत्यु कैसे हुई, फ्लिम, इतिहास, भारतीय अभियान, मोहम्मद गौरी आक्रमण, हमला, व्यक्तित्व, पत्नी ) (Muhammad of Ghor Biography, history, death, dynasty, family, first attack, wife, date of birth, birth place, cast, religion, film, history, abhiyaan, attack, fight,)
भारतीय इतिहास के महानतम शासक मोहम्मद गौरी जो साहसी और निर्डर शासक हैं। उन्होंने करीबन 1206 साल तक शासन किया। जिसके बाद भारत पर अपनी सियासत का शासन कुतुबुद्दीन ऐबक के हाथों सौंप दिया। आप हम आपको इनके जीवन परिचय की जानकारी देंगे। जिसको जानकर आपको भी इतिहास की कुछ जानकारी प्राप्त हो जाएगी। क्योंकि हमारे इतिहास के कुछ ऐसे शासक हैं जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है। इसलिए उनके कुछ इतिहास के पन्ने आप आपके सामने खोले जाएंगे।
Table of Contents
मोहम्मद गौरी का जीवन परिचय (Muhammad Ghori Biography)
नाम | शहाब-उद-दीन-मुहम्मद गौरी |
जन्म | 1149, गोर |
पिता का नाम | बहालुद्दीन साम प्रथम |
शासन | 1173 से 1202 और 1202 से 1206 तक एकल शासक किया |
धर्म | इस्लाम |
मृत्यृ | 15 मार्च 1206 |
मोहम्मद गौरी भारतीय इतिहास के महान योद्धा का जन्म 1149 ई. में अफ्गानिस्तान में हुआ। आपको बता दें कि, उनके जन्म का नाम था शहाब-उद-दीन-मुहम्मद गौरी। जिसको बाद में बदलकर मोहम्मद गौरी कर दिया। उनके पिता एक स्थानीय शासक थे। उनका एक बड़ा भाई भी था जिसका नाम था ग़ि यास-उद-दीन ग़ोरी। 1173 ईसवी में इन दोनों भाईयो ने मिलकर गजनी को पराजित किया और मोहम्मद गौरी गजनी के नए शासक बन गए। जिसके बाद उन्होंने कई बड़े शासको के साथ युद्ध किए और विजय हासिल कर अफ्गानिस्तान अपने नाम कर लिया।
मोहम्मद गौर की किससे हुई शादी
ऐसा कहा जाता है कि, मोहम्मद गौरी ने शादी नहीं की थी। लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनका सिर्फ एक ही मकसद था भारत पर कब्जा करना। इसलिए उन्होंने कभी शादी के बारे में नहीं सोचा।
मोहम्मद गौरी ने किया भारत पर आक्रमण
- मोहम्मद गौरी और उनके भाई ने कई देशों में अपना शासन फैलाया और राज किया। जिनमें हैं भारत, बांग्लादेश, ईरान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्ता और पाकिस्तान। इसमें से उनके निशाने पर रहा भारत। जिसको हासिल करने का वो मन बना चुका था। इसलिए उसने भारत के कई राज्य में हमला करना शुरू कर दिया।
- उन्होंने सबसे पहला हमला 1175 में पंजाब पर किया। उस समय वहां शासन कर रहे थे मुल्तान। जिसपर हमला कर उन्होंने उस गद्दी को हासिल कर लिया।
- 1176 में उच पर मोहम्मद गौरी द्वारा हमला किया गया। उन्होंने उसे भी अपने कब्जे में ले लिया।
- लेकिन 1178 ईसवी में जब उन्होंने गुजरात को अपना निशाना बनाया तो वो बैटल ऑफ कायादार से जीत नहीं पाए। जिसके बाद उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। मगर कई जगह हार होने के बाद भी उन्होंने अपना विश्वास डगमगाने नहीं दिया और भारत को जीतने की जंग जारी रखी।
- इसके बाद उन्होंने 1180 मे पेशावर पर जीत हासिल की। 1181 में सिंध पर कब्जा किया।
- 1191 में उनका सामना हुआ पृथ्वीराज चौहान से जो उस समय पंजाब के पूर्वी इलाके में राज कर रहे थे। वो बहुत शक्तिशाली और समझदार राजा थे। जिसके कारण उनके सामने मोहम्मद गौरी की नहीं चल पाई और वो उनसे जंग हार गए।
- लेकिन 1192 में उन्होंने धोखे की बाजी खेलकर प्रथ्वीराज चौहान को हार दिया। जिसके बाद उन्हें हर कोई फर्स्ट बैटल ऑफ तराइन के नाम से पहचान मिली।
- 1194 में वो वापस कन्नौज आया और वहां पर कब्जा किया। ऐसे ही देखते ही देखते उसने नार्थ भारत में अपने हक जमा लिया।
मोहम्मद गौरी ने भारत पर कितनी बार आक्रमण किया और किससे लिया बदला
मोहम्मद गौरी को हमेशा भारत पर कब्जा करने के लिए सोचा। इसलिए उन्होंने करीबन 18 बार आक्रमण किया। लेकिन उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें पृथ्वीराज चौहान से बदला लेना था। कई बार पृथ्वीराज चौहान ने उन्हें हराया। इसी के कारण वो हमेशा से ही उनसे बदला लेने के बारे में सोचते थे। इसमें उनका साथ दिया राजा जयचंद ने जिन्होंने मोहम्मद गौरी के साथ मिलकर पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनवाया।
मोहम्मद गौरी ने किस राजा के साथ की गद्दारी
मोहम्मद गौरी शुरू से ही पृथ्वीराज चौहान के पीछे पड़े हुए थे। ऐसे में उन्होंने राजा जयचंद से हाथ मिलाया। जिसके बाद वो पृथ्वीराज को हरा पाए। लेकिन उसके बाद उन्होंने राजा जयचंद को अपना निशाना बनाया और उनके खिलाफ जंग का आदेश दिया। जिसके बाद दोनों के बीच जंग हुई और उस जंग में राजा जयचंद मारे गए। इस तरह से की मोहम्मद गौरी ने गद्दारी।
मोहम्मद गौरी का व्यक्तित्व
मोहम्मद गौरी के बारे में इतिहास में ऐसा कहा जाता है कि, वो एक महत्वाकांशी शासक थे। जिनको कम चीजों में कभी शांति नहीं मिलती थी। वो हमेशा से यही सोचा करते थे, कि इससे ज्यादा चाहिए। ताकि वो ताकतवर शासक बन सके। वो इस बात को भी अच्छे से जानते थे कि, अगर उन्हें ज्यादा की प्यास बुझानी है तो भारत एक ऐसा देश है जहां उन्हें सब कुछ मिल सकता है। क्योंकि उस समय भारत ही धनी और संपन्न देश था। इसलिए वो धीरे-धीरे भारत में अपना शासन फैलाना चाहते थे। उन्होंने भारत के कुछ राज्यों में कब्जा किया और वहां मुस्लिम रूल बनाए। इसके बाद वो शासन छोड़कर उसकी बागढ़ोर कुतुबुद्दीन ऐबक के हाथों देकर चले गए। आज भी इतिहास में उनकी इन्हीं बातों को पढ़ाया जाता है। ताकि हर कोई उनके व्यक्तित्व के बारे में जान सके।
कैसे हुई मोहम्मद गौरी की मौत (Muhammad Ghori Death Cause)
इतिहास में ऐसा लिखा गया है कि, उनकी मौत 15 मार्च 1206 को गजनी वापस जाने के दौरान हुई। उस समय वो एक कैंप में आराम कर रहे थे। वहीं पर उनकी हत्या कर दी गई। कई लोगों का मानना है कि, पृथ्वीराज चौहान द्वारा उन्हें मरवाया गया था। लेकिन पुष्टी की बात की नहीं हो पाई है। जिसके कारण उनकी मौत एक रहस्य बनी हुई है।
पृथ्वीराज चौहान की फिल्म में दिखाई देंगे मोहम्मद गौरी
पृथ्वीराज चौहान की आत्मकथा पर बनने वाली फिल्म जिसको डायरेक्ट किया है चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने उसका टीजर रिलीज पहले रिलीज किया गया। फिल्म 3 जून 2022 को रिलीज होनी है। इसमें अक्षय कुमार लीड रोल में दिखाई देंगे। उनके साथ नजर आएगे 2017 में मिस वर्ल्ड चुनी गई मानुषी चिल्लर जो इस मूवी में संयोगिता का किरदार निभाती नजर आएगी। इसके साथ ही सोनू सूद चंदबरदाई का किरदार निभाते नजर आएगे। इसी में आपको झलकर दिखाई देगी। मोहम्मद की झलक भी इसमें दिखाई देगी। पृथ्वीराज चौहान के साथ युद्ध करते हुए।
FAQ
Ans- इस बात को साफ तरीके से स्पष्ट नहीं किया जा सकता कि, उन्हें किसने मारा।
Ans- 18 बार किए उन्होंने पृथ्वीराज चौहान पर हमले।
Ans- उसे भारत संपन्न और धनी देश लगता था। जिसके कारण उसने भारत पर हमला किया।
Ans- 15 मार्च 1206 को हुई मोहम्मद गौरी की मृत्यृ।
Ans- कुतुबुद्धीन ऐबक ने संभाल उनका शासन।
अन्य पढ़ें –