अंगद प्रताप कौन है (जन्म, उम्र, शिक्षा, कैरियर, अंतरिक्ष यात्री, लेटैस्ट न्यूज़) Angad Pratap Gaganyan Astronaut Biography in Hindi (Date of Birth. Age, Education, Career, State, Caste)
भारतीय अंतरिक्ष खोज की दिशा में एक नई उड़ान भरते हुए, अंगद प्रताप ने अपनी उल्लेखनीय क्षमताओं और समर्पण के साथ न केवल भारतीय वायु सेना में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है, बल्कि अब वह भारत के प्रथम मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिए चयनित होकर एक नई इतिहास रचने की ओर अग्रसर हैं।
Table of Contents
Angad Pratap Biography in Hindi
विवरण | जानकारी |
---|---|
पूरा नाम | अंगद प्रताप |
जन्म तिथि | 17 जुलाई 1982 |
आयु (2024 में) | 42 वर्ष |
जन्म स्थान | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा | -नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) से मिलिट्री ट्रेनिंग प्राप्त की। |
करियर | – भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन के रूप में सेवारत। |
प्रमुख उपलब्धियाँ | – भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिए चयनित। |
विशेष जानकारी | – गगनयान मिशन के तहत 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर तीन दिनों के लिए अंतरिक्ष में जाने वाले हैं। |
अंगद प्रताप कौन है? (Angad Pratap Koun Hai?)
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 17 जुलाई 1982 को जन्मे अंगद प्रताप ने अपनी शुरुआती शिक्षा अपने होमटाउन से पूरी की। बचपन से ही देश सेवा की भावना और आसमान में उड़ने की चाहत ने उन्हें नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की ओर आकर्षित किया। उनका यह सफर वहाँ से शुरू होकर भारतीय वायु सेना के एक गौरवशाली पायलट बनने तक पहुंचा। और अब अंगद भारत के प्रथम मानव युक्त गगनयान के 4 अन्तरिक्ष यात्रियों मेन से एक है।
अंगद प्रताप की शिक्षा (Angad Pratap Education)
अंगद प्रताप की शिक्षा का आधार प्रयागराज में ही रखा गया था, जहाँ उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। उनकी उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण का सफर नेशनल डिफेंस एकेडमी से शुरू होकर भारतीय वायु सेना के विभिन्न उच्चस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों तक विस्तारित हुआ।
अंगद प्रताप का करियर (Angad Pratap Career)
अंगद प्रताप का करियर, जो कि उनकी निरंतर प्रगति और उत्कृष्टता का प्रतीक है, भारतीय वायु सेना में उनकी सेवा से शुरू होता है। 2004 में भारतीय वायु सेना में उनके कमीशन के साथ शुरू हुआ उनका सफर, उन्हें एक प्रतिष्ठित फाइटर पायलट के रूप में स्थापित करता है। उनकी विशेषज्ञता और कौशल ने उन्हें विभिन्न प्रकार के विमानों को उड़ाने का अवसर प्रदान किया, जिसमें जगुआर, डोर्नियर, एन-32, सु-30 एमकेआई, मिग-21, और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमान शामिल हैं।
उनकी पेशेवर यात्रा में, उन्होंने लगभग 2000 घंटे की उड़ान भरी है, जो उनके अनुभव और विशेषज्ञता को दर्शाता है। एक परीक्षण पायलट और उड़ान प्रशिक्षक के रूप में उनकी भूमिका ने उन्हें भारतीय वायु सेना में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी क्षमता और दक्षता ने उन्हें अपने साथियों और वरिष्ठों का सम्मान और प्रशंसा अर्जित की है।
अंगद प्रताप गगनयान मिशन एस्ट्रोनॉट
अंगद प्रताप के करियर में एक नया मोड़ तब आया जब उन्हें भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिए चयनित किया गया। इस चयन ने न केवल उनके करियर को एक नई दिशा प्रदान की बल्कि भारतीय अंतरिक्ष खोज के क्षेत्र में उनके योगदान को भी मान्यता दी। गगनयान मिशन के तहत, उन्हें अंतरिक्ष में 400 किलोमीटर की दूरी पर तीन दिनों के लिए भेजा जाएगा, जो भारतीय अंतरिक्ष खोज की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
अंगद प्रताप चर्चा में क्यों हैं (Why He is in News)
अंगद प्रताप हाल के दिनों में एक प्रमुख चर्चा का विषय बने हुए हैं, और इसका प्रमुख कारण है उनका चयन भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिए। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा आयोजित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में 400 किलोमीटर की ऊँचाई पर तीन दिनों के लिए भेजना है।
इस मिशन की घोषणा और उसके लिए चयनित अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा के बाद से, अंगद प्रताप और उनके साथी यात्री समाचारों और मीडिया में व्यापक रूप से चर्चित हो रहे हैं। इस मिशन के लिए उनका चयन न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है बल्कि यह भारतीय अंतरिक्ष खोज के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है।
होम पेज | यहां क्लिक करें |
Other Links –