अमृत पाल सिंह कौन है, वारिस पंजाब दे क्या है, ताज़ा खबर, अमृतपाल गिरफ्तार, अमृतपाल कौन है, ) (Who is Amritpal Singh, Detail in Hindi, latest news, amritpal arrested, Punjab news, kaun hai amritpal Singh, amritpal caste, date of birth )
पंजाब के अमृतसर में गुरूवार यानि 23 फरवरी को अमृत पाल सिंह को लेकर काफी बवाल खड़ा हो गया। आपको बता दें कि, अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला किया। ये हंगामा इसलिए किया गया। क्योंकि पुलिस ने अमृपाल के करीबी लवप्रीत तूफान को गिरफ्तार किया। जिसके बाद हजारों की संख्या में वहां पर लोगों आ गए। जिन्होंने देखते ही देखते पथराव करना शुरू कर दिया। बंदूक, लाठियां और तलवार थाने पर चलानी शुरू कर दी। उन्हें रोकने के लिए पुलिस द्वारा बैरिकेड भी लगाई गई थी। लेकिन भीड़ पर फिर भी काबू नहीं पाया गया। जिसके कारण कई पुलिसवाले इस हंगामे के बीच जख्मी भी हो गए। इसके अलावा और क्या हुआ आइए जानते हैं।
Table of Contents
अमृत पाल सिंह के बारे में जानकरी (Amritpal Singh Detail in Hindi)
नाम | अमृतपाल सिंह |
जन्म | 18 जनवरी 1993 |
जन्म स्थान | ज्वालापुर खीरा, अमृतसर |
पेशा | एक्टिविस्ट |
शिक्षा | 10वीं पास |
पिता का नाम | तरसीम सिंह |
माता का नाम | बलविंदर कौर |
भाई बहन का नाम | पता नहीं |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | किरणदीप कौर |
धर्म | सिख |
जाति | पंजाबी |
संपत्ति | जानकारी नहीं |
अमृतपाल सिंह लेटेस्ट न्यूज (Amritpal Singh Latest News)
खालिस्तान समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह को पुलिस ने मेगा गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया। अमृतपाल उस समय गुरूद्वारे में प्रवचन दे रहा था। उसी वक्त पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पंजाब पुलिस ने इसकी जानकारी खुद ट्वीट करके बताइए है। अमृतपाल का बठिंडा एयरपोर्ट पर मेडिकल चेकअप भी हुआ। अमृतपाल को पंजाब पुलिस असम के डिब्रूगढ़ लेकर निकल गई है। उसे बठिंडा एयरपोर्ट से स्पेशल प्लेन से डिब्रूगढ़ लाया जा रहा है।अमृतपाल कही दिनों से फरार था। पुलिस काफी समय से उसे ढूंढ रही थी। पुलिस ने अमृतपाल के साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया है। वहीं अमृतपाल के खिलाफ भी एनएसए लगाया गया है।
कौन है अमृतपाल सिंह (Who is Amritpal Singh)
अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का हिस्सा है। आजकल उन्हें भिंडरावाले 2.0 कहा जा रहा है। आपको बता दें कि, पहले अमृपाल सिंह दुबई में रह रहा था। लेकिन पिछले साल वारिस पंजाब दे के संस्थापक दीप सिद्धू की मौत के बाद वो इस संगठन की बागडोर संभालने के लिए भारत लौटकर आ गए। उसके बाद से वो ही इस संगठन की कमान को संभाल रहे हैं।
वारिस पंजाब दे क्या है (What is Varis Punjab de)
पंजाब के विधानसभा चुनाव से पहले दीप सिद्धू जो अब इस दुनिया में नहीं है। उन्होंने 30 सितंबर 2021 को इस संगठन की स्थापना की थी। आपको बता दें कि, इस संगठन का मतलब है पंजाब के अधिकारों की रक्षा करना। इस संगठन के लिए कई सारे युवाओं को जोड़ा गया था। इसको सबसे पहले पहचान मिली थी। गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले पर हुई हिंसा के दौरान। क्योंकि उस समय दीप सिद्धू ने इसका साथ लेकर कहा था कि, ये एक ऐसा संगठन है जिससे जुड़कर हर पंजाब के हक की लड़ाई लड़ेंगे। इसी के साथ उन्होंने खालिस्तान समर्थक पार्टी का भी समर्थन किया था। जिसके कारण उनके लिए चुनाव प्रचार भी किए गए। लेकिन चुनाव से पहले ही 15 फरवरी 2022 को उनकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। जिसके कारण अब इसकी कमान संभाली है अमृतपाल सिंह ने। उन्होंने इसके जरिए दोबारा से युवाओं को जोड़ना शुरू कर दिया है।
भिंडरावाले जैसा लुक
जब इस संगठन के मुखिया के तौर पर अमृतपाल सिंह को चुना गया था तो उन्होंने कहा था कि, भिंडरावाले मेरी प्रेरणा है। जो रास्ता उन्होंने दिखाया मैं उसी पर चलूंगा। मैं बिल्कुल उनके जैसा बनना चाहता हूं क्योंकि हर एक सिख उनके जैसा बनना चाहता है। इसके लिए मेरे खून का हर कतरा समर्पित है। हमारी आजादी लूटी जा रही है। हमारे गुरू का अपमान किया जा रहा है। जिसके कारण हमे ये कदम उठाना पढ़ रहा है। इसलिए उन्होंने भिंडरावाले जैसा लुक रखा है।
दीप सिन्धु कौन था कैसे हुई मौत (Who is Deep Sindhu)
दीप सिन्धु एक पंजाब के मशहूर एक्टर, मॉडल और एक्टिविस्ट थे। ये वहीं शख्य है जिन्होंने 26 जनवरी के दिन लाल किले पर हिंसा भड़काई थी। ये विरोध उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किया था। इसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई। लेकिन उसके कुछ समय बाद एक सड़क हादसे में इनकी मौत हो गई। आपको बता दें कि, उनके परिवारजनों ने इस हादसे को साजिश करार दिया था। जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू की गई। लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला। जिसके बाद ये मामला अभी भी किसी मुकाम पर नहीं पहुंचा है।
क्या है विवाद (Controversy)
अमृतपाल सिंह 6 साल के बाद भारत वापस आया था। ये ना ही किसान आंदोलन के समय, ना ही वारिस पंजाब दे की घोषणा के समय और ना ही दीप सिद्धू की मौत के समय। इसका मतलब ये की कभी भी दीप सिद्धू की मुलाकात अमृतपाल से नहीं हुई थी। उन्होंने सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे से बात की थी। वह एक वैध प्रक्रिया के माध्यम से वारिस पंजाब दे से जुड़े थे। हालांकि उनके इस जुड़ाव से दीप सिद्धू के परिवार के लोग खुश नहीं है। जिसके कारण उन्होंने अमृतपाल सिंह को सोशल मीडिया पर ब्लॉक कर दिया है।
अमृतपाल सिंह के पीछे कौन है
अमृतपाल सिंह कौन है। इस बात पर चर्चा काफी तेज हो गई है। इसे लेकर पंजाब में भी अलग-अलग तरह की चर्चाएं चल रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि, इसकी ट्रेनिंग खालिस्तानी ने की थी। तो किसी का कहना है कि, अमृतपाल सिंह के पीछे की आईएसआई या किसी दूसरे संगठन का हाथ है। सीमापार संगठन का हाथ तो नहीं। एक चर्चा है कि, क्या अमृतपाल सिंह को आने वाले चुनावों में इस्तेमाल करने का मन तो नहीं है।
अमृतपाल सिंह के समर्थक कौन हैं
अमृतपाल सिंह ने समर्थक का बेस तैयार करने का काम जारी कर दिया है। एक मिली जानकारी के अनुसार, संगरूर से सांसद और शिरोमणि अकाली दल के नेता सिमरनजीत सिंह मान ने भी रोडे गांव में उन्होंने अमृतपाल सिंह के कार्यक्रम में शिरकत की है। राजनीति में आने से पहले वो आईपीएस अधिकारी थे।
केंद्र सरकार का क्या कहना है
केंद्र सरकार का कहना है कि, अगर अमृतपाल सिंह ने किसी तरह का कोई भी आक्रोश प्रकट करने की कोशिश की तो उन्हें सरकार का गुस्सा झेलना पड़ेगा। क्योंकि वो जिस पथ पर काम कर रहे हैं। उससे हर एक युवा की जिंदगी बर्बाद हो रही है। जिसके कारण पंजाब में हर बार कोई नई हिंसा देखने को मिलती है। जिसके कारण वहां का मौहोल खराब हो रहा है। उसे रोकने के लिए अमृतपाल सिंह के इन इरादों पर ब्रेक लगाना होगा।
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FAQ
Ans : अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे के नेता है।
Ans : अमृतपाल सिंह और दीप सिद्धू की मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई।
Ans : अमृतपाल सिंह युवाओं को खालिस्तान के बारे में सिखा पढ़ा रहे हैं।
Ans : अमृतपाल सिंह का मकसद है पंजाब की धरोहर को बचाना।
Ans : अमृतपाल सिंह को केंद्र उनके इरादों को नाकाम करने पर रोकेगी।
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