2005 के बाद, अमेरिका में ब्यूबोनिक प्लेग के वापस आने से फिर से चिंता का माहौल बन गया है। अमेरिका ने हाल ही में इस बीमारी के एक मामले की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस घटना पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है, और बताया है कि यदि इस संक्रमण का समय पर उपचार नहीं किया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
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अमेरिका में ब्यूबोनिक प्लेग की वापसी
ओरेगॉन में स्वास्थ्य विभाग ने 2005 के बाद अमेरिका में ब्यूबोनिक प्लेग के पहले मामले की खोज की है। इस घटना में एक व्यक्ति अपनी बीमार पालतू बिल्ली के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हो गया। इस अकेले मामले ने स्वास्थ्य अधिकारियों को गहरी चिंता में डाल दिया है, क्योंकि 14वीं शताब्दी में इसी प्रकार के संक्रमण से यूरोप में 50 मिलियन लोगों की मौत हो गई थी, जिसे ‘ब्लैक डेथ’ के नाम से जाना जाता है।
क्या है ब्यूबोनिक प्लेग
ब्यूबोनिक प्लेग एक प्रकार का संक्रमण है जो येर्सिनिया पेस्टिस नामक जीवाणु से उत्पन्न होता है। यह जीवाणु विशेष रूप से छोटे स्तनपायी और उनके पिस्सुओं में पाया जाता है, जिससे यह मनुष्यों में प्रवेश कर उनके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। संक्रमित जीवों के काटने, उनकी लार के संपर्क में आने या उनके द्वारा छुआ गया भोजन का सेवन करने से यह रोग फैलता है।
ब्यूबोनिक प्लेग के प्रमुख लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ब्यूबोनिक प्लेग से संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण के एक सप्ताह बाद निम्नलिखित लक्षण प्रकट हो सकते हैं:
- अचानक उच्च तापमान का बुखार आना
- शरीर में ठंड लगना
- सिर में तीव्र दर्द होना
- शरीर में दर्द और थकावट महसूस होना
- मतली और उल्टी की समस्या होना
ये लक्षण रोग की गंभीरता का संकेत देते हैं और समय पर चिकित्सा परामर्श अत्यंत आवश्यक होता है।
ब्यूबोनिक प्लेग पर WHO की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ब्यूबोनिक प्लेग के पहले मामले की सूचना मिलने के उपरांत एक गंभीर चेतावनी जारी की है। WHO का कहना है कि यह बीमारी अत्यंत गंभीर है, विशेषकर तब जब यह संक्रमण रक्त में फैल जाए। उन्होंने आगाह किया है कि यदि समुचित चिकित्सा उपचार समय पर नहीं किया जाता है, तो इससे पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
ब्यूबोनिक प्लेग से सुरक्षा और बचाव के उपाय
ब्यूबोनिक प्लेग, जो एक गंभीर बीमारी है, का प्रभावी उपचार सामान्यतः उपलब्ध एंटीबायोटिक्स जैसे कि जेंटामाइसिन और फ्लोरोक्विनोलोन के जरिए किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ रोगियों को सलाह देते हैं कि वे उचित स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करें और बीमारी के गंभीर होने से पहले ही इलाज कराएं। यह महत्वपूर्ण है कि प्लेग के इलाज के लिए निर्धारित दवाओं का सेवन किया जाए ताकि ठीक होने की संभावना को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा, संक्रमित व्यक्तियों और जानवरों को अलग रखने की आवश्यकता है, और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए सामानों को भी संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अलग रखा जाना चाहिए। संक्रमित होने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह और उपचार प्राप्त करना चाहिए।
ब्लैक डेथ का प्रभाव
ब्लैक डेथ, 1918-20 की महामारी तक इतिहास में सबसे घातक बीमारी का प्रकोप था। 14वीं शताब्दी की तुलनात्मक रूप से कम जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए, ब्लैक डेथ अब तक का सबसे मारक प्रकोप माना जाता है, कुछ अनुमानों के अनुसार, यूरोप की आधी आबादी को मिटा दिया।
इसके प्रभाव से ज्यादा, इसने जीवित बचे लोगों पर गहरी छाप छोड़ी। 2022 में ‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन ने पाया कि कुछ आनुवंशिक परिवर्तनों ने जीवन बचाने की संभावनाओं को लगभग 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया।
FAQ
यह येर्सिनिया पेस्टिस नामक बैक्टीरिया से फैलने वाला एक गंभीर संक्रमण है।
यह संक्रमित जानवरों और पिस्सुओं के काटने से फैलता है।
तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, और उल्टी इसके प्रमुख लक्षण हैं।
एंटीबायोटिक्स जैसे जेंटामाइसिन और फ्लोरोक्विनोलोन इसके उपचार में प्रभावी हैं।
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