मेरा प्रिय खेल पर निबंध | My Favorite Sport Cricket Essay In Hindi

मेरा प्रिय खेल पर निबंध  My Favorite Sport Cricket Essay In Hindi

दुनिया में सबसे ज्यादा प्रसिध्य और भारत का पसंदीदा गेम है क्रिकेट. क्रिकेट एक ऐसा है, जिसे बच्चे, बड़े, बूढ़े, यहाँ तक की औरतें, लड़कियां भी पसंद करती है. क्रिकेट एक आउटडोर गेम है. यह तो हम सबको पता है, कि मनुष्य को चुस्त तंदरुस्त रहने के लिए शारीरिक व्यायाम की आवश्कता होती है. शारीरिक कसरत के लिए, किसी खेल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. इन खेलों में मनुष्य को शारीरिक कसरत के साथ साथ दिमाग का भी उपयोग करना होता है. जिससे मानसिक शारीरिक दोनों रूप से स्फूर्ति मिलती है. आजकल की आधुनिक दुनिया में बच्चे बड़े सभी मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर में लगे रहते है, शारीरिक परिश्रम को कोई तवज्जो नहीं देता है. ऐसे में बड़ों का फर्ज है कि वे अपने बच्चों को खेल की उपयोगिता के बारे में बताएं. क्रिकेट का खेल अनुशासन, दृढ संकल्प, एकाग्रता, टीम भावना एवं संयम का खेल है.

मेरा प्रिय खेल पर निबंध My Favorite Sport Cricket Essay In Hindi

भारत में समय के साथ कई खेल खेले जाते है, जिसमें से कुछ अन्तराष्ट्रीय एवं कुछ राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाते है. क्रिकेट, वॉलीबॉल, फुटबॉल, होकी, बास्केटबाल, बैडमिंटन, टेनिस आदि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर खेले जाते है, जबकि कबड्डी, रग्बी और अनेकों खेल भारत में राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय स्तर में खेले जाते है. क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसने दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है. कई ऐसे देश है, जहाँ ये खेल नहीं खेला जाता है, लेकिन वहां पर भी अन्तराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच को बड़े हर्षोल्लास के साथ देखते है.

अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के नाम (International Cricket team Names List) –

क्रमांकनाम
1.इंग्लैंड
2.ऑस्ट्रेलिया
3.वेस्ट इंडीज
4.साउथ अफ्रीका
5.न्यूजीलैंड
6.इंडिया
7.पाकिस्तान
8.बांग्लादेश
9.जिम्बाब्वे
10.श्रीलंका
11.केन्या
12.अफगानिस्तान
13.आयरलैंड
14.कैनेडा
15.नीदरलैंड
16.स्कॉटलैंड

क्रिकेट का इतिहास (Cricket History In India) –

क्रिकेट को कई ऐसे लोग है जो न सिर्फ पसंद करते है, बल्कि दीवानगी की हद तक प्यार करते है. क्रिकेट मैच की शुरुवात 16वीं शताब्दी में इंग्लैंड में हुई थी. इसे सबसे पहले प्रिन्स एडवर्ड द्वारा खेला गया था. 18वीं शताब्दी में यह इंग्लैंड का राष्ट्रीय खेल बन गया, फिर 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में यह खेल पूरी दुनिया में फैलने लगा. 1844 में पहली बार अन्तराष्ट्रीय तौर पर एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेला गया था, जो अमेरिका एवं कैनेडा के बीच हुआ था. जबकि 1877 में पहली बार अन्तराष्ट्रीय तौर पर पांच दिवसीय टेस्ट क्रिकेट मैच खेला गया था, जो इंगलैंड एवं ऑस्ट्रेलिया बीच हुआ था. क्रिकेट फुटबॉल के बाद दूसरा सबसे लोकप्रिय दर्शक खेल है.

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भारत में जब ब्रिटिश शासन था, तब वे ही इस खेल को भारत लाये थे. ब्रिटिश शासक बहुत स्मार्ट थे, वे भारत के राजाओं और नबाबों का ध्यान सत्ता और अपने राज्य से हटाने के लिए इस खेल को उनके बीच लाये थे. ब्रिटिशों ने ये खेल राजाओं, शासकों के साथ खेला, उन्हें इसमें इतना मशरूफ कर दिया कि उनका ध्यान सत्ता से हटने लगा. और फिर इसी बात का फायदा ब्रिटिश शासकों को हुआ. इसके बाद से ही यह खेल भारत के साथ साथ, पाकिस्तान, बांग्लादेश और हमारे आस पास के अन्य देशों में भी प्रसिध्य होने लगा था. आजादी के पहले से ही क्रिकेट को भारत में पसंदीदा खेल माना जाने लगा था. यह खेल पहले भारत में आम खेल की तरह ही खेला जाता था, 1864 में मद्रास और कलकत्ता के बीच पहली बार उच्च स्तर का क्रिकेट मैच खेला गया था, जिसे फर्स्ट क्लास क्रिकेट नाम दिया गया.

क्रिकेट खेल के बारे में जानकारी (Cricket information) –

क्रिकेट का खेल दो टीम के बीच होता है, जिसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ी होते है. इस खेल के रूल्स बहुत साधारण एवं आसान है, इसलिए इसे बच्चे भी बहुत पसंद करते है और सबसे ज्यादा खेलना पसंद करते है. क्रिकेट का मैच एक बड़े मैदान में खेला जाता है, जहाँ बीच में पीच होती है, जिस पर खिलाड़ी खेल खेलते है. इसके दोनों ओर 3-3 विकेट गड़ाए जाते है, उसके उपर गिल्ली रखी होती है. सबसे पहले 2 टीम के बीच टॉस होता है, जो टॉस जीतता है, वो टीम निश्चय करती है कि उसे पहले बैटिंग करनी है या बॉलिंग. फिर बैटिंग के लिए 2 खिलाड़ी मैदान में उतरते है, जबकि बॉलिंग एक खिलाड़ी करता है, और उस टीम के बाकि सदस्य फील्डिंग करते है. इसके अलावा मैदान में निर्णय लेने के लिए 2 एम्पायर भी रहते है, इसके अलावा मैदान से बाहर एक तीसरा एम्पायर भी होता है. जब मैदान में 2 एम्पायर निर्णय लेने में असमर्थ होते है, तब वे इशारा करते है तो तीसरा एम्पायर रिकॉर्डिंग में देख उसका निर्णय लेता है. क्रिकेट मैच के मुख्य नियम पढने के लिए यहाँ क्लिक करें.

क्रिकेट के प्रकार (Cricket Types) –

समय के साथ क्रिकेट खेल में भी नई नई चीजें आ गई है. अन्तराष्ट्रीय मैच हर साल होते है, जिसे ‘इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल’ (ICC) द्वारा आयोजित किया जाता है. आईसीसी क्रिकेट के नियमों को बनाती है और टीमों का चयन करती है. आईसीसी ये भी सुनियोजित करती है कि सभी टीम क्रिकेट के नियमों का पालन कर रही है या नहीं. क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता ‘वर्ल्ड कप’ होती है, जो हर चार में होती है. वर्ल्ड कप का इंतजार हर खिलाड़ी और देखने वाले दर्शक को होता है. कई लोग हमेशा क्रिकेट मैच नहीं देखते है, लेकिन वर्ल्ड कप में खासी दिलचस्पी रखते है. वर्ल्ड कप के लिए भारतवासी तो बहुत ही उत्साहित रहते है.

  • टेस्ट मैच यह पांच दिवसीय मैच होता है, जिसमें ओवर पहले से निश्चित नहीं होते है. 5 दिन का यह मैच बिना किसी निर्णय के भी ख़त्म हो जाता है.
  • एक दिवसीय मैच 50 ओवरों का यह मैच एक दिन का होता है, जिसमें उसी दिन खेल का फैसला हो जाता है.
  • 20-20 क्रिकेट क्रिकेट का यह प्रकार ज्यादा पुराना नहीं है. थोड़े समय पहले ही यह आया और लोगों के बीच काफी प्रचलित हो गया. 20-20 में बीस ओवर का मैच होता है, जो 3-4 घंटे में समाप्त हो जाता है, इसे आजकल खिलाडियों के साथ साथ दर्शक भी काफी एन्जॉय करते है.
  • इंडियन प्रीमियर लीग 20-20 क्रिकेट मैच की तर्ज पर ही इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुवात हुई. इसमें दुनिया भर के खिलाड़ी हिस्सा लेते है. इन खिलाड़ियों का चयन भारत में अलग अलग राज्यों द्वारा बनी टीम के द्वारा होता है. फिर इन 10-12 टीम के बीच 2 महीनों तक मैच होते है, और कई चरणों से गुजरने के बाद फाइनल मैच 2 टीमों में होता है. जो टीम विजयी रहती है, उसे एक बहुत बड़ा पुरुस्कार मिलता है. कहते है आईपीएल एक ऐसा गेम है, जिसके द्वारा खिलाडियों को अच्छा खासा पैसा कमाने का मौका मिलता है, इसके साथ ही टीम के मालिक की भी जेब भारी होती है. आईपीएल मैच के बारे में यहाँ पढ़ें.
  • इंडोर क्रिकेट
  • इंटर क्रिकेट

क्रिकेट मैच का आँखों देखा वर्णन –

क्रिकेट मैच एक ऐसा मैच है जो व्यस्त से व्यस्त इन्सान को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. भारत के लगभग हर गली, मोहल्ले में यह मैच खेला जाता है. मैदान हो न हो, बच्चे – बड़े मुख्य रूप से लड़के कही पर भी इस खेल को खेलना शुरू कर देते है. मुझे नहीं लगता भारत में कोई ऐसा मोहल्ला होगा, जहाँ मोहल्ले के लड़कों ने क्रिकेट के दौरान खिड़की न तोड़ी हो. इन्ही गली मोहल्लों में देश के महान क्रिकेटर छुपे रहते है. कपिल देव, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, अजरुद्दीन,  विराट कोहली, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी आदि ऐसे महान खिलाडियों के नाम है, जिन्होंने अपने मोहल्ले में इस खेल की शुरुवात की और आज भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों में से एक बन गए है. विराट कोहली के जीवन परिचय को यहाँ पढ़ें.

मैं अपनी बात करूँ तो पहले मुझे क्रिकेट खासा पसंद नहीं था, लेकिन भाइयों को खेलता देख धीरे धीरे इसकी ओर आकर्षित हुई. पहली बार मैंने टीवी पर 1999 में वर्ल्ड कप मैच देखा, जिसे देख कर और गहराई इस खेल को समझ पाई और फिर यह मेरा पसंदीदा खेल बन गया. 2004 के वर्ल्ड के तो हर मैच को मैंने पूरा पूरा देखा. टीवी पर मैच देखने का तो अलग मजा है ही, लेकिन लाइव किसी मैदान में यह मैच देखने से एक बहुत अलग ही अनुभव मिलता है. हजारों लोगों की भीड़ में, दोनों टीम के समर्थक होते है जो अपने अपने टीम की जीत पर चिल्ला उठते है. टीवी पर जब इन दर्शकों के उत्साह को देखती तो मेरा भी मन करता कि काश कोई क्रिकेट मैच मैदान में बैठ कर देख सकूँ. मेरी इस इच्छा को मेरे भाई ने पूरा किया और हमारे शहर में होने वाले राज्य स्तर के मैच को दिखाने ले गया.

राज्य स्तर का मैच होने के कारण ग्राउंड में काफी भीड़ थी, लेकिन संचालकों ने दर्शकों के अच्छे से बैठने की व्यवस्था की थी. भीड़ को सँभालने और सुरक्षा के लिए स्पेशल पुलिस भी बुलवाई गई थी. मैदान में जाने के लिए हमारे पास टिकट थी, तो वहां घुसने से पहले भीड़ में से होकर हम गेट पर पहुंचें, वहां टिकट की चेकिंग हुई. कई जगह खेल के मैदान में मेटल डिटेक्टर भी लगे रहते है, जो सुरक्षा की दृष्टि से लगाये जाते है. अंदर जाकर हम सीट पर बैठ गए. यह मैच रोटरी क्लब और लायन क्लब के बीच हो रहा है. दोनों के बीच सबसे पहले टॉस हुआ, जो रोटरी क्लब ने जीता और उसने बैटिंग करने का फैसला किया.  यह मैच 20 ओवरों का ही था. रोटरी क्लब के 2 खिलाड़ी मैदान में उतरते है, उसी बीच लायन क्लब के खिलाड़ी फील्डिंग की तैयारी करते है. रोटरी क्लब की शुरुवात धीमी रही, शुरू के चार ओवरों में ही इनके 2 खिलाड़ी आउट हो जाते है.

इसके बाद आये खिलाड़ी अच्छे रनों की पारी खेलना शुरू करते है, वे सामने वाले टीम के गेंद्वाजों को धोते नजर आते है. 10 ओवर मतलब आधे मैच के बाद स्कोर 90 रन 2 विकेट का होता है. अब लायन टीम अपनी तरफ से स्पिनर गेंदबाज आते है. वे रोटरी क्लब के बल्लेबाज पर भारी पड़ जाते है तो उनके हाथ 1 विकेट लगता है. मैच आगे बढ़ता जाता है, और अंत में 20 ओवरों में रोटरी टीम 175 रन, 5 विकेट के नुकसान में बना पाती है. इसके बाद 20 min का ब्रेक होता है.

ब्रेक के बाद लायन टीम बैटिंग के लिए आती है, इनकी शुरुवात अच्छी होती है. 5 ओवर में ही इनके 50 रन बन जाते है. फिर रोटरी क्लब टीम अपने स्पिनर को बुलाते है, जिससे उन्हें 2 विकेट हाथ लगते है. विकेट के नुकसान के बावजूद लायन क्लब रन बनाता चला जाता है, और 15 ओवर में 150 रन, 7 विकेट के नुकसान में बना लेता है. मैच के इस मोड़ में सभी लायन क्लब के साथ थे, सभी को लग रहा था मैच लायन क्लब द्वारा जीता हुआ है. लेकिन क्रिकेट की यही माया है, आखिर तक नहीं कहा जा सकता कौन जीतेगा कौन हारेगा. मैच कब पलट जाये कुछ नहीं कहा जा सकता है. मैच आगे बढ़ा 16 ओवर होने पर 155 रन बने. 17 ओवर पर 158 रन. अभी भी 18 बॉल में 18 रन बनाने थे, जो ऐसे बहुत बड़ा मुकाम नहीं था. 18 ओवर में लायन टीम के 163 रन बन गए. अब 12 बॉल में 13 रन चाहिए थे.

19 ओवर शुरू होता है, पहली 4 बॉल में 2 रन मिलते है, लेकिन अगली बॉल में खिलाड़ी क्लीन बोल्ड हो जाता है. विकेट गिरते ही, मैदान में समर्थकों के चिल्लाने की आवाज गूँज उठती है, रोटरी टीम के मायूस समर्थकों के चेहरे पर एक उम्मीद की लहर दिखाई देने लगती है. अभी भी लायन टीम को 6 बॉल में 11 रन बनाने थे, और अपने 2 विकेट सँभालने थे. 20 ओवर शुरू होता है, पहली बॉल में नो रन, दूसरी बाल में 1 रन मिलता है. तीसरी बॉल भी खाली जाती है. चौथी बाल में बल्लेबाज गेंद उछाल देता है, छक्के की आस में सब चिल्ला उठते है, लेकिन ये क्या ये तो कैच हो जाता है. पांचवी बॉल के लिए नया खिलाड़ी आता है, जो बॉल को उछालते हुए 4 रन मारता है.

अब आखिरी बॉल, आखिरी विकट एवं 6 रन, यह मैच बहुत ही रोचक मोड़ पर आ जाता है. मैं बस मैदान में टकटकी लगाये बैठी रहती हूँ, गेंदवाज बालिंग करता है, खिलाड़ी बॉल को उछालता है, लेकिन बॉल फील्डर के हाथ में आ जाती है. मुझे लगता है लायन टीम मैच हार गई, लेकिन तभी मैदान में एम्पायर तीसरे एम्पायर के फैसले के लिए इशारा करता है.  दरअसल जो फील्डर कैच लेता है, उसका पैर बाउंड्री में टच हो जाता है. तीसरा एम्पायर रिकॉर्डिंग को गहराई से देखता है, और फिर खिलाड़ी को नोट आउट करते हुए, छक्का घोषित कर देता है. आख़िरकार मैच लायन क्लब द्वारा जीत लिया जाता है. वैसे मैं किसी टीम के साइड नहीं थी, लेकिन इतने रोमांचक भरे मैच के बाद मैं खुश थी कि लायन क्लब जीता. जितने वाली टीम को पुरुस्कार स्वरुप राशी और ट्रोफी दी जाती है. इसके साथ ही मैन ऑफ़ दी मैच विजेता टीम के खिलाड़ी को मिलता है, जिसने 30 बॉल में 75 रन बनाये थे.

भारत में क्रिकेट मैच की दीवानगी –

भारत में क्रिकेट के मैच का महत्व किसी त्यौहार से कम नहीं होता है. किसी मैच का फाइनल हो या वर्ल्ड कप सभी अपनी टीवी के सामने बैठ जाते है. लोग ऑफिस, स्कूल, कॉलेज से छुट्टी ले लेते है, कई बार तो इन जगहों पर अवकाश घोषित हो जाता है. सड़कें सुनसान हो जाती है, दुकानों में जहाँ टीवी, रेडियो रहते है वहां सब इक्कठे हो जाते है. हर कोई मैच का स्कोर जानने के लिए उतारू रहता है. मुख्य रूप से अगर मैच भारत पाकिस्तान का तो पूरे देश में त्यौहार सा माहौल हो जाता है. मैच जीतने पर सड़कों पर उतर कर सब इसका जश्न बनाते है, ढोल नगाड़े, बम पटाखे फोड़े जाते है. वर्ल्ड कप के दौरान तो मंदिर मस्जिद में स्पेशल प्राथनाएं होती है, लोग जीत के लिए स्पेशल पूजा करते है. भारत ने जब 2011 में वर्ल्ड कप जीता था, उस एतिहासिक पल में पूरा भारत जश्न में डूब गया था. भारत में क्रिकेट मैच के लिए तो लोग दीवाने है ही, इस मैच के खिलाड़ी मुख्य रूप से सचिन तेंदुलकर  की तो पूजा की जाती है. सचिन तेंदुलकर जीवन परिचय यहाँ पढ़ें.

भारत में क्रिकेट के प्रति दीवानगी तो है ही, लेकिन अगर भारत कोई अहम मैच हार जाता है, या कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो उसके खिलाफ लोग बहुत बात करते है. सोशल मीडिया में गलत गलत बातें करते है, सड़कों में उतर कर पुतला जलाते है. ये तरीका बहुत ही गलत है. खेल होता ही है किसी की जीत और किसी की हार के लिए. खेल भावना के साथ ही मैच देखना एवं खेलना चाहिए.

आजकल क्रिकेट मैच में भी भ्रष्टाचार बढ़ते जा रहा है. कुछ लोग पैसों के लिए इस खेल को ख़राब कर रहे है. किसी मुख्य मैच के समय कुछ बदमाश और भ्रष्ट लोग मैच में बोली लगते है और आम लोगों को भी इसमें  शामिल करते है. आईसीसी और सरकार इस ओर लगातार कार्य कर रही है, ताकि खेल को खेल की तरह खेला जाये और किसी की भावना को ठेस न पहुंचे. भ्रष्टाचार एक समस्या, निबंध, कविता पढने के लिए यहाँ क्लिक करें.

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