रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या की पूरी कहानी | Ryan International School Student Pradyuman Murder case story in hindi (pradyuman cctv footage)
8 सितंबर 2017, बाकी दिनों की तरह ये दिन भी एक आम दिन की तरह था. इस दिन भी प्रद्युम्न ठाकुर नामक एक छात्र स्कूल जाने के लिए घर से तैयार होकर अपने पिता के साथ गुरूग्राम में स्थित अपने रेयान इंटरनेशनल स्कूल गया था. प्रद्युम्न ठाकुर के पिता ने उसे स्कूल के प्रवेश गेट के बाहर तक छोड़ाकर वापस अपने घर के लिए चले गए. प्रद्युम्न के माता और पिता के लिए उनका मासूम बच्चा स्कूल में पढ़ने और खेलकूद के लिए गया था. मगर उनको ये नहीं पता था कि जिस मासूम बच्चे को वो स्कूल में पढ़ाई करने के लिए छोड़कर आए हैं, वो प्रद्युम्न अब कभी अपने घर माता पिता के पास नहीं आ सकेगा और उस सुबह जो उन्होंने अपने बच्चे से बात की वो उनकी प्रद्युम्न के साथ आखिरी बात थी. आखिर क्या हुआ था 8 सितंबर की सुबह जिसने एक खुशहाल परिवार की खुशियों को एक पल में उनसे छीन लिया. इस दिन ना केवल एक मां-बाप ने अपने बच्चे को खोया बल्कि देश के हर नागरिक ने भी एक बेहद चौकाने वाली इस हत्या पर दुख जताया.
इसी तरह कुछ समय पहले इन्द्राणी मुखर्जी शीना बोरा मर्डर केस भी सामने आया था.
प्रद्युम्न की हत्या कैसे हुई (How was Pradyuman killed)
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युम्न की बेरहमी से खून कर दिया गया. ये डरावना मंजर 8 सितम्बर को हुआ था. 7 वर्ष के प्रद्युम्न का गला काटकर उसे टॉयलेट में ही छोड़ दिया. प्रद्युम्न की मौत के बाद शव बाथरूम में ही पाया गया. बेहद चौकाने वाला ये हत्याकांड स्कूल में सुबह उस दौरान हुआ जब स्कूल में छात्रों की परीक्षाएं चल रही थी.
कौन बना आरोपी (who is the killer of Pradyuman)
प्रद्युम्न के हत्या के बाद हरियाणा पुलिस का पहला शक अशोक कुमार पर गया. जो की रेयान स्कूल में बस कंडक्टर था और पुलिस ने अशोक को प्रद्युम्न के क़त्ल का जिम्मेदार मानकर उसको पकड़ लिया. इतना ही नहीं अशोक के अपने गुनाह कबूलने की भी खबरें हर न्यूज चैनल पर आने लगी. जिसके बाद हर किसी ने अशोक को प्रद्युम्न की हत्या का दोषी मान लिया.
रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या का कारण (why was Ryan International School student Pradyuman killed in hindi)
अशोक ने प्रद्युम्न की हत्या करने की बात मानते हुआ कहा था कि उसका दिमाग खराब हो गया था. अशोक टॉयलेट में घुसकर गन्दा काम करना चाह रहा था. तभी वहां वो बच्चा घुस आया, अशोक ने उसको धक्का देकर अपनी तरफ खींच लिया. मगर विरोध में बच्चे के शोर मचाने पर उसने गला काटकर मार डाला.
पिता ने की सीबीआई जांच की मांग (Pradyuman parents demand CBI investigation)
ये मामला अशोक के गुनाह कबूलने से हल नहीं हुआ था. जहां हरियाणा पुलिस अशोक को इस हत्या का गुनहगार मान रही थी. वहीं प्रद्युम्न के माता पिता ने अशोक को प्रद्युम्न का हत्यारा मानने से इनकार कर दिया था. वरुण ठाकुर ने विद्यालय प्रशासन को प्रद्युम्न के मर्डर के लिए जिम्मेदार माना. वरुण का कहना था कि उनके बेटे की हत्या अशोक ने नहीं बल्कि किसी और ने की है और स्कूल हत्यारे को बचा रहा है. इस बच्चे के पिता वरुण ने पुलिस को भी लापरवाह बताया है. इसलिए वो इस हत्याकांड की सही जांच के लिए सीबीआई को शामिल किये जाने की मांग कर रहे है.
क्यों अशोक को माता-पिता ने हत्यारा नहीं माना (pradyuman parents interview)
प्रद्युम्न के माता-पिता ने उसकी हत्या के लिए अशोक को आरोपी मानने से इसलिए नकार दिया था, क्योंकि प्रद्युम्न अशोक को कभी पहचानता ही नहीं था. प्रद्युम्न के पिता के अनुसार वो प्रद्युम्न को खुद ही स्कूल में छोड़ने जाया करते थे. प्रद्युम्न कभी भी विद्यालय की खुद की बस से विद्यालय नहीं गया और अशोक ने खुद कुछ महीने से ही विद्यालय की बस में कंडक्टर के रूप में जॉब करना शुरू किया था.
केस में आया नया मोड़ (CBI investigation in pradyuman case)
जैसे ही हरियाणा पुलिस को हटाकर सीबीआई को जांच हेतु लगाया गया. तो सीबीआई ने इस मामले की अपने नए पहलू से इस केस की छानबीन करना आरम्भ कर दिया. सीबीआई की ओर से की गई छानबीन से इस हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया. सीबीआई ने इस केस में अशोक को हत्यारा ना मानकर स्कूल के एक छात्र को इस हत्या के पीछे होने की बात कही, इस दूसरे आरोपी को अब हिरासत में लिया. वहीं अशोक भी कोर्ट में, पुलिस को दिया गया अपना बयान बदलकर खुद को ही निर्दोष बता डाला. इतना ही नहीं अशोक ने पुलिस पर इल्जाम भी लगाया की पुलिस के डर से ही उसने ये जुर्म कबूला था.
सीबीआई का शक गया छात्र पर (CBI report on Pradyuman case)
सीबीआई के मुताबिक आरोपी छात्र ने विद्यालय में चल रही परीक्षा को रोकने और माता पिता की अध्यापको से मीटिंग को भी टालने के लिए इस हत्या को अंजाम दिया. सीबीआई ने जब इस मामले की जांच की तो उन्होंने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्ड फुटेज के हर पहलू को छाना और इसी दौरान उनका शक विद्यालय के 11 वीं कक्षा में पढ़ने वाले 16 वर्षीय एक छात्र पर गया.
सीबीआई के अनुसार आरोपी छात्र को घटना के दिन विद्यालय में हत्या के लिए प्रयोग हुए हथियार के साथ भी फुटेज मिले है. वहीं अपने शक को पक्का करने के लिए सीबीआई ने ठीक उसी तरह से इस घटना क्रम को एक बार फिर स्कूल में दोहराया और अपने शक को भरोसे में बदल लिया. आरोपी छात्र से पूछताछ के बाद उसे अपनी गिरफ्त में कर लिया.
हरियाणा पुलिस पर उठे सवाल (blame on Haryana police )
इस मामले की जांच जिस तरह से हरियाणा पुलिस ने की उस पर तो कई सवाल उठना आम बात है. पुलिस पर इस मामले में सही से जांच ना करने के आरोप लग रहें हैं. इस हत्याकांड में पुलिस ने एक अलग ही स्टोरी बनाकर सबके सामने पेश की, जो सीबीआई ने अपनी जांच को दौरान सिरे से नकार दी. पुलिस और सीबीआई ने इस मामले में दो भिन्न भिन्न आरोपीयों को सामने किया है. दोनों की ओर से की गई जांच में भी हत्या करने की वजह भी एकदम अलग निकली.
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