India’s First AI Teacher 2024: केरल में लांच हुई देश की पहली AI टीचर, जानिए क्या है खासियत

केरल स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (A.I.) महिला शिक्षक, (Artificial Intelligence Woman Teacher in Kerala)

भारतीय शिक्षा प्रणाली में तकनीक का एकीकरण लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन केरल ने हाल ही में एक अनोखा और प्रगतिशील कदम उठाया है। केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित केटीसीटी हाई स्कूल ने देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (A.I.) आधारित महिला शिक्षक ‘आइरिस’ को पेश किया। यह घटनाक्रम न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है बल्कि यह भारतीय संस्कृति के प्रति एक गहरी समझ और सम्मान को भी प्रदर्शित करता है। आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं. 

India’s First Artificial Intelligence Teacher 2024

विवरणजानकारी
लेख का नामकेरल की पहली AI महिला शिक्षक
लॉन्च किए गए स्कूल का नामकेटीसीटी हाई स्कूल, तिरुवनंतपुरम
पहली AI शिक्षक का नामआइरिस (IRIS)
कब लॉन्च की गई सटीक तारीख की जानकारी नहीं
कितनी भाषाओं में काम करती हैतीन भाषाएँ: हिंदी, अंग्रेजी, और मलयालम

केरल स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (A.I.) महिला शिक्षक

आइरिस का आविष्कार मेकरलैब्स एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया, जो शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार लाने के लिए समर्पित एक संस्था है। आइरिस एक ह्यूमनॉइड रोबोट है जिसे विशेष रूप से शिक्षण कार्य के लिए डिजाइन और विकसित किया गया है। यह साड़ी पहने हुए है, जो भारतीय संस्कृति की परंपरागत वेशभूषा है, इस प्रकार यह नवाचार के साथ-साथ संस्कृति के प्रति आदर भी प्रदर्शित करता है।

देश में पहली बार एआई-आधारित टीचरम्मा केरल में (AI-based Teacheramma in Kerala for the first time in the country)

आइरिस के आगमन से शिक्षा के क्षेत्र में एक नया युग शुरू होता है। यह न केवल शिक्षा की पारंपरिक विधियों को बदलने का वादा करता है बल्कि यह छात्रों को एक अधिक इंटरैक्टिव और व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव प्रदान करता है। इसका उपयोग विभिन्न विषयों को पढ़ाने और छात्रों की शंकाओं का समाधान करने में किया जा सकता है।

बोलती है तीन भाषाएं (speaks three languages)

आइरिस तीन भाषाओं – हिंदी, अंग्रेजी, और मलयालम में संवाद करने में सक्षम है, जो इसे भारत के विविध भाषाई परिदृश्य में और अधिक प्रभावी बनाती है। यह विशेषता आइरिस को विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमि के छात्रों के साथ अधिक सहजता से जुड़ने और उनकी शिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम बनाती है।

पढ़ाई को बनाएगी आसान और मजेदार (Make studies easy and fun)

आइरिस का मुख्य उद्देश्य शिक्षण प्रक्रिया को अधिक आकर्षक और समझने में आसान बनाना है। इसके इंटरैक्टिव शिक्षण मॉड्यूल छात्रों को विषयों को गहराई से समझने और उनकी रुचि को बढ़ाने में मदद करते हैं। आइरिस द्वारा प्रदान किया गया व्यक्तिगत ध्यान और फीडबैक छात्रों को उनकी शैक्षणिक यात्रा में अधिक सक्रिय और सशक्त बनाता है।

आइरिस का परिचय न केवल शिक्षा में नवाचार का एक उदाहरण है बल्कि यह तकनीक और संस्कृति के बीच एक संतुलन स्थापित करने का भी प्रयास है। इससे भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में और भी अधिक नवाचारों की संभावना खुलती है, जहाँ तकनीक का उपयोग करते हुए भी हम अपनी संस्कृति के प्रति सम्मान बनाए रख सकते हैं।

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