रैंसमवेयर हमला उसका प्रभाव व सावधानियां| What is Ransomware virus effects and protection in hindi

What is Ransomware virus, its effects and protection in hindi रैंसमवेयर वायरस जैसा की नाम से ही पता चलता है यह एक दुर्भावनापूर्ण और हानिकारक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जोकि यह किसी भी रूप में अपने आप आपके कंप्यूटर सिस्टम या स्मार्ट फ़ोन में अपने आप लोड हो जाता है. जिस वजह से जब भी आप अपने कंप्यूटर या स्मार्ट फ़ोन को खोलेंगे, आपके सामने एक पेज खुलेगा जिसमे आपको अपने ही सिस्टम को खोलने के लिए पैसे का भुगतान करने को कहा जायेगा या यह भी कह सकते है कि आप से फ़िरौती मांगी जाएगी. ज्यादातर इस तरह के वायरस हमले बड़े कारोबारी संगठनों पर होते है. इसके बारे में जानकारी यहाँ दर्शाई जा रही है. समाजवादी स्मार्टफ़ोन योजना यहाँ पढ़ें.

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रैंसमवेयर हमला उसका प्रभाव व सावधानियां What is Ransomware virus, its effects and protection in hindi

रैंसमवेयर वायरस ने बैंकिंग क्षेत्रों और अस्पतालों के कार्य क्षेत्रों के कई कंप्यूटर प्रणालियों को प्रभावित किया है, जिनमे रुसी बैंक के कंप्यूटर, ब्रिटिश अस्पताल और फ्रांसीसी कार निर्माता कंपनी रीनॉल्ट के कारखाने के कंप्यूटरों को इस वायरस के द्वारा नुकसान पहुचाया गया है. इस तरह की घटना को सबसे बड़े साइबर फिरौती के रूप में वर्णित किया जा रहा है. साइबर सिक्योरिटी कंपनी हेलसिंकी के एफ़सिक्योर में मुख्य शोध अधिकारी के रूप में कार्यरत मिक्को ह्य्प्पोनें ने बताया है कि भारत और रूस विशेष रूप से इस साइबर हमले से ज्यादा मुश्किल में है क्योकिं इन दोनों देशों में अभी भी व्यापक रूप से पुराने विन्डोज़ एक्सपी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल और उपयोग होता है. भारत में बैंकिंग प्रणाली का इतिहास व प्रकार यहाँ पढ़ें.

रैंसमवेयर वायरस से भारत में प्रभावित राज्य (Ransomware effect in India)

इस तरह के वायरस हमले से देश के कई राज्य प्रभावित हुए है, जिनके वर्णन हमने नीचे करने की कोशिश की है जो निम्नवत है :-

आंध्रप्रदेश :

आंध्रप्रदेश पुलिस के 102 कंप्यूटर सिस्टम रैंसमवेयर वायरस से संक्रमित हुए है, जिसकी पुष्टि सीईआरटी- इन अर्थात भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी एजेंसी रिस्पांस टीम ने इस हमले की खबर को सही बता कर की है.

गुजरात :

गुजरात सरकार की सुचना प्रौधोगिकी (गुजरात स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क) से जुड़े विभिन्न सरकारी विभागों के लगभग 120 कंप्यूटर रैंसमवेयर वायरस से प्रभावित हुए हैं. हालाँकि इस वजह से कोई महत्वपूर्ण डाटा का नुकसान नहीं हुआ है. इस तरह के हैकिंग हमलों को रोकने के लिए गुजरात स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर लोड करके और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करके इससे बचने की कोशिश की जा रही है. कंप्यूटर वायरस इतिहास, निबंध व बचने के उपाय यहाँ पढ़ें.     

महाराष्ट्र :

रैंसमवेयर के हमले से महाराष्ट्र पुलिस विभाग का कंप्यूटर आधारित डेटा सिस्टम का एक छोटा भाग प्रभावित हुआ है, जिसको एहतियात के तौर पर और सारे सिस्टम से अलग कर दिया गया है. साथ ही पुलिस विभाग ने मांगी गयी फिरौती का लोगों को पैसे का भुगतान ना करने का निर्देश दिया है.

बंगाल :

इस वायरस से बंगाल के स्टेट इलेक्ट्रिसिटी के कुछ कंप्यूटर प्रभावित हुए है. बंगाल के बिजली अधिकारियों के अनुसार बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के 4 ब्लॉक जिनमे शामिल बेल्दा, दतन, नरायणगृह और केसहियारी ब्लॉक आदि है जिनके बिजली विभाग के कंप्यूटर प्रभावित हुए है. साथ ही दक्षिण दिनाजपुर में बालूघाट के भी बिजली विभाग का कंप्यूटर प्रभावित हुआ है.         

मशीन पर रैंसमवेयर वायरस का प्रभाव (Ransomware effects in machine)

रैंसमवेयर आपको अपने कंप्यूटर सिस्टम का उपयोग करने से रोकते हुए फिरौती की मांग करता है. अगर आपने फिरौती का भुगतान कर दिया तो ये जरुरी नहीं है कि वो आपके सिस्टम को फिर से उपयोग करने ही दे. रैनसमवारे पैसे को मांगने के लिए 20 भाषाओं का उपयोग करते है. वन्यक्राई नामक रैनसमवारे वायरस कंप्यूटर फाइलों को लॉक करके उन्हें एंक्रिप्ट करता है, जिससे उपयोगकर्ता अपने सिस्टम को खोल नहीं सकता यह एक पुराना वायरस है इसी तरह का एक और वायरस है जिसका नाम मैलवेयर है, जोकि पीड़ितों को स्पैम में इमेल करता है जिसको खोलने पर आपके सामने बड़ी कंपनियों में नौकरी की पेशकश, सुरक्षा सम्बन्धी चेतावनी तथा और भी अनिवार्य फाईलों को प्रदर्शित करता है. जिस पर किल्क करते ही आपके सामने फिरौती की पेशकश होगी अन्यथा आपके सिस्टम को नुकसान पहुचाने की धमकी. इस तरह यह इस वायरस का प्रभाव आपके सिस्टम पर पड़ता है.

रैनसम वायरस की फिरौती राशी (Ransomware virus)

रैंसमवेयर ने 150 से भी ज्यादा देशों में कंप्यूटरों पर हमला करके 2,00,000 से भी अधिक विंडोज कंप्यूटर को इस वायरस ने प्रभावित किया है. जब एक विन्डोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम रैंसमवेयर जैसे हानिकारक वायरस से प्रभावित होता है तो एक पॉप-अप विन्डोज़ रैंसमवेयर के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देती है और फिर बिटकोइन में पैसे को जमा करके अपने सिस्टम को प्राप्त करने के लिए कहा जाता है. साथ ही आपको अपने विन्डोज़ सिस्टम के बाएं तरफ़ दो घड़ी दर्शित होगी जिसमें एक में उल्टी गिनती दिखाएगी जोकि राशी को जमा करने के लिए तीन दिन की समय सीमा को दिखाएगी और दूसरी में जब आप का विन्डोज़ सिस्टम वायरस से क्षतिग्रस्त होकर अपने सारे डाटा खो देगा उसकी समय सीमा को दर्शित करेगा.  

रैंसमवेयर बिटकोइन में कम से कम 300 डॉलर तक की राशी का भुगतान प्रत्येक कंप्यूटर के लिए करने को कहेगा, जिसका रूपये में मूल्य 19,252 रूपये से अधिक हो सकता है साथ ही अगर आपने इस राशी का भुगतान नहीं किया, तो जो पॉप-अप विन्डोज़ पर घड़ी तीन दिन की समय सीमा दिखाती है उस समय सीमा के अन्दर ही दंड स्वरुप आपको जमा कराने वाली राशी का दुगुना भुगतान करना पड़ेगा, अर्थात देरी होने पर 300 डॉलर के बदले 600 डॉलर का भुगतान करना पड़ेगा.   

रैनसमवार वायरस को रोकने का तरीका और सावधानी की आवश्यकता (Ransomware virus protection)

रैनसमवार वायरस के हमले को रोकने का तरीका निम्नवत है –:

  • माइक्रोसॉफ्ट ने इस हानिकारक सॉफ्टवेयर के ख़िलाफ़ लोगों को जानकारी देते हुए सुरक्षा कार्यकर्म को जारी करते हुए बताया है कि अगर किसी भी विन्डोज़ उपयोगकर्ता को किसी भी तरह का कोई संदिग्ध इ-मेल मिले तो उस पर ध्यान न दे, उन्हें खोलने की कोशिश बिलकुल भी ना करे और उन्हें तुरंत डिलीट कर दे अर्थात हटा दे साथ ही सावधानी को बरतते हुए एंटी वायरस प्रोग्राम को अपडेट करने की सलाह दी है.
  • हमेशा अपने डेटा का बैकअप ले कर रखें साथ ही बैकअप ऑफ साईट पर रखें. ये एक ऐसा प्लान है जिसकी वजह से आप अपने खोये हुये डेटा को वापस पा सकते है. लेकिन पहले ये सुनिश्चित कर ले कि आपका डेटा एन्क्रिप्ट न किया गया हो उसके बाद ही उसे रिस्टोर या पुनर्स्थापित करे.
  • बिना जरूरत के बहुत देर तक लॉग इन ना रहे. किसी भी तरह के आवश्यक दस्तावेजों को बचाने के लिए कोशिश करे, कि उन्हें खोलने या कम ब्राउजिंग करने की जरुरत पड़े.  
  • हमेशा ऑटो अपडेट को चालू रखे ताकि जब कुछ नया हो तुरंत आपका सिस्टम अपडेट हो जाये. इससे साइबर हमले से बचा जा सकता है और एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को इन्स्टॉल करके इस तरह के वायरस से बचने की कोशिश करे.

अंततः इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण हमलों से बचने के लिए सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है, जिसके अंतर्गत हमेशा सतर्क रहते हुए किसी भी अनजाने फाइल को डाउनलोड न करे और न ही किसी ऐसी लिंक पर किल्क करे जिसको आप नहीं जानते है, जो पूरी तरह से आपके लिए अंजान हो इस तरह के लिंक और फाइलों पर ध्यान न दे. अगर आप इस तरह के हमले का शिकार हो गए, तो यह आपके सिस्टम को ख़राब करते हुए, आपके सारे इन्फोर्मेशन को हैक कर आपके दैनिक जीवन को भी प्रभावित कर सकता है.    

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