दीपक पुनिया दहिया रेसलर का जीवन परिचय, टोक्यो ओलंपिक, अगला मैच, रैंकिंग, मैडल, भाई, परिवार, कद, वजन, उम्र, जाति, धर्म [Deepak Punia Wrestler Biography in Hindi] (Tokyo Olympic, Schedule, Ranking, Medals, Next Match, Height, Weight, Age, Religion, Caste)
भारत में ऐसे बहुत से रतन है जो अपने भारत का नाम रोशन करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ऐसा ही एक भारत का उभरता हुआ रतन जो हरियाणा के बहादुरगढ़ में स्थित छारा गांव का निवासी है उसका नाम है दीपक पुनिया। भारत का नाम टोक्यो ओलंपिक 2020 में रोशन करने वाला दीपक पनिया कौन है और उसके जीवन कि क्या उपलब्धियां हैं उनके बारे में हम यहां पर विस्तार पूर्वक जानेंगे।
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दीपक पुनिया का जीवन परिचय (Deepak Punia Biography)
पूरा नाम | दीपक पुनिया |
निक नेम | दीपक |
प्रोफेशन | फ्री स्टाइल रेसलर |
जन्मतिथि | 19 अप्रैल 1999 |
उम्र | 23 साल |
जन्म स्थान | झज्जर हरियाणा |
पिता का नाम | सुभाष पूनिया |
माता का नाम | कृष्णा पूनिया |
शौक | बॉडीबिल्डिंग और ट्रैवलिंग |
होमटाउन | हरियाणा |
धर्म | हिंदू |
जाति | जाट |
कोच का नाम | सतपाल |
नेशनलिटी | भारतीय |
पत्नी का नाम | Na |
गर्लफ्रेंड का नाम | Na |
बालों का रंग | काला |
आंखों का रंग | काला |
हाइट | 6 फुट 1 इंच |
वजन | 86 किलोग्राम |
दीपक पुनिया का जन्म एवं प्रारंभिक जीवन (Birth and Early Life)
एक छोटी सी डेयरी चलाने वाले पिता का बेटा टोक्यो ओलंपिक में अपना नाम रोशन कर रहा है जिसका नाम है दीपक पुनिया। दो बेटियों के बाद 19 अप्रैल 1999 में हरियाणा के झज्जर में दीपक पुनिया का जन्म हुआ। जो बचपन से ही कुश्ती की तरफ झुकाव रखता था। जिसके चलते 5 वर्ष की उम्र से ही उन्होंने कुश्ती को अपना लक्ष्य साधते हुए आने वाले भविष्य की तैयारी शुरू कर दी। 7 साल की उम्र तक तो उन्होंने पुष्टि के काफी सारे दांव पर सीख लिए थे और आसपास के लोगों ने उनकी कुश्ती की प्रतिभा के लिए जानने भी लगे थे।
दीपक पुनिया की शिक्षा एवं ट्रेनिंग (Education and Training)
गांव के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे दीपक पुनिया कुश्ती से बेहद प्यार करते थे। वहीं के एक छोटे से स्कूल में उनकी प्रारंभिक शिक्षा पूरी हुई अपने स्कूल के दिनों में भी वे दंगल कुश्ती जैसे प्रतियोगिता में भाग लिया करते थे। उनका सपना था इंटरनेशनल लेवल पर खेलकर अपने देश के लिए मैडम लाना और भारत का नाम दूसरे देशों में उज्जवल करना। इसी के चलते उन्होंने अपनी बेहतर ट्रेनिंग के लिए छत्रसाल स्टेडियम के फेमस रेसलर गुरु सतपाल जी को आगे की ट्रेनिंग के लिए चुना। दीपक ने वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप इमेज अपनी प्रतिभा दिखाई परंतु उसमें उन्हें जीत नहीं मिली लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी।
दीपक पुनिया करियर की शुरुआत (Career Start)
साल 2015 में छत्रसाल स्टेडियम के जाने-माने पहलवान के नेतृत्व में ट्रेनिंग शुरू करने के बाद उन्होंने सबसे पहले वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप का हिस्सा बनकर अपना हुनर दिखाया हालांकि सफलता नहीं मिली लेकिन फिर भी हार नहीं मानी।
उसी साल उन्होंने सब जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भी अपना हुनर दिखाने के लिए आगे बढ़े और विश्व जूनियर चैंपियनशिप में उन्होंने तीन बार हिस्सा लेकर तीनों बार मेडल हासिल किया। एशियाई जूनियर चैंपियनशिप साल 2018 के दौरान दीपक पुनिया ने फिर से अपने हुनर का प्रदर्शन भारत देश की तरफ से किया और भारत देश के सम्मान में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
इसी वर्ष विश्व जूनियर चैंपियनशिप के हिस्सा बनकर उन्होंने रजत पदक को अपने नाम किया था। साल 2019 में भी एशियाई चैंपियनशिप के दौरान अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते उन्हें कांस्य पदक से नवाजा गया था। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उसी साल कजाकिस्तान के नूरसुल्तान ने उन्हें विश्व चैंपियनशिप 2019 में हिस्सा बनने के लिए न्यौता दिया परंतु उनकी बदकिस्मती थी कि वह अपने टखने में लगी चोट की वजह से वहां नहीं जा पाए।
ईरानी पहलवान हसन याद दानी ने दीपक पुनिया के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता और दीपक को रजत पदक प्राप्त हुआ। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपने प्रदर्शन के चलते 82 अंक अपने नाम किए जो जीतने वाले कैंडिडेट से भी अधिक थे। उन्होंने 86 किलो भार वर्ग मैं अपना प्रदर्शन दिखाते हुए विश्व खिताब अपने नाम कर लिया।
दीपक पुनिया Tokyo ओलंपिक 2020
भारत की तरफ से टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए दीपक पुनिया ने अपने हुनर से कोलंबिया के टाइग्रेरोस को हराकर सेमीफाइनल की ओर बढ़ चुके हैं। पुनिया ने अपने फ्रीस्टाइल प्रदर्शन से 85 किलो वर्ग श्रेणी के क्वार्टर में चीन के खिलाड़ी को हरा दिया। विश्व चैंपियन में रजत पदक हासिल करने वाले दीपक पुनिया ने बड़ी ही कुशलता से 6-3 से हराकर सेमीफाइनल का खिताब अपने नाम कर लिया। पूरे समय लड़ने के बाद अंतिम समय में उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से यह जीत हासिल की है।
किन्तु सेमी फाइनल मैच में पहुंचने के बाद उन्हें जीत हासिल नहीं हुई, यानि कि वे सेमी फाइनल मैच में यूएस के डेविड टेलर ने दीपक पुनिया को हरा दिया है. इससे वे इस खेल से बाहर हो गए हैं.
दीपक पुनिया के अगला मैच (Next Match)
आने वाली 5 अगस्त को रैपेचेज और मेडल मैच 86 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के लिए होने वाला है जिसमें दीपक पुनिया भाग लेने वाले हैं। 86 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के अंतर्गत पदक जीतने के लिए 16 पहलवान शामिल किए जाएंगे। नाइजीरिया के पहलवान एकरेकेमे एगीयोमोर के खिलाफ पहलवान दीपक पुनिया भारत की तरफ से कुश्ती का प्रदर्शन करेंगे। भारत के लोग दीपक पुनिया की जीत की कयास इस मैच से लगाए बैठे हैं।
दीपक पुनिया अवॉर्ड्स (Awards)
- अपने करियर में पहली बार वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप के दौरान गोल्ड और सिल्वर मेडल दीपक पुनिया ने अपने नाम किया था।
- 2019 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान रजत पदक से नवाजे गए।
- एशियाई खेलों के दौरान अपने प्रदर्शन के चलते दो कांस्य पदक उन्होंने अपने नाम किए।
- वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप के दौरान भी बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने के बाद उन्हें वर्ल्ड पदक से नवाजा गया।
दीपक पुनिया के बारे में ताज़ा खबर 2023 (Latest News)
इन दिनों दिल्ली के जंतर – मंतर में देश के जाबाज खिलाड़ी पहलवान धरना पर बैठे हुए हैं. यह धरना रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिया जा रहा है, जी हां उन पर यौन शोषण एवं अपने पद का गलत उपयोग कर तानाशाही करने का आरोप लगाया गया है. और इसकी शुरुआत विनेश फोगाट द्वारा की गई है. इसमें उनका साथ देने वाले 30 पहलवानों में दीपक पुनिया के भाई बजरंग पुनिया भी शामिल है.
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FAQ
Ans : 19 अप्रैल 1999
Ans : 22 साल
Ans : छत्रसाल स्टेडियम के जाने-माने गुरु सतपाल जी से
Ans : 86 किलो की कैटेगरी में फ्रीस्टाइल रेसलिंग में नंबर वन पर आने की वजह से
Ans : छारा गांव
Ans : जाट
Ans : अपने गांव में दंगल की फाइट लड़कर पैसे कमाते थे.
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