आयरन एयर बैटरी क्या हैं फ़ायदे नुक़सान Iron Air Battery kya hai (Pros Cons) In Hindi

आयरन एयर बैटरी क्या हैं फ़ायदे नुक़सान Iron Air Battery kya hai (Pros Cons) In Hindi (price, cost, how is it works)

प्रकृति में ऐसी कई चीजें हैं, जो सिर्फ सीमित मात्रा में ही मौजूद है। ऐसी ही चीज लिथियम है। लिमिटेड मात्रा में उपलब्ध होने की वजह से इसकी खोजबीन में भी काफी अधिक पैसे खर्च होते हैं और इसके ट्रांसपोर्टेशन में भी लागत आती है।इसीलिए जिस कंपनी के द्वारा लिथियम की खोज की जाती है उस कंपनी के द्वारा मार्केट में इसे महंगे रेट पर बेचा जाता है, ताकि वह लिथियम को खोजने में जो इन्वेस्टमेंट हुआ है उसे कवर कर सके और इसीलिए लिथियम की जो बैटरी होती है वह हमें थोड़े महंगे दाम पर प्राप्त होती है।

परंतु अब वोक्सवैगन कंपनी और क्वांटम स्कोप क्रॉप कंपनी के द्वारा बैटरी के एक सस्ते विकल्प की खोज की गई है जिसे आयरन और एयर बैटरी कहा जा रहा है अर्थात इस बैटरी में आयरन और हवा का इस्तेमाल होगा। इस आर्टिकल में हम आपको “आयरन एयर बैटरी क्या है” और “आयरन एयर बैटरी के फायदे क्या है” की जानकारी दे रहे हैं।

आयरन एयर बैटरी क्या है?

वातावरण में मौजूद हवा में आयरन एयर बैटरी को डाला जा रहा है, इसलिए इस प्रकार की बैटरी को आयरन एयर बैटरी का नाम दिया गया है। क्वांटम स्कोप क्रॉप तथा वोक्सवैगन कंपनी दोनों साथ मिलकर के आयरन एयर बैटरी का निर्माण कर रही है। 

प्रकृति में हमें बड़े पैमाने पर आयरन की प्राप्ति होती है और यह सस्ता भी होता है, वहीं दूसरी तरफ हवा तो बिल्कुल मुफ्त में ही प्राप्त होती है। इसलिए आयरन एयर बैटरी का निर्माण करना काफी सस्ता पड़ रहा है, साथ ही यह बैटरी इको फ्रेंडली भी है। इसलिए यह उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ सालों के पश्चात आयरन बैटरी का इस्तेमाल डिवाइस में होने लगेगा।

वर्तमान के समय में लोगों के द्वारा जिस बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है वह लिथियम आयन बैटरी होती है और प्राकृतिक तौर पर कुछ लिमिटेड इलाके में ही लिथियम की प्राप्ति होती है और इसीलिए मार्केट में लिथियम का रेट भी काफी अधिक होता है।

इसलिए जब हम मार्केट में लिथियम आयन बैटरी खरीदने के लिए जाते हैं तो वह हमें थोड़ा अधिक कीमत पर प्राप्त होता है, क्योंकि जब लिथियम को ढूंढने में अधिक खर्च होता है तो इसीलिए कंपनी अपने द्वारा किए गए खर्च को कवर करने के लिए तैयार बैटरी की कीमत को भी अधिक रखती है। आयरन एयर बैटरी रिचार्जेबल होगी अर्थात बैटरी का चार्ज खत्म होने पर इसे रिचार्ज किया जा।

आयरन एयर बैटरी कैसे काम करती है?

आयरन एयर तथा दूसरी मेटल एयर बैटरी मेटल को ऑक्साइड में कन्वर्ट करने के लिए ऑक्सीजन का सहारा लेती है और इसके अंतर्गत एक लिक्विड इलेक्ट्रोलाइट ऑक्साइड में मौजूद एनर्जी का इस्तेमाल करके करंट बनाता है। यह बैटरी को डिस्चार्ज करते हुए ऑक्साइड को वापस मेटल में बदल देता है।

आयरन एयर बैटरी का महत्व

पर्यावरण में कुछ ऐसे इंधन है, जो सिर्फ लिमिटेड मात्रा में ही मौजूद है और यही वजह है कि तेजी के साथ बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिसिटी के ऊपर दुनिया भर में रिसर्च की जा रही है और इसी का परिणाम है कि आज मार्केट में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्कूटर और इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल इत्यादि लॉन्च हो रही है।

इन सभी चीजों में पावर देने के लिए जिस बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है, वह लिथियम आयन बैटरी होती है, जो कि सिर्फ लिमिटेड इलाके में ही प्राप्त होती है। इसलिए लिथियम आयन काफी महंगा भी होता है और जब इस बैटरी को इलेक्ट्रिक कार, बाइक अथवा स्कूटर में फिट किया जाता है तो इलेक्ट्रिक कार, बाइक अथवा स्कूटर के दाम भी अधिक हो जाते हैं।

ऐसे में टेक्नोलॉजी कंपनी के द्वारा लिथियम आयन बैटरी की जगह पर किसी दूसरी बैटरी का इस्तेमाल करने के बारे में सोचा गया और इस प्रकार से काम करते-करते आयरन एयर बैटरी की खोज की गई, जिसे बनाने के लिए मुख्य तौर पर आयरन और एयर का इस्तेमाल किया जा रहा है।

आयरन एयर बैटरी के लॉन्च होने के पश्चात जब इसकी फिटिंग स्कूटर,बाइक या फिर कार में होने लगेगी तो उनके दाम में भी कमी आएगी और जब दाम में कमी आएगी तो लोग आसानी के साथ इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले वाहनों को खरीदने में रुचि लेंगे।

इसके अलावा एयर बैटरी का एक बड़ा एडवांटेज यह भी रहेगा कि जिस वाहन में आयरन एयर बैटरी फिट होगी, वह वाहन तेजी के साथ चार्ज होगा क्योंकि इसकी चार्जिंग स्पीड लिथियम बैटरी की तुलना में तकरीबन 10% अधिक है।

आयरन एयर बैटरी के फायदे

आयरन एयर बैटरी के एडवांटेज क्या है अथवा आयरन एयर बैटरी के लाभ क्या है, आइए इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

● ग्रीन एनर्जी का एक प्रमुख जरिया दुनिया भर के लिए आयरन एयर बैटरी आने वाले कुछ सालों में होने वाली है।

● आयरन एयर बैटरी से कार्बन प्रदूषण नहीं होगा साथ ही बड़ी ही सरलता के साथ आयरन एयर बैटरी को रीसायकल भी कर सकेंगे।

● आयरन एयर बैटरी लिथियम आयन बैटरी की तुलना में काफी तेजी के साथ चार्ज होगी।

 ● अगर एक बार आयरन एयर बैटरी को चार्ज कर लिया जाता है तो यह तकरीबन 100 घंटे तक इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध रहेगी।

● आयरन एयर बैटरी में मुख्य तौर पर हवा और आयरन का इस्तेमाल किया जाएगा। हवा हमें फ्री में हासिल होती है, आयरन की प्राप्ति करना आसान होता है साथ ही सस्ता भी होता है। इसलिए आयरन एयर बैटरी के दाम कम रहेंगे।

आयरन एयर बैटरी की कीमत

फिलहाल तो आयरन एयर बैटरी को वोक्सवैगन कंपनी के द्वारा एक अन्य कंपनी के साथ मिलकर के बनाया जा रहा है और इस प्रकार से कंपनी के द्वारा आयरन एयर बैटरी की कीमत को कितना रखा जाएगा, इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

क्योंकि आयरन एयर बैटरी की साइज अलग-अलग होंगी और उनकी साइज के हिसाब से तथा उनके मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट के हिसाब से ही उनकी कीमतों को आयरन एयर बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के द्वारा तय किया जाएगा।

आयरन एयर बैटरी लिथियम बैटरी से किस प्रकार बेहतर हैं?

आयरन आसानी से प्राप्त हो जाता है साथ ही यह सस्ता भी होता है वहीं दूसरी तरफ लिथियम को ढूंढने में काफी बड़े पैमाने पर रिसर्च करनी पड़ती है जिसमें बड़ी मात्रा में पैसे भी लगाने पड़ते हैं। इसके अलावा आयरन को प्रकृति के लिए ईको फ्रेंडली भी माना जाता है।

और आयरन के साथ में एयर का इस्तेमाल करके कंपनियां अब बैटरी बना रही है जिसका सबसे बड़ा एडवांटेज यह है कि लिथियम बैटरी की तुलना में आयरन एयर बैटरी अधिक मात्रा में एनर्जी को स्टोर करके रख सकती है, साथ ही यह तकरीबन 100 घंटे का बैटरी बैकअप भी देती है। इस प्रकार से कहा जा सकता है कि लिथियम बैटरी की तुलना में आयरन एयर बैटरी बेहतर है।

FAQ: 

Q: आयरन एयर बैटरी का निर्माण कौन सी कंपनी कर रही है?

ANS: फॉक्सवैगन और क्वांटम स्कोप क्रॉप

Q: क्या आयरन एयर बैटरी लिथियम बैटरी की तुलना में बेहतर है?

ANS: जी हां

Q: आयरन एयर बैटरी का अन्य नाम क्या है?

ANS: आयरन ऑक्सीजन बैटरी

More on Deepawali

Similar articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here