Mukesh Ambani’s ‘Hanooman’ AI: ChatGPT को देगा टक्कर, जानिए कितने काम का है यह ‘Hanoonman’ AI

विश्व स्तर पर तकनीकी विकास में भारत का योगदान सदैव ही महत्वपूर्ण रहा है। इसी क्रम में, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ‘देसी हनुमान’ नामक एक AI मॉडल की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य वैश्विक बाजार में प्रतिष्ठित AI मॉडल्स जैसे कि ChatGPT और Google Gemini AI के साथ प्रतिस्पर्धा करना है। यह चैटबॉट न केवल तकनीकी क्षमता में वृद्धि करेगा बल्कि भारतीय भाषाओं में सेवा प्रदान करके स्थानीय स्तर पर अधिक सहजता और सुलभता सुनिश्चित करेगा।

Mukesh Ambani’s ‘Hanooman’ AI
Mukesh Ambani’s ‘Hanooman’ AI

Mukesh Ambani’s ‘Hanooman’ AI

विशेषताएँविवरण
लॉन्च तिथिमार्च
समर्थित भाषाएँ11 स्थानीय भाषाएँ
क्षेत्रएजूकेशन, फाइनेंस, गवर्नेंस, हेल्थ
सहयोगी संस्थान8 एफिलिएट यूनिवर्सिटीज, IIT बॉम्बे, रिलायंस जियो
विशेषताएँLLM स्टाइल, स्पीच टू टेक्स्ट फीचर

मार्च में होगा लॉन्च

‘देसी हनुमान’ के लॉन्च के लिए मार्च का महीना चुना गया है। इस लॉन्च के साथ ही, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न केवल तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि भारत वैश्विक AI तकनीकी क्षेत्र में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी के रूप में उभर रहा है।

11 स्थानीय भाषाओं में काम करेगा

‘देसी हनुमान’ AI मॉडल की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक इसकी स्थानीय भाषाओं में सेवा प्रदान करने की क्षमता है। यह मॉडल 11 स्थानीय भाषाओं का समर्थन करेगा, जिससे भारतीय उपयोगकर्ताओं को उनकी मातृभाषा में जानकारी और सहायता प्राप्त हो सकेगी। इससे शिक्षा, वित्त, शासन, और स्वास्थ्य सेवाओं में AI की पहुँच और प्रभाव बढ़ेगा।

LLM स्टाइल पर काम करेगा हनुमान चैट बॉट

हनुमान चैटबॉट, रिलायंस के प्रथम AI मॉडल के रूप में, लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) की प्रगतिशील तकनीक पर आधारित होगा। यह मॉडल गहराई से 11 भारतीय भाषाओं का समर्थन करने की अनूठी क्षमता रखता है, जिससे यह शिक्षा, वित्त, सरकारी प्रशासन और स्वास्थ्य जैसे विविध क्षेत्रों में अमूल्य योगदान देने में सक्षम होगा। मीडिया सूत्रों की मानें तो, हनुमान चैटबॉट की सफल लॉन्चिंग भविष्य के परियोजनाओं जैसे कि BharatGPT के विकास को सरल बना देगी। इस चैटबॉट में विशेष रूप से स्पीच टू टेक्स्ट जैसे उपयोगकर्ता-मित्रता वाले फीचर्स भी शामिल किए जाएंगे, जो इसे और भी अधिक उपयोगी बनाते हैं।

LLM क्या है?

LLM, जिसे ‘लार्ज लैंग्वेज मॉडल’ के रूप में जाना जाता है, एक प्रकार की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक है जो भाषा की समझ और पीढ़ी के कार्यों में माहिर होती है। यह तकनीक मशीन लर्निंग के उन्नत सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें विशाल डेटासेट्स से सीखने की क्षमता शामिल है। LLMs विभिन्न भाषाओं में ग्रंथों की व्याख्या, अनुवाद, सारांश निर्माण, और स्वयं के द्वारा लेखन जैसे कार्य कर सकते हैं।

इन मॉडल्स की सबसे बड़ी खासियत इनकी भाषा समझने और उसे प्रयोग करने की गहन क्षमता है, जिससे ये मानवीय भाषा के सूक्ष्म नुक्तों को भी समझ सकते हैं। LLMs का उपयोग चैटबॉट्स, वर्चुअल असिस्टेंट्स, शैक्षिक उपकरणों, और अनुसंधान में किया जाता है, जहाँ इनके द्वारा मानवीय जैसे उत्तर और समाधान प्रदान किए जाते हैं।

LLMs की उन्नति ने AI की दुनिया में एक नया युग प्रस्तुत किया है, जिसमें मशीनें अब केवल संख्यात्मक डेटा को संसाधित करने के बजाय, मानवीय भाषा और संवेदनाओं को समझने और प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो गई हैं। इससे तकनीकी अनुप्रयोगों की सीमाएँ काफी विस्तृत हुई हैं, जिससे नवाचार और मानवीय अनुभवों को और अधिक समृद्ध बनाने की संभावनाएँ खुली हैं।

शैक्षिक और वित्तीय क्षेत्रों में उपयोगिता

‘हनुमान’ के विकास से न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा बल्कि शिक्षा और वित्तीय क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा। AI तकनीक का उपयोग करके, शिक्षक और विद्यार्थी अधिक सहज और प्रभावी ढंग से ज्ञान का आदान-प्रदान कर सकेंगे। वित्तीय सेवाएँ, जैसे कि बैंकिंग और निवेश, भी AI के माध्यम से अधिक सुगम और पारदर्शी बनेंगी।

तकनीकी विशेषताएं और विकास

‘देसी हनुमान’ को विकसित करने में 8 एफिलिएट यूनिवर्सिटीज और वायरलेस कैरियर रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के साथ-साथ सरकार का भी समर्थन प्राप्त है। यह LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) स्टाइल पर काम करेगा और इसमें स्पीच टू टेक्स्ट जैसे यूजर-फ्रेंडली फीचर्स शामिल होंगे।

भविष्य की दिशा

‘देसी हनुमान’ की सफलता न केवल रिलायंस बल्कि पूरे भारतीय तकनीकी क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके साथ ही, भारतीय AI मॉडल्स जैसे कि BharatGPT के विकास में भी मदद मिलेगी, जिससे भविष्य में भारतीय तकनीकी उद्योग की वैश्विक पहचान स्थापित हो सकेगी।

भारत में डेवलप किए जा रहे दूसरे AI मॉडल

भारत में तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक नई लहर देखने को मिल रही है, जिसमें BharatGPT और हनुमान चैटबॉट के अलावा अन्य कई AI मॉडल्स का विकास भी शामिल है। इस प्रगति में Krutrim और Sarvam जैसी अग्रणी कंपनियां भी अपने-अपने अद्वितीय AI मॉडल्स पर काम कर रही हैं, जिससे भारतीय बाजार में तकनीकी विविधता और समृद्धि में वृद्धि हो रही है। इन नवीन AI मॉडल्स के समयानुसार लॉन्च होने के साथ ही, भारतीय उपयोगकर्ताओं की Open AI और Gemini AI जैसे वैश्विक प्लेटफॉर्म्स पर निर्भरता में कमी आने की संभावना है। यह भारतीय तकनीकी परिदृश्य में स्वावलंबन और नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

इस परियोजना के साथ, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न केवल तकनीकी इनोवेशन की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया है बल्कि भारत को वैश्विक तकनीकी मंच पर एक नई पहचान दिलाने का प्रयास भी किया है। ‘देसी हनुमान’ का विकास और लॉन्च निश्चित रूप से भारतीय तकनीकी उद्योग के लिए एक नई सुबह की शुरुआत है।

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