कर्नाटक हिजाब विवाद क्या है, मतलब क्या होता है, अर्थ, इतिहास, न्यूज़, कोर्ट का फैसला (Hijab Controversy in Hindi) (Karnataka, Meaning, Quotes, Latest News, Our Right, Issue, Case, Ban, Karnataka High Court Order)
आजकल कर्नाटक का माहौल हिजाब विवाद से तनावपूर्ण हो चुका है। हिजाब विवाद ने धीरे धीरे राजनीति के गलियारों में भी गर्मागर्मी का वातावरण बना दिया है। सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष एक दूसरे के समक्ष अपना अपना पक्ष रख रही है। दोस्तों अब ये मामला हाई कोर्ट तक जा चुका है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं आखिर क्या है ये हिजाब विवाद। साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि हिजाब क्या है। तो इस जानकारी के लिए भी आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
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कर्नाटक हिजाब विवाद क्या है (Hijab Controversy in Hindi)
दरअसल कर्नाटक में कुछ लोग मुस्लिम छात्राओं के कॉलेज में हिजाब पहन के जाने का विरोध कर रहे हैं जबकि कुछ का कहना है कि मुस्लिम छात्राओं का हिजाब पहनना वाजिब है। इसी को लेकर कर्नाटक में बहुत अधिक विवाद हो रहा है जोकि अब हाई कोर्ट तक पहुँच चूका है.
कर्नाटक हिजाब विवाद ताज़ा खबर (Hijab Controversy Latest News)
आपको बता दें कि कर्नाटक के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने से शुरू हुआ विवाद अब सुप्रीमकोर्ट तक पहुँचने की फ़िराक में आ गया है. फिलहाल अभी मामला हाईकोर्ट में हैं. हाईकोर्ट में कल यानि गुरुवार को इस मामले में अंतरिम फैसला सुनाया गया था. जिसमें 3 जजों की बेंच ने यह कहा कि जब तक इस पर एक संतुष्टि से पूर्ण नतीजा नहीं निकलता है तब तक किसी भी स्कूल एवं कॉलेज में धार्मिक पहनावा नहीं पहना जायेगा. यानि कि हाईकोर्ट ने फिलहाल इस पर रोक लगा दी है. फिर इस फैसले के खिलाफ जाकर कुछ याचिकाकर्ताओं ने इस मामले को सुप्रीमकोर्ट में पहुंचा दिया है, इन याचिकर्ताओं में विपक्ष के नेता भी शामिल हैं. और वहां पर इसके खिलाफ सुनवाई की मांग की है. हालांकि सुप्रीमकोर्ट ने इसकी सुनवाई करने से पहले ही यह कह दिया है कि इस पर सुनवाई तब होगी जब इस मामले में उनके दखल देने का सही वक्त आयेगा. इसका मतलब यह है कि अभी लोगों को हाई कोर्ट के फैसले को ही मानना होगा.
हिजाब विवाद एक तरफ हाई कोर्ट में चल रहा है. लेकिन दूसरी ओर यह राजनिती का रूप भी ले रहा है. यह विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. दरअसल बीते 2 दिनों में यह विवाद और भी ज्यादा बढ़ गया है. ऐसा इसलिए हुआ है क्योकि कर्नाटक के तुमकुर में गर्ल्स एम्प्रेस गवर्नमेंट पीयू कॉलेज के बाहर कॉलेज की ही छात्राओं ने हिजाब विवाद के चलते विरोध प्रदर्शन जारी रखा था. जिसके बाद पुलिस ने इसके खिलाफ की गई एफआईआर को स्वीकार कर लिया और उन महिलाओं पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत जारी जो नियम लागू किये गये थे उसका उल्लंघन करने के आरोप में धारा 143, 145, 188 और 149 के तहत कार्यवाही करते हुए केस कर दिया गया है। इसी के चलते 2 दिनों से लेकर अब तक भी यह विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पुलिस तहसीलदार सभी लोगों को समझाने एवं उन्हें जानकारी देने की कोशिश में जूटे हुए हैं लेकिन यह विरोध बढ़ता जा रहा है.
इसी बीच इसी कॉलेज में पढ़ाने वाली एक मुस्लिम महिला ने भी कॉलेज के प्रिंसिपल को अपना इस्तीफा दे दिया है. उनका कहना है कि वे बीते 3 साल से इस कॉलेज में पढ़ा रही है लेकिन इससे पहले उन्हें कभी भी हिजाब न पहनकर बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं कहा गया था. किन्तु अब उन्हें ऐसा कहा गया है, ये पूरी तरह से गलत है. अब दिखना यह होगा कि यह विवाद कब और किस फैसले के साथ ख़त्म होता है.
हिजाब विवाद पर कोर्ट का फैसला (Hijab Vivad Karnataka High Court Order)
लगभग 20 दिनों से चल रहे हिजाब विवाद पर आज हाई कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है कि मुस्लिम छात्राओं द्वारा की गई याचिका जोकि यह थी कि हिजाब धर्म का के अनिवार्य हिस्सा है को ख़ारिज कर दिया गया है. जी हां कोर्ट ने कहा है कि हिजाब मुस्लिम धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है. कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई पहले ही पूरी कर ली थी, किन्तु अब 3 जजों की पीठ ने मिलकर यह फैसला सुनाया है. इस फैसले के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन पर गंदी राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.
हिजाब का मतलब क्या होता है (What is Hijab, Meaning)
इस्लाम में हिजाब का अभिप्राय परदे से है। जानकारों की मानें तो कुरान में हिजाब कपड़े के तौर पर नहीं बल्कि परदे के तौर पर बताया गया है। औरत और मर्द दोनो को ढीले और शालीन कपड़े पहनने के लिए कहा गया है। अक्सर हिजाब और नकाब को एक ही समझा जाता है। पर नकाब चेहरे को ढांकने का कपड़ा होता है। हालाकि इस्लाम में चेहरे को ढांकने की बात नही की गई है। इसमें सर और बाल छुपाने का ज़िक्र आता है। कट्टरपंथी देशों में अक्सर महिलाओं को नकाब डालने के लिए कहा जाता है।
बुर्का क्या है (What is Burka)
भारत जैसे देशों में अक्सर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के में देखा जा सकता है। बुर्का नकाब का ही एक अलग प्रारूप है। बुर्के में आंखे भी ढंकी होती हैं। आम तौर पर इसका रंग काला होता है। आपको बता दे कि एक बुर्के की बनावट लबादे की तरह होती है। इसे एक ही रंग का रखा जाता है जिससे उस महिला से कोई गैर आकर्षित न हो पाए।
हिजाब विवाद कैसे शुरू हुआ (Hijab Controversy Start)
हिजाब विवाद का जन्म कर्नाटक के उडुपी में हुआ था। इसकी शुरुआत पिछले साल दिसंबर में हुई थी।उडुपी के एक महाविद्यालय में इस घटना की शुरुआत हुई थी। यहां छात्राएं ड्रेसकोड को फॉलो न करके हिजाब में कॉलेज आई थीं। कर्नाटक में ऐसी घटनाएं कुंडापुर, बिंदूर जैसे इलाकों में भी देखने को मिली है। मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहन कर क्लासेज में प्रवेश नहीं मिला जिसके बाद ये सारा विवाद तूल पकड़ने लगा।
जब मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहन कर कॉलेज आने लगीं तो हिंदू छात्राएं भगवा स्कार्फ लिए कॉलेज आने लगे। ऐसी घटना के बाद संस्थानों को सख्त रवैया अपनाना पड़ा। संस्थानों ने हिजाब और स्कार्फ दोनों पर ही अपनी असहमति जताई और इन दोनो पर रोक लगा दिया। यहां स्थिति गंभीर होने पर पुलिस की मदद ली गई।
हिजाब विवाद राजनीति की ओर रुख (Hijab Controversy Political Issue)
इस पूरे प्रकरण को हिंदू मुस्लिम विवाद का रंग दिया गया है। विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने छात्राओं के हिजाब पहनने के मंतव्य का समर्थन किया है। बीजेपी पर सांप्रदियकता फैलाने का आरोप भी लगाया गया है। उनका मानना है कि हिजाब की आड़ में बेटियों के शिक्षा के अधिकार को खतरे में डाला गया है। विपक्ष इसे लड़कियों के मौलिक अधिकारों पर संकट भी बता रहा है। वहीं सत्ताधारी बीजेपी का कहना है कि उनकी पार्टी शिक्षा का तालिबानीकरण नहीं होने देगी। उनका मानना है कि स्कूल कॉलेज में ऐसी चीजों का होना ज़रूरी नही। यहां विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई पर भी केंद्रित होना चाहिए।
इस तरह से ये विवाद काफी अधिक बढ़ गया है जिसके चलते यह मामला हाई कोर्ट तक पहुँच चूका है. अब देखना यह होगा कि यह विवाद किस नतीजे पर पहुँच कर ख़त्म होता है.
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FAQ
Ans : कर्नाटक
Ans : दिसंबर, 2021
Ans : मामला हाई कोर्ट में है।
Ans : जी नहीं।
Ans : जी नहीं।
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